शहरीकरण पर बढ़ते ध्यान के साथ, हम कभी-कभी उन दुष्प्रभावों को महसूस करने में विफल हो जाते हैं जो निरंतर शहरीकरण के साथ जुड़े होते हैं। ऐसी ही एक गंभीर समस्या के समाधान के रूप में आधुनिक समाज द्वारा वास्तुस्थितिकी (अंग्रेज़ी में Arcology/आर्कोलॉजी) को शहरों की भीड़ से हो रहे नुकसान के चलते अपनाया जा रहा है। वास्तुस्थितिकी, वास्तु कला और पारिस्थितिकी का एक मिश्रित अध्ययन होता है जिसमें विशेष रूप से घनी जनसंख्या वाले क्षेत्रों में ऐसे आवास व कार्यस्थल बनाने पर ज़ोर दिया जाता है जिससे पर्यावरण पर कम-से-कम हानिकारक प्रभाव पड़े। इसमें एक ही बड़ी इमारत में आवास, कार्यालय, कृषि, जल, बिजली और दुकानों जैसी सारी चीज़ों को उपलब्ध करवाया जाएगा।
“वास्तुस्थितिकी” शब्द को 1969 में वास्तुकार पाओलो सोलेरी द्वारा दिया गया था। उनका मानना था कि वास्तुस्थितिकी व्यक्तिगत मानव पर्यावरणीय प्रभाव को कम करते हुए विभिन्न आवासीय, वाणिज्यिक और कृषि सुविधाओं के लिए स्थान प्रदान करेगी। इस अवधारणा को विभिन्न विज्ञान कथा के लेखकों द्वारा लोकप्रिय बनाया गया, ‘द वॉटर नाइफ’ (The Water Knife) में पाओलो बेसिगलुपी और ‘न्यूट्रॉनियम अल्केमिस्ट’ (Neutronium Alchemist) में पीटर हैमिल्टन जैसे लेखकों ने स्पष्ट रूप से अपने कथानक में वास्तुस्थितिकी विज्ञान का उपयोग किया और उसमें उन्हें आत्म-निहित या आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर चित्रित किया था।
प्राकृतिक संसाधनों पर मानव प्रभाव को कम करने के लिए वास्तुस्थितिकी का प्रस्ताव रखा गया था। वहीं वास्तुस्थितिकी के डिज़ाइन (Design) बहुत बड़े पैमाने पर पारंपरिक भवन और सिविल इंजीनियरिंग (Civil engineering) की तकनीकों का प्रयोग करती हैं, लेकिन वास्तुस्थितिकी की व्यावहारिक परियोजनाओं को हासिल करना काफी मुश्किल है। लेकिन वर्तमान में निर्माणाधीन विश्व की वास्तविक वास्तुस्थितिकी की एक सूची निम्नलिखित है :-
अर्कोसांटी (Arcosanti) :- पाओलो सोलेरी ने फीनिक्स से 70 मील उत्तर में एरिज़ोना रेगिस्तान में 5,000 लोगों के लिए एक नियोजित समुदाय अर्कोसांटी को बनाने की परियोजना को तैयार किया था। 1970 से, सोलरी ने 6,000 से अधिक लोगों की मदद से इस परियोजना पर काम शुरू कर दिया था। हालांकि, इसमें आखिरी इमारत 1989 में पूरी हो गई थी, और तब से धीमी गति में प्रगति हो रही है, जिसमें निर्माण पर कम ध्यान और शिक्षा और पर्यटन पर अधिक ज़ोर दिया जा रहा है।
मसदर शहर :- संयुक्त अरब अमीरात में आबू धाबी में एक योजनाबद्ध शहर बनाया जा रहा है, जो पूरी तरह से सौर और अन्य नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों पर निर्भर होगा और इसमें शून्य-कार्बन (Zero-Carbon), शून्य-अपशिष्ट का सिद्धांत शामिल है। यह परियोजना 45,000 से 50,000 लोगों और 1,500 व्यवसायों को घर प्रदान करेगी, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय नवीकरणीय ऊर्जा एजेंसी और मसदर इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (Masdar Institute of Science and Technology) शामिल हैं। साथ ही इसमें कारों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
क्रिस्टल आइलैंड (Crystal Island) :- मॉस्को, रूस में, नॉर्मन फोस्टर ने एक और वास्तुस्थितिकी क्रिस्टल आइलैंड को डिज़ाइन किया है। यदि यह योजना सफलतापूर्वक बनती है तो इसमें 25 लाख वर्ग मीटर का स्थान और 450 मीटर की ऊँचाई होगी, जिससे यह दुनिया की छठी सबसे ऊंची इमारत होगी और जगह के मामले में सबसे बड़ी संरचना होगी।
हैली रिसर्च स्टेशन (Halley Research Station) :- ब्रिटिश अंटार्कटिक सर्वेक्षण द्वारा संचालित हैली रिसर्च स्टेशन, वास्तुस्थितिकी के कई उदाहरणों में से एक है। 1956 में इसकी स्थापना की गई थी, इसकी स्थापना लकड़ी की झोपड़ियों से लेकर स्टील (Steel) की सुरंगों से की गई है। विश्व भर के विभिन्न देशों द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न अनुसंधान स्टेशन लगभग सभी स्वयं-निहित इकाइयों के रूप में मौजूद हैं, क्योंकि वहाँ बाहरी दुनिया के साथ बहुत कम संपर्क संभव है।
वहीं वास्तविक वास्तुस्थितिकी के निर्माण के अधिकांश प्रस्ताव वित्तीय, संरचनात्मक या वैचारिक कमियों के कारण विफल रहे हैं। इसलिए वास्तुस्थितिकी मुख्य रूप से काल्पनिक कार्यों में पाए जाते हैं जैसे साहित्य में सबसे शुरुआती उदाहरणों में से एक विलियम होप हॉजसन की 1912 की भयावी/काल्पनिक उपन्यास ‘द नाइट लैंड’ (The Night Land) है, जिसमें मानवता के अंतिम अवशेष दो विशाल स्व-निहित धातु स्तंभों में जीवित दर्शाए गये हैं। एक अन्य महत्वपूर्ण उदाहरण लैरी निवेन और जेरी पॉर्नेल द्वारा 1981 के उपन्यास ‘ओथ ऑफ फील्टी’ (Oath of Fealty) में पाया जा सकता है, जिसमें दर्शाया गया है कि लॉस एंजेलेस की आबादी का एक खंड एक वास्तुस्थितिकी में स्थानांतरित हो गया।
संदर्भ :-
1. https://en.wikipedia.org/wiki/Arcology
2. https://codinaarchitectural.com/arcology-architecture-and-ecology/
3. https://www.wired.co.uk/article/paolo-soleri-arcologies
4. https://bit.ly/2W62iQM
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