रामपुर में सामान्य बटेर (Quail/क्वेल) को आसानी से देखा जा सकता है। यह विशेष इसलिए भी है क्योंकि यह भोजन के विकल्प के रूप में तेज़ी से लोकप्रियता हासिल कर रहा है। सामान्य बटेर (कोटरनिक्स कोटरनिक्स/Coturnix coturnix), या यूरोपीय बटेर एक छोटे तथा गोल आकार का पक्षी है, जिसमें सफेद आईस्ट्रीप (Eyestripe) के साथ भूरे रंग की रेखाएं बनी होती हैं। यह यूरोप (Europe) और उत्तरी अफ्रीका (Africa) में व्यापक रूप से पाया जाता है, तथा IUCN ने इसे लीस्ट कंसर्न (Least concern) अर्थात कम चिंताजनक की श्रेणी में रखा है। प्रवासी स्वभाव के कारण, इसमें लंबे पंख पाये जाते हैं। इसका माप लगभग 18.0 – 21.9 सेमी (7.1 - 8.62 इंच) और वज़न 91-131 ग्राम (3.2–4.62 आउंस) है। यह एक स्थलीय प्रजाति है, जोकि ज़मीन पर पड़े बीजों और कीड़ों को अपना भोजन बनाती है। इनकी नर प्रजातियों को अपने एक विशिष्ट गीत के लिए जाना जाता है जोकि ज्यादातर सुबह, शाम और कभी-कभी रात में सुना जा सकता है। यूरोप और एशिया (Asia) के अधिकांश हिस्सों में 6-8 सप्ताह की आयु प्राप्त करने पर, यह कृषि भूमि या घास के मैदान पर प्रजनन करता है तथा अपने घोंसले में 6-12 अंडे देता है। फ्रांसीसी खाने में सामान्य बटेर का उपयोग बहुत पसंद किया जाता था, किंतु अब यह अन्य स्थानों में भी खाने में शामिल किया जा रहा है। सामान्य बटेर अब पोलिश व्यंजनों (Polish cuisine), माल्टीज़ व्यंजनों (Maltese cuisine), पुर्तगाली व्यंजनों (Portuguese cuisine), इतालवी व्यंजनों (Italian cuisine) और भारतीय व्यंजनों का भी हिस्सा बन गया है। इसे आमतौर पर हड्डियों के साथ पूरी तरह से खाया जाता है, क्योंकि इसे आसानी से चबाया जा सकता है। एशिया, यूरोप और उत्तरी अमरीका जैसे देशों में बटेर के मांस के साथ-साथ अंडों को भी खाने में शामिल किया जाता है। जापानी व्यंजनों में या तो इन्हें कच्चा या फिर पका कर खाया जाता है। ब्राज़ील (Brazil), कोलम्बिया (Colombia), इक्वाडोर (Ecuador) और वेनेज़ुएला (Venezuela) में बनने वाले हॉट डॉग (Hot dogs) और हैम्बर्गर (Hamburgers) में बटेर के उबले हुए अंडे का इस्तेमाल टॉपिंग (Topping) के लिए किया जाता है। फिलीपींस (Philippines) में क्वेक-क्वेक (Kwek-Kwek) एक लोकप्रिय स्ट्रीट फूड (Street food) है, जिसमें बटेर के अंडे का इस्तेमाल किया जाता है। इंडोनेशिया (Indonesia) में इसे स्नैक्स (Snacks) के रूप में भी बेचा जाता है।
भारत में बटेर की वाणिज्यिक खेती (Quail farming) आय और रोज़गार के अवसर का एक बड़ा स्रोत हो सकती है। आर्थिक महत्व के साथ-साथ बटेर फार्मिंग बहुत सुखद और मनोरंजक भी है क्योंकि इनकी पालन-पोषण प्रणाली बहुत आसान और सरल है। मांस और अंडे दोनों के व्यावसायिक उत्पादन के लिए बटेर का पालन बहुत उपयुक्त है। भारत में 2014 से पहले इसकी बिक्री पर प्रतिबंध था किंतु 2014 के बाद यह प्रतिबंध हटा दिया गया। यह व्यवसाय किसी भी अन्य पोल्ट्री (Poultry) व्यवसाय की तुलना में अधिक लाभदायक है क्योंकि बटेर लगभग सभी प्रकार की जलवायु और पर्यावरण के साथ खुद को समायोजित कर लेते हैं। क्योंकि इन्हें कम जगह, भोजन, देखभाल और अन्य प्रबंधन की आवश्यकता होती है, इसलिए भारत में इनका व्यवसाय बहुत ही अधिक लाभदायक हो सकता है। बटेर पालन व्यवसाय शुरू करना बहुत आसान और सरल है। भारत में बटेर का वाणिज्यिक व्यवसाय शुरू करने हेतु आवास प्रबंधन अति आवश्यक है। इसके लिए पिंजरे का निर्माण किया जा सकता है। अच्छी गुणवत्ता का पौष्टिक भोजन प्रदान करना इनके विकास, स्वास्थ्य और समग्र उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आमतौर पर एक वयस्क बटेर रोज़ाना लगभग 20 से 35 ग्राम भोजन का सेवन करता है। नवजात बटेर के भोजन में लगभग 27% प्रोटीन (Protein) और वयस्क के भोजन में लगभग 22-24% प्रोटीन होना चाहिए।© - , graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.