जैसा हम जानते हैं कि भारत के लोगों का प्राचीन काल से ही देवी देवताओं पर विश्वास रहा है। और इसी विश्वास के कारण वे लोग देवी देवताओं की पूजा और अर्चना के लिये किसी विशेष दिन को अधिक महत्व देते हैं। इन दिवसों में भारतीय लोग भिन्न-भिन्न कर्म विधियों के द्वारा देवी देवताओं की उपासना करते हैं। सप्ताह में आने वाले दिन शुक्रवार का भी कई धर्मों में विशेष महत्व है। हिंदू धर्म में यह दिन विशेष रूप से माता शक्ति और मां संतोषी को समर्पित किया जाता है। इसके अतिरिक्त माता दुर्गा, काली और सरस्वती के मंदिरों में भी लोग इस दिन एकत्रित होकर भजन और कीर्तन करते हैं। शुक्रवार का उपवास सूर्योदय से शुरु होकर सूर्यास्त पर खत्म होता है जिसमें श्रद्धालु सफेद रंग की पोशाक पहनते हैं तथा सायंकाल में सफेद रंग के भोजन जैसे खीर आदि के रूप में ग्रहण करते हैं।
सोलह शुक्रवार के उपवास का भी बहुत ही अधिक महत्व है। सोलह शुक्रवार के उपवास माता संतोषी को समर्पित किये जाते हैं जिसमें श्रद्धालु लगातार 16 शुक्रवार तक उपवास करते हैं। इस उपवास में खट्टे पदार्थों को खाना निषेध होता है तथा प्रसाद के रूप में केवल गुड़-चना ही चढ़ाया और ग्रहण किया जाता है। लोगों का विश्वास है कि संतोषी माता पूर्ण शुद्धता और श्रद्धा से उपवास रखने वाले भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। शुक्रवार का दिन शुक्र ग्रह से भी सम्बंधित है। ज्योतिषीय शब्द ‘शुक्र’ दानवों के गुरु शुक्राचार्य को भी संदर्भित करता है। शुक्र ग्रह बहुत शुभ माना जाता है तथा ऐसा विश्वास है कि शुक्रवार को इस ग्रह के पूजन से धन-धान्य और समृद्धि का विकास होता है।
केवल हिंदू धर्म में ही नहीं बल्कि अन्य धर्मों में भी शुक्रवार का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। रोमानी लोग इस ग्रह को प्रेम और सौंदर्य की देवी मानते हैं। यहां की महिलाएं इस दिन इस ग्रह की पूजा देवी के रूप में करती हैं। इस्लाम धर्म में इस दिन सभी वयस्क पुरुष मदरसे में जाकर विशेष प्रार्थना करते हैं। पैगंबर मुहम्मद के अनुसार लोगों को किसी भी परिस्थिति में शुक्रवार की प्रार्थनाओं की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए क्योंकि ऐसा करने पर मनुष्य को दिव्य मार्गदर्शन से वंचित कर दिया जाएगा। ईसाई धर्म में भी शुक्रवार के दिन को गुड फ्राई-डे (Good Friday) के रूप में मनाया जाता है। गुड फ्राई-डे ईस्टर (Easter) से पहले का शुक्रवार है तथा इसमें यीशु को सूली पर चढ़ाये जाने को संदर्भित किया जाता है। जैन धर्म में भी शुक्रवार के दिन को महत्वपूर्ण माना जाता है। सऊदी अरब और मालदीव में सप्ताहांत का पहला दिन शुक्रवार को माना गया है। कुछ संस्कृतियों में शुक्रवार का दिन अशुभ भी माना जाता है जैसे कुछ समुद्रतटीय क्षेत्रों में शुक्रवार के दिन नौकायन से यात्रा शुरू करना अशुभ है। कई ईसाई देशों में 13 तारीख के शुक्रवार को ‘ब्लैक फ्राइडे’ (Black Friday) अर्थात अशुभ दिन कहा जाता है।
रोमन कैथोलिक (Roman Catholic) शुक्रवार को मांस खाने (मछली को छोड़कर) से परहेज करते हैं। चर्च नियमों के अनुसार गुड फ्राइडे के दिन उपवास मनाया जाना चाहिए। यहूदी धर्म के अनुसार यहूदी सबाथ (Sabbath) शुक्रवार को सूर्यास्त से शुरू होता है और शनिवार की रात तक रहता है। यहूदी धर्म में भी चुकात (Chukat) के सप्ताह में शुक्रवार को उपवास करना शुभ है।
संदर्भ:
1. https://bit.ly/2WpgxD5
2. https://www.quora.com/Why-is-Friday-considered-auspicious-for-Hindu
3. https://detechter.com/fridays-are-considered-auspicious-for-hindu/
4. https://en.wikipedia.org/wiki/Friday
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