रामपुर में तेंदुआ

रामपुर

 28-11-2017 05:49 PM
निवास स्थान
तेंदुआ एक ऐसा जीव है जिसका नाम सुनते ही कितने ही लोग सहम जाते हैं; और क्यूँ ना सहमे? इनके कितनें ही कारनामें आये दिन अखबारों में छपते रहते हैं। रामपुर और आसपास का क्षेत्र वास्तविकता में एक समय जंगल था, जिसका मुग़लों से लेकर अंग्रेज तक शिकार के लिये प्रयोग करते थे। यहाँ पर शिकार इतने बड़े पैमाने पर किया गया कि कई महत्वपूर्ण जीव विलुप्तता के कगार पर आ गये और कितने ही विलुप्त हो गये। समय के साथ-साथ मानव जनसंख्या में तीव्र इजाफा हुआ जिसका प्रभाव यह हुआ की लोग जंगलों को काट कर अपने रहने के लिये स्थान व खेतों का निर्माण करने लगें। रही सही कसर आधुनिकता की चाह ने पूरी कर दी और कितने ही स्थानों पर शहरों और बेतरतीब इमारतों का निर्माण होने लगा। उद्योग, व्यवसाय, खेती आदि ने जंगलों को मरणासन्न अवस्था में पहुँचा दिया। जंगलों में रहने वाले जानवर जो की प्रकृति पर पूर्ण रूप से आश्रित थे आबादी वाले क्षेत्रों में जाने लगे जिस कारण उनका सामना मानव से होने लगा। जगह की लालच ने जंगलों को एक छोटे से स्थान पर सीमित कर दिया, जिससे जानवरों में भी अपने स्थान को लेकर लड़ने की भावना और भी तीव्र हो गयी। जानवरों का शिकार उनके चमड़े, दाँत आदि के लिये भी किया जाने लगा जिसके कारण कई जानवर अपने आप को शारीरिक रूप से बदल कर रखने लगे। इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं, हाँथी, जिनकी दाँत की लम्बाई में अपरम्पार गति से कमी आयी है। रामपुर के इसी क्षेत्र में तेंदुयें बड़ी संख्या में निवास करते थे जो आज आस-पास के जंगलों में निवास करते हैं।तेंदुये पृथ्वी पर प्लायोसीन या प्रारंभिक प्लिस्टोसीन काल में ही आ गये थे। ये अफ़्रीका महाद्वीप व एशिया महाद्वीप में बड़ी संख्या में पाये जाते हैं। यह जन्तु जगत से ताल्लुक रखते हैं तथा इनका संघ-कॉर्डेटा, वर्ग-स्तनपायी, गण-मांसाहार, कुल-बिल्ली व वंश-पैंथेरा है। भारत में पाया जाने वाला तेंदुआ पैंथेरा पार्डस प्रजाति का है। तेंदुओं की कुल 9 उपप्रजातियाँ हैं जिनमें से 8 एशिया महाद्वीप में पायी जाती हैं- अफ्रिकी तेंदुआ, फ़ारसी तेंदुआ, हिन्दचीनी तेंदुआ, अमूर तेंदुआ, अरबी तेंदुआ, भारतीय तेंदुआ, जावाई तेंदुआ, उत्तर चीनी तेंदुआ, श्रीलंकाई तेंदुआ। तेंदुओं की संकर नस्ल भी भारत में पायी जाती है जिसका उदाहरण श्रीमान पोकॉक ने अपने लेख में दिया है। पोकॉक के अनुसार उन्होंने कोल्हापुर के चिड़ियाघर में शेरनी व तेंदुये के मिलन से उत्पन्न बच्चे को देखा थे जिसका शारीरिक गुण शेर व तेंदुयें दोनो से मेल खाता था। भारत में अन्य कई जगह पर संकर किस्म के तेंदुये पाये जाते हैं पर ये अत्यन्त ही विरले हैं। तेंदुये 3 साल के उम्र के होने के बाद ही यौन सम्बन्ध बनाने में सक्षम हो पाते हैं तथा ये एक बार में दो बच्चे पैदा कर सकते हैं। तेंदुआ अत्यन्त ही सजग और चपल प्राणी होता है तथा यह छिपने की कला में महारथ हासिल किये हुये है। इसका आकार 7 फीट 9 इंच से लेकर 9 फीट तक हो सकता है तथा वजन 5-0 से 75 किलो तक का। इनका बदन छरहरा होता है तथा टाँगें लम्बी जो इनको दौड़नें में व पेड़ पर चढनें में मदद करती हैं। तेंदुओं का जबड़ा अत्यन्त मजबूत होता है, इनका ऊपरी जबड़ा बाघ की तरह तथा निचला जबड़ा शेर की तरह होता है।तेंदुये छोटे जानवरों का शिकार अधिकता से करते हैं इसी कारण वे मानव आबादी के पास आ जाते हैं जहाँ पर मुर्गी, बकरी आदि आसानी से मिल जाती है। तेंदुये कभी मानव के उपर प्रहार नही करते परन्तु यदि ये डर जाएं तो ये मानव के ऊपर भी आक्रमण कर देते हैं। रामपुर में भी अक्सर तेंदुये मानव आबादी में आ जाते हैं जिसका मुख्य कारण है भोजन की तलाश तथा जंगलों में खाने योग्य जानवरों की कमी। तेंदुये प्रकृति द्वारा बनाये गये दुर्लभ जीवों में से एक हैं, परंतु इनका अवैध रूप से शिकार बड़े पैमाने पर किया जा रहा है। एक समय सम्पूर्ण भारत तेंदुओं की उपस्थिति से ग़ुलज़ार था परन्तु आज पूरे भारत में मात्र 12000 से 14000 तेंदुये ही बचे हैं, जो कि सोच का विषय है। 1. द लेपर्ड इन इंडिया ए नेचुरल हिस्ट्री, जे.सी.डैनियल, नटराज पब्लिशर देहरादून, 1996 2. द वाइल्ड लाईफ इन इंडिया, ई.पी.गी, फारवर्ड, जवाहरलाल नेहरू, कॉलिंस लंदन, 1964 पृ.सं. 66-69 3. नेशनल सेंसस ऑफ लेपर्ड्स, 2014


