गर्मी के दिन शुरु होते ही अक्सर आपको निर्जलीकरण (डिहाइड्रेशन/Dehydration) की समस्या से गुज़रना पड़ता होगा और अस्पताल जाने पर एक ही सलाह मिलती होगी, ज्यादा पानी पीने की। कहीं भी चले जायें पानी की बोतल हर समय साथ ही रहती होगी और निश्चय ही नियमित रूप से पानी पीने से ऊबने के कारण आप बाज़ार के भांति-भांति के कोला और अन्य कार्बोनेटेड पेय (Carbonated Drinks) उपयोग करते होंगे। किन्तु इनके सेवन से कुछ समय की राहत आपको लम्बे समय के लिये या जीवन पर्यन्त आफत में डाल सकती है। कार्बोनेट पेय में कीटनाशकों का उपयोग भी किया जाता है जो शरीर के लिए हानिकारक होता है। इन पेय पदार्थों के हानिकारक प्रभाव को कम करने के लिए वर्तमान में कई पुराने भारतीय घरेलू तरीकों से बने हर्बल (Herbal) पेय पदार्थों को नया रूप देकर प्रस्तुत किया जा रहा है जो न केवल आपको भीषण गर्मी से बचाएगा बल्कि आपके स्वास्थ्य के लिये भी लाभकारी होगा।
वर्तमान में कई कंपनियों (Companies) और ब्रांडों (Brands) ने भिन्न-भिन्न पेय बाजारों में उपलब्ध करवा दिए हैं। इन ब्रांड और कंपनियों का उद्देश्य भारतीय पारंपरिक व्यंजनों और पेय पदार्थों को संरक्षित करना और इनकी उपलब्धता को शहरी बाजार में सुलभ बनाना है। ये ब्रांड पेय पदार्थों में कृत्रिम रंगों या परिरक्षकों का उपयोग नहीं करने का दावा करते हैं। 2003 में, दिल्ली-स्थित सार्वजनिक हित अनुसंधान संस्थान, सेंटर फ़ॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट (CSE- Centre for Science & Environment) ने कई लोकप्रिय सॉफ्ट ड्रिंक्स ब्रैंड (Soft Drink Brands) पर आरोप लगाया, जिसमें बहुत अधिक पसंद किए जाने वाले पेप्सी (Pepsi) और कोका-कोला (Coca Cola) के ब्रांड भी शामिल थे। इन पदार्थों में कीटनाशकों का स्तर बहुत अधिक पाया गया। लेकिन कुछ समय के बाद इस मुद्दे को अनदेखा कर दिया गया। अब कुछ ब्रांडों के द्वारा बाजारों में वातयुक्त पेय (Aerated Drinks) उपलब्ध हो गये हैं जो स्वस्थ और पौष्टिक विकल्प देने का दावा करते हैं। कुछ ब्रांड एवं कंपनियां निम्नलिखित हैं:
• एंटीडोट (ANTIDOTE): यह एक पारिवारिक उद्यम है, जिसकी शुरुआत दो बहनों, कैरोल और नादिया सिंह ने अपनी माँ सिमरन सिंह के साथ मिलकर की थी। ये अपने सभी पेय पदार्थों के लिए अत्यधिक कार्बनिक उत्पादों जैसे-100% प्राकृतिक और शुद्ध, 100% कृत्रिम मिठास का उपयोग करते हैं। इसका प्रयोग एंटी-एजिंग (Anti-aging), डिटॉक्स (Detox) और वजन कम करने में भी मदद करता है।
• फ्रेश प्रेसेरी (Fresh Pressery): इसकी शुरुआत रिशाद वज़ीरली और नताशा हिंशॉ ने की। यह कोल्ड प्रेस तकनीक का उपयोग करके पेय पदार्थ बनाते हैं। इसको बनाने की प्रक्रिया में किसी भी प्रकार के ताप का उपयोग नहीं किया जाता है, जिससे फलों के विटामिन और खनिज सुरक्षित रहते हैं।
• गुड जूसरी (Good Juicery): इस ब्रांड की शुरुआत मिशेल बावर ने की जिसका उद्देश्य लोगों को स्वस्थ विकल्प प्रदान करना है।
