भारत मे पाये जाने वाला मरुस्थल थार मरुस्थल के नाम से जाना जाता है, यह जानना आवश्यक है कि थार शब्द की उत्पत्ती कहाँ से हुई? थार शब्द का शाब्दिक अर्थ होता है रेत का टीला, इसका निर्माण प्री-कैंम्ब्रियन काल की चट्टानों से हुआ है जो मुख्य रूप से ग्रेनाईट थी और जिनका कालखंड 3.8 अरब साल पुराना है।
नदियों का थार मरुस्तल के निर्माण मे अहम् योगदान रहा है, नदियों द्वारा लायी गयी रेत व अन्य छोटे कंकड़ों से भी यहाँ पर बड़ी रेतीली चोटियों का निर्माण हुआ। हवाओं का भी एक बड़ा योगदान है मरुस्थल के निर्माण में। अरावली पर्वत श्रेणी के पास होने के कारण यहाँ पर हवा द्वारा पत्थरों के छोटे-छोटे कण पहुँचे यह भी एक कारण है इस मरुस्थल के निर्माण में।
थार एक उष्णकटिबंधीय मरुस्थल है। भारत की भौगोलिक स्थिती इसे इसीलिये भिन्न बनाती है क्यूँकी यहाँ पर अनेक विविधतायें हैं। रामपुर में जैसा कि किसी भी प्रकार का मरुस्थल नही पाया जाता परन्तु यहाँ पर कई ऐसी वस्तुओं का प्रयोग किया जाता है जो कि मरुस्थली भाग से आती हैं। संगमरमर, ग्रेनाइट, तरबूज आदि वस्तुयें रामपुर में राजस्थान के मरु भाग से मंगाई जाती हैं।
1. इकोनॉमिक जियोग्राफी, थेयरीज, प्रॉसेसेस एण्ड पैटर्न, क सिद्धार्थ।
2. जियोलॉजी एण्ड मिनरल रिसोर्सेस ऑफ़ इंडिया, जियोलॉजी सर्वे ऑफ़ इंडिया।
3. इवोल्यूशन ऑफ़ लाईफ, एम. एस. रन्धावा, जगजीत सिंह, ए.के. डे, विष्णु मित्तरे।