इंटरनेट पर ज्वालामुखियों से निकलने वाले गर्म लावा को देखना बहुत रोमांचक होता है। हाल ही में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भारत के एक मात्र जीवित ज्वालामुखी में इस तरह का दृश्य देखने को मिला। गोवा स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशनोग्राफी (National Institute of Oceanography - NIO) के शोधकर्ताओं के मुताबिक, अंडमान सागर में स्थित बैरेन द्वीप (Barren Island) ज्वालामुखी ने 150 से अधिक वर्षों तक निष्क्रिय रहने के बाद वर्ष 1991 में गतिविधि दिखाना शुरू किया और एक बार फिर से गर्म लावा को उगलना शुरू किया।
वैज्ञानिकों की टीम ने अपने अवलोकन में पुष्टि की है, कि दिन के समय केवल राख के बादल देखे गए, जबकि सूर्यास्त के बाद, टीम ने वातावरण में क्रेटर (Crater) से निकलने वाले लाल लावा के फव्वारे देखे तथा गर्म लावा ज्वालामुखी की ढलानों से नीचे बहता हुआ दिखाई दिया। भारत में छह ज्वालामुखी मौजूद हैं, जिनमें से केवल एक जीवित ज्वालामुखी, बैरेन आइलैंड्स ज्वालामुखी है। इसे दक्षिण एशिया (Asia) के एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी के रूप में भी दर्ज किया गया है। यहां पहला रिकॉर्ड किया गया ज्वालामुखी विस्फोट 1787 को हुआ था। तो आइए, इन वीडियो के माध्यम से अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के ज्वालामुखी, जो भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है, पर तथा ज्वालामुखी की कुछ अन्य वीडियो पर एक नजर डालते हैं।