आज के समय में कई युवा युद्ध आधारित खेलों की ओर काफी रुचि रखते हैं और वे अधिकांश समय इस खेल को खेलने में बीता देते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि आधुनिक युद्ध खेलों का आविष्कार 19 वीं शताब्दी के अंत में प्रशिया (Prussia) में किया गया था, और अंततः प्रशिया सेना ने अपने सिपाहियों को प्रशिक्षित करने और सिद्धांत विकसित करने के एक तरीके के रूप में युद्ध के खेल को अपनाया। फ्रांको-प्रशियन (Franco-Prussian) युद्ध में प्रशिया ने फ्रांस (France) को पराजित करने के बाद, अन्य देशों में सैन्य अधिकारियों द्वारा युद्ध खेलों को व्यापक रूप से अपनाया गया। वहीं आम जनता ने भी मनोरंजन के लिए युद्ध खेलों को काफी व्यापक रूप से खेला, लेकिन 1990 के दशक में उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक युद्ध खेल के विकास तक यह एक कर्मता शौक था। एक युद्ध खेल एक प्रकार का रणनीति खेल है जो युद्ध को वास्तविक रूप से अनुकरण करता है, जैसा कि शतरंज के खेल में होता है। रणनीतिक सोच की कला में सैन्य अधिकारियों को प्रशिक्षित करने, संभावित संघर्षों की प्रकृति का अध्ययन करने के लिए या मनोरंजन के लिए युद्ध के खेल को खेला जा सकता है। कई युद्ध खेल विशिष्ट ऐतिहासिक लड़ाइयों को फिर से बनाते हैं और पूरे युद्धों, या किसी भी अभियान, लड़ाई या उनके भीतर निचले स्तर की व्यस्तताओं को आवृत कर सकते हैं। अधिकांश खेल भूमि में युद्ध का अनुकरण करते हैं, लेकिन साथ ही नौसैनिक और हवाई युद्ध के लिए युद्ध के खेल भी मौजूद हैं।
प्राचीन रणनीति के खेल जैसे चतुरंग और शतरंज और 19 वीं सदी के प्रशियाई सैन्य सिमुलेशन क्रैग्सस्पिएल (Kriegsspiel) में युद्ध के खेल की जड़ें मौजूद हैं। यह आधुनिक शतरंज ढांचा सामान्य रूप से अमूर्त प्यादा और धनुर्धर को वजीर और सैनिक की आकृति से अदला-बदली करके युद्ध के खेल के लिए अपने जुड़ाव को प्रदर्शित किया जाता है। वहीं रोचेस्टर, न्यूयॉर्क (Rochester, New York) में द स्ट्रांग म्यूज़ियम (The Strong museum) में खेल के ऐतिहासिक सामग्रियों का सबसे बड़ा और सबसे व्यापक संग्रह है। इलेक्ट्रॉनिक खेल के इतिहास के लिए अपने अंतर्राष्ट्रीय केंद्र के माध्यम से, द स्ट्रॉन्ग वीडियो गेम (video games) के इतिहास को इकट्ठा, संरक्षित और उसकी व्याख्या करता है, और इसके संग्रह में युद्ध के खेल जैसे प्रमुख खेल विकासक से प्रयोजन और प्रलेखन शामिल हैं। यह प्रदर्शनी उस कंपनी (Company) के इतिहास और उसके खेलों का समन्वेषण करती है।
विज्ञान कल्प लेखक एचजी वेल्स (H.G. Wells) की 1913 की पुस्तक लिटिल वॉर्स (Little Wars): बारह से एक सौ पचास लड़कों के लिए एक खेल और उन्होंने सैनिक युद्ध खिलौने के लिए नियम स्थापित करके लघु युद्ध खेल की नींव रखी थी। वेल्स खुद इस तरह के लघु खेलों के लिए एक उत्साही थे, हालांकि जैसा कि इसके उपशीर्षक से पता चलता है, पुस्तक को युद्ध या राज्य के लिए प्रशिक्षण के बजाय मनोरंजक खेल के रूप में बनाया गया था। 1990 के दशक के उत्तरार्ध में, साइप्रस (Cyprus) स्थित वारगैमिंग ग्रुप लिमिटेड (Wargaming Group Limited) ने खुद को सैन्य रणनीति के खेल के विकासकर्ता के रूप में स्थापित किया। 2010 में, वॉरगामिंग ने बड़े पैमाने पर टीम-आधारित ऑनलाइन (Online), मुफ्त अफल खेल वर्ल्ड ऑफ़ टैंक (World of Tanks) लॉन्च (Launch) किया, जिसने रणनीतिक टीम-आधारित गेमप्ले (Gameplay) को रोमांचक टैंक लड़ाइयों के साथ मिश्रित किया। लाखों लोगों द्वारा खेला गया, वर्ल्ड ऑफ़ टैंक और वॉरगामिंग के अन्य खेलों ने कंपनी और खिलाड़ियों के युद्ध के खेल, सैन्य इतिहास और ऐतिहासिक वाहनों के प्रामाणिक मनोरंजन के प्रति लोग काफी आकर्षित हुए।
चार्ल्स एस. रॉबर्ट्स (Charles S. Roberts) नामक एक अमेरिकी (American) द्वारा पहला सफल वाणिज्यिक बोर्ड (Board) युद्ध खेल टैक्टिक्स (Tactics - 1954) को स्थापित किया गया था। इस युद्ध खेल को बड़े पैमाने पर उत्पादित किया गया था और खेलने के लिए सभी आवश्यक सामग्रियों को एक साथ एक डब्बे में बांध कर बेचा जाता था। जबकि इससे पहले के युद्ध के खेलों में सिर्फ एक नियम पुस्तिका मौजूद होती थी और खिलाड़ियों को अन्य सामग्रियों को स्वयं प्राप्त करने की आवश्यकता होती थी। वहीं बोर्ड युद्ध खेल लघु युद्ध खेल की तुलना में अधिक लोकप्रिय थे। एक कारण यह था कि लघु युद्ध खेल के लिए एक खेल समग्री को इकट्ठा करना महंगा, समय लेने वाला और इसमें कुटीर कौशल की आवश्यकता होती थी। एक और कारण यह था कि बोर्ड युद्ध खेल को सादृशय द्वारा खेला जा सकता था। बोर्ड युद्ध खेल आमतौर पर ग्रिड (Grid) आधारित थे, या फिर कुछ इस तरह से उन्हें डिज़ाइन (Design) किया गया था कि उन्हें सरल शब्दों में लिखित रूप में समझाया जा सके।
© - , graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.