लोकताक झील सबसे बड़ी ताजे पानी की झील है, जो मणिपुर राज्य के मोइरांग के पास स्थित है और यह फ्युमिड्स (Phumid- तैरते द्वीपों की श्रृंखला) के लिए प्रसिद्ध है। यह भारत में उन स्थलों में से एक है, जहां लोग अपनी छुट्टी के दौरान सबसे अधिक घूमने आते हैं। फ्युमिड्स घनी तैरती हुई जंगली घासों की बनी सतह है, जो मिट्टी से आवरित होती है। भारत का यह विचित्र स्थान 233 जलीय पादप प्रजातियों, पक्षियों की 100 से भी अधिक प्रजातियों, भारतीय पाइथन (Python) और सांभर सहित जंतुओं की 425 प्रजातियों को आवास प्रदान करता है। पक्षियों का अवलोकन करने वालों या उनमें रूचि रखने वाले लोगों के लिए यह स्थान छुट्टियों का उत्तम गंतव्य है। फ्युमिड्स बनाने के कारण यह झील पूरे विश्व की अन्य झीलों से अलग है, जो कि देखने में आश्चर्यजनक भी है। यह प्राचीन झील मणिपुर की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है। यह जल विद्युत उत्पादन, सिंचाई और पेयजल आपूर्ति के लिए पानी के स्रोत के रूप में भी कार्य करती है। झील ग्रामीण मछुआरों के लिए आजीविका का एक स्रोत भी है, जो आसपास के क्षेत्रों में और फ्युमिड्स पर रहते हैं, जिन्हें फमशोंग्स (Phumshongs) के नाम से भी जाना जाता है। मानव गतिविधि से झील के पारिस्थितिकी तंत्र पर गंभीर दबाव पड़ा है। झील के चारों ओर 55 ग्रामीण और शहरी बस्तियों की आबादी लगभग 1 लाख लोगों की है। पारिस्थितिक स्थिति और इसकी जैव विविधता मूल्यों को ध्यान में रखते हुए, झील को शुरू में 23 मार्च 1990 को रमसार कन्वेंशन (Ramsar Convention) के तहत अंतर्राष्ट्रीय महत्व की एक आद्रभूमि के रूप में नामित किया गया था। इसे 16 जून 1993 को मॉन्ट्रिऑक्स रिकॉर्ड (Montreux Record) के तहत सूचीबद्ध किया गया था।
संदर्भ:
https://www.youtube.com/watch?v=zIsZLKHHN7Q
https://en.wikipedia.org/wiki/Loktak_Lake
https://www.youtube.com/watch?v=g6wjJfvhel0