ज्वाला जी की अखंड ज्योति

रामपुर

 19-07-2020 05:43 PM
वास्तुकला 1 वाह्य भवन

प्राचीन किंवदंतियों के अनुसार एक ऐसा समय भी हुआ, जब राक्षस हिमालय के पहाड़ों पर राज करने लगे और देवताओं को परेशान किया करते थे, तो भगवान विष्णु के नेतृत्व में देवताओं ने उन्हें नष्ट करने का फैसला किया। सभी देवताओं ने अपनी शक्ति केंद्रित की और पृथ्वी से बहुत बड़ी लपटें उठीं। उस आग से एक छोटी बच्ची ने जन्म लिया। उन्हें ही प्रथम आदिमाता 'शक्ति' माना जाता है। उनका नाम 'सती' था तथा वह प्रजापति दक्ष के घर में पली-बढ़ी और बाद में, भगवान शिव की पत्नी बनी। एक बार जब उनके पिता दक्ष ने भगवान शिव का अपमान किया तो वे यह स्वीकार नहीं कर पायीं और उन्होंने स्वयं को अग्नि के हवाले कर दिया। जब भगवान शिव ने अपनी पत्नी की मृत्यु के बारे में सुना तो उनके क्रोध की कोई सीमा नहीं रह गई और सती के अग्नि युक्त पार्थिव शरीर को पकड़े हुए उन्होंने तीनों लोकों में विचरण करना शुरू कर दिया। अन्य देवता भगवान शिव के इस क्रोध से भयभीत हो उठे और भगवान विष्णु से मदद की गुहार लगाने लगे। भगवान विष्णु ने बाणों की एक श्रृंखला से वार किया, जिसने माता सती के शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर दिये। जिन स्थानों पर ये टुकड़े गिरे, प्रत्येक एक पवित्र 'शक्तिपीठ' के रूप में अस्तित्व में आया, इस तरह इन शक्तिपीठों की कुल संख्या 51 हुई। देवी सती की जीभ ज्वालाजी स्थान पर गिरी और छोटी छोटी नीले रंग की ज्वालाओं के रूप में प्रकट हुई, जो सदियों पुरानी चट्टान में दरार के माध्यम से निरंतर जल रही हैं। हिमाचल प्रदेश राज्य के कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी शहर में सबसे प्रसिद्ध ज्वाला जी तीर्थस्थल है, जो धर्मशाला से लगभग 56 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

सन्दर्भ:
https://en.wikipedia.org/wiki/Jwala_Ji
https://www.youtube.com/watch?v=ufwKlLCw-jI


RECENT POST

  • आइए आनंद लें, फ़ुटबॉल से जुड़े कुछ मज़ेदार चलचित्रों का
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     22-12-2024 09:23 AM


  • मोरक्को में मिले 90,000 साल पुराने मानव पैरों के जीवाश्म, बताते हैं पृथ्वी का इतिहास
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     21-12-2024 09:31 AM


  • आइए जानें, रामपुर के बाग़ों में पाए जाने वाले फूलों के औषधीय लाभों और सांस्कृतिक महत्व को
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     20-12-2024 09:19 AM


  • वैश्विक हथियार निर्यातकों की सूची में, भारत कहाँ खड़ा है?
    हथियार व खिलौने

     19-12-2024 09:22 AM


  • रामपुर क्षेत्र के कृषि विकास को मज़बूत कर रही है, रामगंगा नहर प्रणाली
    नदियाँ

     18-12-2024 09:24 AM


  • विविध पक्षी जीवन के साथ, प्रकृति से जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है रामपुर
    पंछीयाँ

     17-12-2024 09:26 AM


  • आइए जानें, कैसे हम, बढ़ते हुए ए क्यू आई को कम कर सकते हैं
    जलवायु व ऋतु

     16-12-2024 09:31 AM


  • आइए सुनें, विभिन्न भारतीय भाषाओं में, मधुर क्रिसमस गीतों को
    ध्वनि 1- स्पन्दन से ध्वनि

     15-12-2024 09:34 AM


  • आइए जानें, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर दी गईं स्टार रेटिंग्स और उनके महत्त्व के बारे में
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     14-12-2024 09:27 AM


  • आपातकालीन ब्रेकिंग से लेकर स्वायत्त स्टीयरिंग तक, आइए जानें कोलिझन अवॉयडेंस सिस्टम के लाभ
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     13-12-2024 09:24 AM






  • © - , graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id