प्रत्येक वर्ष, लाखों भारतीय कैंसर (Cancer) का शिकार होने के कारण मृत्यु को प्राप्त हो जाते हैं। हर दिन औसतन 1,300 से अधिक भारतीय इस खतरनाक बीमारी के शिकार होते हैं, जिसके चलते कैंसर के नए मामलों या इसकी घटनाओं में 2020 तक 25% की वृद्धि होने का अनुमान लगाया गया था। कैंसर तब होता है जब कुछ असामान्य कोशिकाओं का एक समूह अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगता है और अक्सर एक ट्यूमर (Tumor) बन जाता है।
नेशनल हेल्थ प्रोफाइल (National Health Profile), 2019 के आंकड़ों के अनुसार, 2017 और 2018 के बीच राज्य में संचालित एनसीडी क्लीनिकों (NCD Clinics) में सामान्य कैंसर जैसे, ओरल (oral), स्तन और ग्रीवा कैंसर के मामलों में लगभग 324% की वृद्धि देखी गई है। 2017 में पाए गए 39,635 मामलों की तुलना में 2018 में स्क्रीनिंग (Screening) के लिए क्लीनिकों में जाने वाले 6.5 करोड़ लोगों में से इन आम कैंसर से 1.6 लाख लोग पीड़ित थे।
वहीं आमतौर पर यह जानना संभव नहीं है कि एक व्यक्ति को कैंसर क्यों होता है और दूसरे को क्यों नहीं। हालांकि अनुसंधान से पता चलता है कि कुछ कारक (जैसे उम्र और परिवार का इतिहास) किसी व्यक्ति के कैंसर के विकास की संभावना को बढ़ा सकते हैं। दूसरी ओर तनाव, भोजन की बदलती आदतों, तंबाकू उत्पादों और शराब के सेवन सहित तेज़ी से बदलती जीवन शैली को विशेषज्ञ लोगों के समक्ष कैंसर की कोशिकाओं के बढ़ने का मुख्य कारण बताते हैं।
कैंसर की घटनाओं और मृत्यु दर में क्षेत्रीय भिन्नता ने भी एक अहम भूमिका निभाई है। जैसा कि हम पहले भी बता चुके हैं कि आंतरिक कारक और बदलती जीवन शैली कैंसर का कारण बन सकते हैं। यही कारण है कि एक भौगोलिक विकृति अध्ययन कैंसर के अनुपात के कुछ संकेत देता है जो विशिष्ट हानिकारक जीवन शैली या पर्यावरणीय कारकों को संशोधित करके रोका जा सकता है।
1) उत्तर-पूर्व में कैंसर की दर सबसे ज्यादा है, खासकर अन्नप्रणाली (Oesophagus) कैंसर की, इसका मुख्य कारण वहाँ उपयोग किए जाने वाला तंबाकू और घर में लकड़ी का जलाना है।
2) पश्चिम बंगाल में फेफड़ों और मूत्राशय के कैंसर को देखा गया है, जिसका मुख्य कारण वायु और जल प्रदूषण है।
3) दक्षिण तटीय भारत में पेट के कैंसर को देखा गया है, जिसका मुख्य कारण नमक और मसाले से भरपूर आहार है।
4) गोवा में कोलन (Colon) के कैंसर को देखा गया है, जिसका मुख्य कारण लाल मीट, शराब और तंबाकू है।
5) गुजरात और राजस्थान में गर्दन और सिर के कैंसर को देखा गया है, जिसका मुख्य कारण तंबाकू और पान मसाला है।
6) पंजाब, मालवा बेल्ट में सभी कैंसर को औसत से अधिक देखा गया है, विशेष रूप से गुर्दे, मूत्राशय, स्तन कैंसर, जिसका मुख्य कारण प्रदूषण, कीटनाशक, भोजन में विषाक्त पदार्थ हैं।
7) गैंगेटिक प्लेन (Gangetic Plains - उत्तर प्रदेश, बिहार) में पित्ताशय, सिर और गर्दन के कैंसर को देखा गया है, जिसका मुख्य कारण प्रदूषित जल, नदियों में अवसाद, और मछली तथा जानवर प्रोटीन (Protein) से भरपूर भोजन हैं।
हर व्यक्ति द्वारा शरीर में किसी भी प्रकार के परिवर्तन या कैंसर के लक्षण को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए, क्योंकि जितनी जल्दी कैंसर से रोगग्रस्त व्यक्तियों में कैंसर की पहचान होती है उतनी जल्दी ही इसका सफल उपचार करने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। दूसरी ओर विलंबित या दुर्गम कैंसर का इलाज असंभव और काफी महंगा हो जाता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति अपने आस-पास के लोगों को कैंसर के बारे में जागरूक करे और जल्द इलाज कराने के लिए प्रेरित करे।
संदर्भ:
1. https://www.thebetterindia.com/74188/cancer-awareness-india/
2. https://bit.ly/2UiXnNE
3. https://bit.ly/3b8GLhA
4. https://bit.ly/371QMKk
चित्र सन्दर्भ:-
1. https://commons.wikimedia.org/wiki/File:Cancer_cells_(1).jpg
2. https://www.pexels.com/photo/cancer-cigarette-concept-creative-347223/
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