भारत एक कृषि प्रधान देश है तथा भारत की लगभग 70% की जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों मे निवास करती है, जिसमें से 60 प्रतिशत जनसंख्या का प्रमुख व्यवसाय कृषि है। भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का महत्वपूर्ण योगदान है। करीब 60के दशक को भारत की हरित क्रान्ति का दौर माना जाता है, क्योंकि यही वह दौर था जब कृषि के क्षेत्र में भारत ने कई उपल्बधियाँ प्राप्त की। तत्कालीन प्रधान मंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्रीजी ने इसी काल में जय जवान, जय किसान का नारा दिया था। यह नारा भारत में जोश व उन्नति का संचार लाया।
भारत की कृषि कार्य-प्रणाली में करीब 60वे दशक के मध्य तक मात्र पारंपरिक बीजों को ही प्रयोग में लाया जाता था, जिसके परिणामस्वरूप कृषि की उपज भी अपेक्षाकृत कम होती थी। परन्तु 1960 ई0 के बाद उच्च उपज वाले (HYV) बीजों का प्रयोग शुरु हुआ जिसके परिणामस्वरूप कृषि के उत्पादन में काफी वृद्धि हुई। जिस कारण इस दौर को हरित क्रांन्ति का दौर माना गया।
अतः अब कृषि के महत्व की बात की जाये तो भारत की अर्थव्यवस्था में कृषि का स्थान अत्यन्त ही महत्वपूर्ण है। अतः वर्तमान समय में देखा जाये तो, भारत की बहुत बड़ी आबादी को कृषि के माध्यम से ही रोजगार प्राप्त होता है। ग्रामीण क्षेत्रो में कृषि रोजगार का सबसे बड़ा साधन है।
अब हम रामपुर शहर और रामपुर जिले की बात करे तो रामपुर जिले में कृषि की प्रधानता है,रामपुर जिला उत्तर-प्रदेश के मुरादाबाद मण्डल का प्रमुख जिला है, इसके उत्तर दिशा में उधमसिंह नगर जिला (उत्तराखंड), पूर्व में बरेली जिला, पश्चिम में मुरादाबाद जिला, दक्षिण में बदायूँ जिला है। यहाँ रबी और खरीफ़ दोनो ही प्रकार कि फसलों का उत्पादन उच्च मात्रा में किया जाता है।
रामपुर भारत के उन प्रमुख कृषि क्षेत्रों मे से एक है जहा मेन्थोल (पिपरमेंट) का उत्पादन किया जाता है। भौगोलिक स्थिति से रामपुर का कृषि क्षेत्र अत्यन्त उपजाऊ है। यह क्षेत्र कोसी नदी के बाँए किनारे पर स्थित होने के कारण इस क्षेत्र की मिट्टी अधिक उपजाऊ है, जिसका प्रमुख कारण है नदी के पानी के बहाव के साथ आने वाली उपजाऊ मिट्टी का यहाँ के क्षेत्र में आकर के रूक जाना। इसी कारण इस क्षेत्र में दोमट मिट्टी की अधिकता पायी जाती है। रामपुर जिले की 97 प्रतिशत भूमि कृषी के योग है, अतः यहाँ की प्रमुख फसलें गेहूँ, चावल, गन्ना, आलू, दलहन तथा मेन्थोल है।
रामपुर की कुल जनसंख्या में से 32 प्रतिशत कार्यरत है, जिनमे 83 प्रतिशत पुरुष तथा 11 प्रतिशत महिलाये कार्यरत हैं। ईनमें से मुख्य कार्यरत कर्मचारी 77 प्रतिशत है जिनमें 82 प्रतिशत पुरूष और 49 प्रतिशत महिलायें हैं। अतः रामपुर क्षेत्र की कुल कार्यरत जनसंख्या का 60 प्रतिशत भाग कृषी के कार्यों में कार्यरत है।
1. http://krishimitra.in/index.php/2-uncategorised/5-2015-03-25-18-19-44
2. https://sol.du.ac.in/mod/book/view.php?id=1737
3. https://thaluaclub.in/2015/10/23/importance-of-agriculture/