दांतों के विकारों में काफी लाभदायक होता है मौलसिरी वृक्ष

रामपुर

 04-04-2020 01:20 PM
पेड़, झाड़ियाँ, बेल व लतायें

हमारे शरीर को निरोगी बनाये रखने में औषधीय पौधों का अत्यधिक महत्व होता है यही वजह है कि सदियों से हमारे द्वारा औषधीय पौधों को सबसे अधिक महत्व दी जाती रही है। ऐसे ही आमतौर पर रामपुर में दिखाई देने वाले मौलसिरी के वृक्ष में तमाम औषधीय गुण मिलते हैं। मौलसिरी एक मीठे सुगंधित फूल वाला सदाबहार पेड़ है, जो दक्षिण एशिया, दक्षिण पूर्व एशिया और उत्तरी ऑस्ट्रेलिया में उष्णकटिबंधीय जंगलों में पाया जाता है और इसे अक्सर बगीचे में भी उगाया जाता है।

वहीं इसकी छोटी चमकदार, मोटी, संकरी, नुकीली पत्तियों, और फैलती हुई शाखाओं के साथ यह एक बेशकीमती सजावटी प्रतिरूप प्रदान करता है और साथ ही यह मार्च से जुलाई के महीनों के दौरान घनी छाया के साथ साथ ठंडी हवा भी देता है। साथ ही इसके ताजे फल खाद्य योग्य माने जाते हैं, जो आमतौर पर रोएंदार, चिकने, अंडाकार, चमकीले लाल-नारंगी होते हैं। इसकी लकड़ी बेहद बहुमूल्य लकड़ी मानी जाती है, जो काफी मजबूत होती है और गहरे लाल रंग की होती है।

मौलसिरी वृक्ष में पाए जाने वाले पुष्प छोटे, तारे के आकार के, पीले सफेद रंग के होते हैं, जिसके बीच में एक मुकुट सा बना होता है। इसके पुष्प की टूटने के बाद भी कई दिनों तक अपनी गंध को बरकरार रखे रखने की विशेषता को देखते हुए लोग इसके पुष्पों को इकट्ठा करना पसंद करते हैं। भारतीय पौराणिक कथाओं (जैसे रामायण और अन्य संस्कृत साहित्य) में मौलसिरी के पुष्पों का वर्णन “वकुला” के रूप में मिलता है, जिसमें बताया गया है कि यह सुंदर महिलाओं के मुंह से अमृत छिड़कने पर खिले थे। वहीं इसके फूलों को धूप में सुखाया जाता है और थाईलैंड में जलसेक और हरी चाय के परिवर्धन के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।

मौलसारी की छाल, फूल, फल और बीज आयुर्वेदिक चिकित्सा में उपयोग किए जाते हैं जिसमें इसे कसैला, ठंडा, कृमिनाशक, टॉनिक (tonic) और ज्वरनाशक माना जाता है। यह मुख्य रूप से मसूड़ों की समस्याओं और दंत विकारों जैसे रक्तस्राव मसूड़ों, ढीले दांतों, संवेदनशील दांतों, गुहाओं आदि के उपचार में विशेष रूप से उपयोगी पाए जाते हैं, इसके कोमल भागों का उपयोग आमतौर पर दांतों के ब्रश के रूप में किया जाता है। वहीं मसूड़ों को मजबूत करने के लिए इसकी छाल और बीज की परत का उपयोग भी किया जाता है।

किसी भी रोग का उपचार स्वयं करने से पहले चिकित्सक से आवश्य सलह लें।

संदर्भ :-
1. http://www.flowersofindia.net/catalog/slides/Maulsari.html
2. https://en.wikipedia.org/wiki/Mimusops_elengi
3. https://bit.ly/2UGPBgf
चित्र सन्दर्भ:
1. Pxhere – Mimusops elengi
2. Unsplash – elengi maulsari
3. Pxhere – malsari – Spanish berry



RECENT POST

  • जानें, क्यों पतन हुआ महाजनपदों में से एक, मगध साम्राज्य का
    ठहरावः 2000 ईसापूर्व से 600 ईसापूर्व तक

     22-10-2024 09:25 AM


  • चलिए, चलते हैं, चन्नापटना के रंग-बिरंगे खिलौनों के अद्भुत सफ़र पर
    हथियार व खिलौने

     21-10-2024 09:24 AM


  • आइए, ‘विश्व सांख्यिकी दिवस’ के अवसर पर जानें, मैंडलब्रॉट ज़ूम के बारे में
    संचार एवं संचार यन्त्र

     20-10-2024 09:24 AM


  • हिमालयन न्यूट के प्राकृतिक निवास स्थान, अब कंक्रीट के ढांचों में बदल गए हैं
    मछलियाँ व उभयचर

     19-10-2024 09:15 AM


  • जानें कैसे लोगों का मन मोह रही है, कपड़ों पर ऊनी धागों से बनी क्रुएल कढ़ाई
    स्पर्शः रचना व कपड़े

     18-10-2024 09:20 AM


  • गंभीर रूप से लुप्तप्राय के रूप में सूचीबद्ध हैं रहस्यमयी मालाबार सिवेट
    स्तनधारी

     17-10-2024 09:22 AM


  • दुनिया भर में अपनाई जाती है लिनियस द्वारा विकसित पहली जीवों की पदानुक्रमित नामकरण प्रणाली
    कोशिका के आधार पर

     16-10-2024 09:25 AM


  • स्वचालन ने खनन कार्यों को विडियो गेम जैसा बना दिया है !
    खदान

     15-10-2024 09:19 AM


  • छुईमुई को स्पर्श करने पर, वह प्रदर्शित करेगा, निक्टिनैस्टिक व्यवहार
    व्यवहारिक

     14-10-2024 09:26 AM


  • आइए जानें, कैसे बनते हैं आलू के चिप्स
    वास्तुकला 2 कार्यालय व कार्यप्रणाली

     13-10-2024 09:14 AM






  • © - , graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id