RECENT POST

  • आइए आनंद लें, फ़ुटबॉल से जुड़े कुछ मज़ेदार चलचित्रों का
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     22-12-2024 09:23 AM


  • मोरक्को में मिले 90,000 साल पुराने मानव पैरों के जीवाश्म, बताते हैं पृथ्वी का इतिहास
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     21-12-2024 09:31 AM


  • आइए जानें, रामपुर के बाग़ों में पाए जाने वाले फूलों के औषधीय लाभों और सांस्कृतिक महत्व को
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     20-12-2024 09:19 AM


  • वैश्विक हथियार निर्यातकों की सूची में, भारत कहाँ खड़ा है?
    हथियार व खिलौने

     19-12-2024 09:22 AM


  • रामपुर क्षेत्र के कृषि विकास को मज़बूत कर रही है, रामगंगा नहर प्रणाली
    नदियाँ

     18-12-2024 09:24 AM


  • विविध पक्षी जीवन के साथ, प्रकृति से जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है रामपुर
    पंछीयाँ

     17-12-2024 09:26 AM


  • आइए जानें, कैसे हम, बढ़ते हुए ए क्यू आई को कम कर सकते हैं
    जलवायु व ऋतु

     16-12-2024 09:31 AM


  • आइए सुनें, विभिन्न भारतीय भाषाओं में, मधुर क्रिसमस गीतों को
    ध्वनि 1- स्पन्दन से ध्वनि

     15-12-2024 09:34 AM


  • आइए जानें, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर दी गईं स्टार रेटिंग्स और उनके महत्त्व के बारे में
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     14-12-2024 09:27 AM


  • आपातकालीन ब्रेकिंग से लेकर स्वायत्त स्टीयरिंग तक, आइए जानें कोलिझन अवॉयडेंस सिस्टम के लाभ
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     13-12-2024 09:24 AM






  • © - , graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id