सुश्री लता मंगेशकर जी, जिन्हें भारत की कोकिला, दीदी, सुरों की रानी आदि विभिन्न रूपों में वर्णित किया गया है, का बंगाली संस्कृति से घनिष्ठ संबंध था। अपने करियर के दौरान, उन्होंने 36 भाषाओं में गीत गाए। लता जी ने कई बंगाली गीतों को अपनी अमर आवाज दी, जिसमें फिल्मों के लिए प्लेबैक रिकॉर्डिंग (Playback recording) और अन्य रिलीज़ शामिल हैं। इन गीतों के माध्यम से लता जी ने बंगाली दर्शकों के दिलों में एक शाश्वत स्थान बनाया। उन्होंने रबिन्द्रनाथ टैगोर के गाने भी गाए। प्रसिद्ध संगीतकार और गायक हेमंत मुखर्जी उन पहले लोगों में से थे, जिनके लिए लता मंगेशकर जी ने बंगाली गाने गाए। हेमंत मुखर्जी बंगाली संगीत में उनके सबसे आम सहयोगी थे। ऐसा कहा जाता है कि उनका पहला बंगाली रिकॉर्ड 'प्रेम एकबरी एशेचिलो जिबोन' था, जिसे मुखर्जी ने संगीतबद्ध किया था। गौरीप्रसन्ना मजूमदार द्वारा लिखा गया यह गीत आज भी लोगों द्वारा अत्यधिक पसंद किया जाता है। 'ओ सत भाई चंपा', मंगेशकर जी का एक और बंगाली गीत था, जिसे 1960 के दशक की शुरुआत से जाना जाता है। सलिल चौधरी द्वारा यह गीत लिखा गया है, तथा उन्होंने ही इसे संगीतबद्ध भी किया है।