• पेपर बोट (Paper Boat): पेपर बोट पारंपरिक भारतीय पेय और खाद्य पदार्थों का एक ब्रांड है जो हेक्टर बेवरेजेज़ (Hector Beverages) द्वारा उत्पादित और विपणन किया जाता है। इसके संस्थापक नीरज कक्कर और उनके साथी हैं। अगस्त 2013 में हेक्टर बेवरेजेज़ ने पेपर बोट लॉन्च किया। इनके उत्पाद में पारंपरिक देशी पेय जैसे आम पन्ना, जलजीरा और आम रस शामिल हैं। इसका उद्देश्य पारंपरिक भारतीय व्यंजनों को नया रूप देकर संरक्षित करना तथा शहरी बाजार में सुलभ बनाना है। पेपर बोट पेय पदार्थों की लागत पर भी ध्यान देता है। इसने टेट्रा पैक्स (Tetra packs) को एक फ्लेक्सी पाउच (Flexi pouch) में बदला जिससे 25 ग्राम के मुकाबले केवल 8 ग्राम प्लास्टिक (Plastic) का ही उपयोग किया गया। जिस कारण इसकी लागत 50% कम हो गयी।
इसी प्रकार जूस अप (Juice Up), जूसीफिक्स (Juicifix), जसडिवाइन (JusDivine), रॉ प्रेसेरी (Raw Pressery), रिओ (Rio) आदि ऐसे ब्रांड हैं जो खनिज और विटामिन (Vitamin) से भरपूर फलों के ताजे स्वाद वाले पेय पदार्थों को बाजार में उपलब्ध करवाने का दावा करते हैं। ये भी गर्मियों के लिए अच्छा विकल्प हैं। इसके अतिरिक्त कुछ पेय पदार्थों को आप घर पर भी आसानी से बना सकते हैं जो आपको तरोताजा तो करेंगे ही, साथ ही स्वास्थ्य के लिए लाभकारी भी होंगे।
निम्निखित भारतीय हर्बल पेय पदार्थों का उपयोग गर्मी के प्रभाव को कम करने में सहायक है:
• आमपन्ना: यह गर्मियों में पसंद किया जाने वाला सबसे लोकप्रिय पेय है, जो कच्चे आम से बनाया जाता है।
• लस्सी: दही से बनाया जाने वाला यह पेय पंजाब का सबसे लोकप्रिय पेय है।
• नारियल पानी: नारियल पानी प्राकृतिक और रसायनमुक्त पेय है।
• छाछ: यह ठंडा पेय गर्मियों में आपके शरीर में पानी की मात्रा बनाये रखेगा और पाचन में भी मदद करेगा।
• गन्ने का जूस: गन्ने का जूस आपको बीमारियों से तो दूर रखेगा ही, साथ ही यह ऊर्जा का अच्छा स्रोत भी है।
• पुदीने का शरबत: यह पेय नीम्बू और पुदीने को मिलाकर बनाया जाता है जो पाचन में मदद करता है।
• सत्तू का शरबत: सत्तू का शरबत मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश और बिहार का लोकप्रिय पेय है। जिसे सामान्यतः बिना पकाये ही प्रयोग में लाया जाता है। यह भी पाचन में सहायक होता है।
• बेल का शरबत: यह पेय गर्मी के प्रभाव से शरीर को बचाता है, शरीर में पानी की मात्रा बनाये रखता है तथा त्वचा के लिये भी उपयोगी होता है।
• जल जीरा: नींबू का रस, जीरा, काली मिर्च, सेंधा नमक के संयोजन वाला यह पेय गर्मियों के लिए बहुत ही लाभकारी है।
• शिकंजी: नींबू, नमक और चीनी का ये संयोजन गर्मियों के लिए बहुत उपयोगी है।
• फ्लेवर्ड वाटर (Flavoured Water): पानी में अपने पसंदीदा फलों के रस को मिलाकर आप यह पेय तैयार कर सकते हैं।
• स्पार्कलिंग वाटर (Sparkling Water): नींबू या किसी भी फल के रस को स्पार्कलिंग वाटर (कार्बन डाई ऑक्साइड युक्त) में मिलाकर यह पेय तैयार किया जाता है।
संदर्भ:
1. https://bit.ly/2poO6EO
2. https://bit.ly/2EOsdUp
3. https://bit.ly/2WGMkMv
4. https://bit.ly/2HgcnFd
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