गर्मियाँ आ गई हैं और गर्मी का प्रकोप दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। जाहिर तौर पर इतना गर्म मौसम किसी को नहीं भाता लेकिन सृष्टि का चक्र तो चलता रहता है। गर्मी में पानी को अमृत के समान माना जाता है और इस चिलचिलाती धूप में बार-बार प्यास लगना स्वाभाविक है। हम मनुष्य तो प्यास लगने पर पानी पी लेते हैं। लेकिन यह मौसम बेचारे बेजुबान पक्षियों के लिए बहुत भारी पड़ जाता है। कई पक्षी तो केवल गर्मी और प्यास के चलते अपना दम तोड़ देते हैं। तो आइए जानते हैं कि हम इस गर्मी में इन पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए हम क्या प्रयास कर सकते हैं।
पक्षियों को पानी की आवश्यकता पीने और नहाने के लिए होती है। वैसे तो पक्षियों में पसीने की ग्रंथियां नहीं होती हैं, इसलिए उन्हें स्तनधारियों की तुलना में कम पानी की आवश्यकता होती है। साथ ही वे श्वसन तथा अन्य क्रियाओं के माध्यम से पानी को निष्कासित करते हैं।
पक्षियाँ पानी की अवश्यकता को भोजन और पानी पीकर पूरा करते हैं। कई कीटभक्षी पक्षी भोजन से अपना अधिकांश पानी प्राप्त कर लेते हैं। लेकिन बीज खाने वाले पक्षियों को पानी की ज्यादा आवश्यकता होती है। छोटे पक्षी तालाबों और नदियों के किनारों से पानी का सेवन कर लेते हैं और पेड़ पौधों से भरे जगहों में रहने वाले पक्षी पत्तियों पर बनने वाली पानी की बूंदों का सेवन करते हैं। लेकिन कई बार पानी के स्रोत कम होने की वजह से कई पक्षी मर जाते हैं।
इस गर्मी के मौसम में हम पक्षियों के पीने और नहाने के लिए पानी का प्रबंध निम्न तरीके से कर सकते हैं :-
1) सबसे पहले पक्षी को पानी देने के लिए एक उपयुक्त बर्तन को चुनें, जिसे आप आसानी से साफ कर सकें। आप अपने घर के बहार मिट्टी का सतही कटोरा रख सकते हैं, ताकि छोटे पक्षी और स्तनधारी भी इससे पानी पी सकें। प्लास्टिक और स्टील का कटोरा ना रखें क्योंकि धूप से इनमें पानी गर्म हो जाता है।
2) अगर आपके घर में बगीचा है तो आप अपने घर के पीछे एक छोटी सी स्थायी पूल भी स्थापित कर सकते हैं। बस थोड़ी सी जमीन खोदें और पानी को रोकने के लिए इसके चारों ओर प्लास्टिक या सीमेंट (Cement) से एक दीवार बनाएं। आप पानी कि व्यवस्था करने के लिए इसमें एक पंप (Pump) भी जोड़ सकते हैं। इससे पक्षियाँ तपती हुई गर्मी में ठन्डे पानी से स्नान कर अपने आप को राहत दे पाएंगी।
3) कटोरे को छत पर या बगीचे में छायादार स्थान पर रखें, कोशिश करें अधिक ऊंचाई पर रखें ताकि पक्षी बिल्लियों जैसे शिकारियों से सुरक्षित रहें। आस-पास प्राकृतिक पर्यावरण बना पाएं तो काफी अच्छा होगा।
4) पक्षियों को पानी के स्थान में नियमित रूप मे आने पर कुछ हफ्ते लग सकते हैं। इसलिए धैर्य रखें और साफ पानी को भरते रहें।
5) कटोरे को हर दो दिन में साफ करना याद रखें। पानी को बासी न होने दें; यदि पानी की सतह पर हरा शैवाल बनने लगे तो उसे तुरंत साफ कर लें। साथ ही ध्यान रहे पानी पुरा भरा होना चाहिए।
आखिर इन पक्षियों को जो आज अपनी जरूरतें पूरी करने के लिए पानी की समस्याएं आ रही है उसके ज़िम्मेदार भी तो हम ही है। हमारे कारण ही आज नदी का स्वक्ष जल मैला हो गया है, हम मनुष्य अपनी ज़रूरतें तो पूरी कर ही लेते है परन्तु इन मासूम पक्षियों के बारे में बिलकुल नहीं सोचते। अगर आज हमारी गलतियों की सजा इन नादान पंछियों को मिल रही है तो हम इस जलती हुई गर्मी के मौसम में उनके लिए पानी का प्रबंध कर अपनी इस गलती की थोड़ी सी तो प्रायश्चित कर ही सकते है।
संदर्भ :-
1. https://www.rspb.org.uk/birds-and-wildlife/advice/how-you-can-help-birds/birds-and-water/© - , graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.