दुनिया भर में कई लोगों के लिए,मक्खी केवल एक कीट ही नहीं, बल्कि बहुत कुछ है।उप-सहारा अफ्रीका (Sub-Saharan Africa) में इस मामले में चीजें थोड़ी अलग हैं,जहां आप त्सेत्से (Tsetse) मक्खी का सामना कर सकते हैं।ये छोटी मक्खियाँ एक घरेलू मक्खी के समान आकार की होती हैं,लेकिनपेस्कियर (Peskier) किस्म के विपरीत,त्सेत्से मक्खियाँ काटती हैं और खून चूसती हैं।जब एक त्सेत्से मक्खी किसी व्यक्ति को काटती है, तो उस स्थान पर कुछ हल्का दर्द और जलन का अनुभव होता है, लेकिन इस सम्बंध में यह वास्तविक समस्या नहीं है।
अनेकों कीटों की तरह त्सेत्से मक्खी एक वेक्टर (Vector) है।यह एक परजीवी को वहन करती है जो अफ्रीकी ट्रिपैनोसोमियासिस (African trypanosomiasis) का कारण बनता है। इसे अफ्रीकी स्लीपिंग सिकनेस (African Sleeping Sickness) के रूप में भी जाना जाता है।यदि आप अफ्रीकी स्लीपिंग सिकनेस से ग्रसित हो गए हैं,तो आपको न्यूरोलॉजिकल (Neurological) और मेनिंगोएन्सेफैलिटिक (Meningoencephalitic) लक्षणों का अनुभव हो सकता है, जो मेनिन्जाइटिस (Meningitis) और एन्सेफलाइटिस (Encephalitis) के जैसे दिखते हैं। इससे व्यक्ति के व्यवहार में परिवर्तन, समन्वय की हानि और नींद के चक्र में व्यवधान उत्पन्न हो सकता है। यदि न्यूरोलॉजिकल लक्षण प्रकट होने से पहले ही इसका उपचार होता है, तो उपचार आमतौर पर सफल होता है। समय के साथ इसका इलाज करना पहले से कई आसान हो गया है,जिससे मौतों की संख्या कम हो गई है।लेकिन दुख की बात यह है, कि इसके प्रभाव से आज भी लोगों की जानें जाती हैं।
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