कैसे बनायें गर्मियों में अपने लिए एक हरा भरा लॉन

रामपुर

 10-06-2019 12:01 PM
पेड़, झाड़ियाँ, बेल व लतायें

गर्मियों का मौसम हो और साथ ही आपका बगीचा या लॉन/लान (Lawn) हरा भरा हो, तो मौसम का आनंद ही कुछ और हो जाता है। आज हर कोई अपने घर के पास एक छोटा सा लॉन रखना चाहता है जिसमें हमेशा मखमल सी एक हरी-भरी घास की चादर बिछी हो। लेकिन समस्‍या यह है कि यह घास कैसे लगाई जाए तथा कैसे इसकी देख-रेख की जाए ता‍कि यह हर समय हरी भरी रहे। इसके लिए बाज़ार में कई विकल्‍प मौजूद हैं, जिनका चयन आप अपने यहां के स्‍थानीय मौसम और मिट्टी के अनुरूप कर सक‍ते हैं।

1. दूब – भारत में दूब/दूर्वा का धार्मिक और औषधीय दोनों ही दृष्टि से विशेष महत्‍व है। प्राचीन यूनान और रोमन साम्राज्‍य के दौरान और मध्‍यकाल में इसे औषधि‍ के रूप में उपयोग किया गया था। भारत में दूब पर्याप्‍त मात्रा में उपलब्‍ध होती है, कहीं इसे सजावट के रूप में उपयोग किया जाता है तो कहीं इसे खरपतवार माना जाता है। किंतु अपने औषधीय गुणों के कारण यह घास लगभग 3,000 सालों से अस्तित्‍व में है। इसे उगाने के लिए कम पानी और ज्‍यादा सूर्य के प्रकाश की आवश्‍यकता होती है। दूब को बरमूडा घास (Bermuda Grass) के रूप में भी जाना जाता है, जिसे बड़े-बड़े मैदानों में भी लगाया जाता है।

2. मैक्सिकन कार्पेट (Mexican carpet) घास- इस चमकीली और हरी घास के लिए नियमित रख रखाव की आवश्‍यकता होती है। इसके लिए धूप की सामान्‍य मात्रा भी पर्याप्‍त है।

3. क्रैब घास-(Crab grass) इसकी विशेषताओं के कारण इसे खरपतवार माना जाता है, यह मुख्‍यतः छायांकित क्षेत्रों में लगती है तथा तीव्रता से फैलती है और इसकी पत्तियां काफी चौड़ी होती हैं।

4. कोरियाई घास-(Korean Grass) यदि आप अपने बगीचे को सिर्फ हरा भरा देखने के लिए घास लगा रहे हैं, तो कोरियाई घास आपके लिए एक अच्‍छा विकल्‍प है। जिसको समय-समय पर नियमित रूप से लगाया जाता सकता है।

इन्‍हें आप ऑनलाइन (Online) (https://nurserylive.com/buy-lawn-grass-seeds-online-in-india) भी खरीद सकते हैं। इस प्रकार की घास को यदि आप अपने लॉन में लगाना चाहते हैं तो उसके लिए विशेष रख रखाव और भूमि को तैयार करने की आवश्‍यकता होगी। इसके लिए आप एक क्रमबद्ध प्रक्रिया को अपना सकते हैं:
लॉन तैयार करना: जितने क्षेत्र में आपको घास या बरमूडा घास या अन्‍य कोई घास लगानी है उस क्षेत्र की सीमा निर्धारित करें, फिर लगभग 8 से 10 इंच तक मिट्टी की गहरी खुदाई करें तथा ध्‍यान रहे कि मिट्टी में किसी भी प्रकार के पत्‍थर ना रहें और कठोर मिट्टी को तोड़ दिया जाए।

मिट्टी को तैयार करना: मिट्टी की ढंग से खुदाई के बाद पौधशाला से बगीचे के लिए तैयार किए गए मिट्टी के मिश्रण को लाएं, लगभग 500 वर्ग फुट के एक बगीचे के लिए कम से कम 15 कट्टे मिट्टी की आवश्‍यकता होगी। इस मिट्टी को अपने बगीचे की मिट्टी के साथ अच्छी तरह से मिलाएं। अब इतने हिस्‍से में पानी डालकर उसे सूखने के लिए छोड़ दें।

कुछ दिनों बाद मिट्टी को पुनः जोतें तथा इसमें उग आयी किसी भी प्रकार की खरपतवार को निकाल दें। मिट्टी में अनावश्‍यक खरपतवार और कीड़ों को रोकने के लिए इसमें खाद तथा नीम केक पाउडर (Neem Cake Powder) का उपयोग करें। खाद डालने के बाद एक सप्ताह तक बगीचे को पर्याप्‍त मात्रा (लगभग 3 इंच की गहराई तक) में पानी देते रहें। हो सकता है कि पर्याप्‍त खाद और सिंचाई के कारण आपके बगीचे में कुछ आवश्‍यक सब्ज़ी या फूल के पौधे उग आएं किंतु घास के लिए तैयार किए जाने वाले इस बगीचे में किसी भी प्रकार का पौधा न रहे। कुछ समय के लिए बगीचे को पानी देना बंद कर दें। कुछ दिनों बाद मिट्टी को फिर से जोतें तथा उसे पुनः पानी देना प्रारंभ करें। जब तक नई मिट्टी रोपण के लिए तैयार नहीं हो जाती तब तक तीन से चार सप्‍ताह के लिए इस प्रक्रिया को जारी रखें।

लॉन के लिए बरमूडा घास (दूब) या ऑस्ट्रेलियाई घास सबसे बेहतर विकल्‍प है। जिसमें आप विभिन्‍न गतिविधि (व्‍यायाम, भ्रमण, आराम इत्‍यादि) कर सकते हैं। यदि आप दूब का चयन कर रहे हैं तो आप 1000 वर्ग फीट क्षेत्र के लिए एक कट्टा दूब पौधशाला से खरीद सकते हैं। इस घास को अब तैयार खेत में फैला दें तथा पर्याप्‍त पानी देते रहें। यह जल्‍दी जड़ पकड़ लेती है तथा लगभग 15 दिनों में भूमि को हरा भरा कर देती है।

अपने दूब के मैदान में उसकी नियमित कटाई करते रहें जिसके लिए आप इलेक्ट्रिक (Electric) घास काटने वाली मशीन (Machine) या हाथ से घास काटने वाली मशीन का प्रयोग कर सकते हैं। घास की कटाई से पूर्व ध्‍यान रहे कि आपकी भूमि सूखी हो तथा कटाई के बाद आपका मैदान पीला और सूखा लगने लगेगा किंतु चिंता न करें, दोबारा नियमित पानी देते रहें, आपका लॉन पुनः हरा भरा हो जाएगा। थोड़ी सी मेहनत आपके लॉन को खूबसूरत बनाने के सपने को पूरा कर सकती है।

संदर्भ:
1. https://www.thehindu.com/features/homes-and-gardens/gardens/where-the-grass-is-always-green/article5123455.ece
2. https://nurserylive.com/buy-lawn-grass-seeds-online-in-india
3. https://www.quora.com/What-are-the-different-grass-varieties
4. https://planetherbs.com/blogs/michaels-blogs/bermuda-grass-durva-the-second-holiest-herb-the-number-one-weed/



RECENT POST

  • आइए आनंद लें, फ़ुटबॉल से जुड़े कुछ मज़ेदार चलचित्रों का
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     22-12-2024 09:23 AM


  • मोरक्को में मिले 90,000 साल पुराने मानव पैरों के जीवाश्म, बताते हैं पृथ्वी का इतिहास
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     21-12-2024 09:31 AM


  • आइए जानें, रामपुर के बाग़ों में पाए जाने वाले फूलों के औषधीय लाभों और सांस्कृतिक महत्व को
    गंध- ख़ुशबू व इत्र

     20-12-2024 09:19 AM


  • वैश्विक हथियार निर्यातकों की सूची में, भारत कहाँ खड़ा है?
    हथियार व खिलौने

     19-12-2024 09:22 AM


  • रामपुर क्षेत्र के कृषि विकास को मज़बूत कर रही है, रामगंगा नहर प्रणाली
    नदियाँ

     18-12-2024 09:24 AM


  • विविध पक्षी जीवन के साथ, प्रकृति से जुड़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है रामपुर
    पंछीयाँ

     17-12-2024 09:26 AM


  • आइए जानें, कैसे हम, बढ़ते हुए ए क्यू आई को कम कर सकते हैं
    जलवायु व ऋतु

     16-12-2024 09:31 AM


  • आइए सुनें, विभिन्न भारतीय भाषाओं में, मधुर क्रिसमस गीतों को
    ध्वनि 1- स्पन्दन से ध्वनि

     15-12-2024 09:34 AM


  • आइए जानें, इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर दी गईं स्टार रेटिंग्स और उनके महत्त्व के बारे में
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     14-12-2024 09:27 AM


  • आपातकालीन ब्रेकिंग से लेकर स्वायत्त स्टीयरिंग तक, आइए जानें कोलिझन अवॉयडेंस सिस्टम के लाभ
    य़ातायात और व्यायाम व व्यायामशाला

     13-12-2024 09:24 AM






  • © - , graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id