गर्मियों के मौसम में लस्सी का बहुत महत्व होता है। इसका नाम सुनकर सबके मुंह में पानी आना स्वाभाविक है। अधिकांश उत्तर भारतीय परिवारों में लस्सी पीना आम बात है। यह गर्मियों के दौरान गर्म धूप की तपिश के प्रभाव का मुकाबला करने के लिए आपके शरीर को तरो-ताजा कर देती है। गर्मियों के मौसम में पूरे देश में यह पेय पदार्थ काफी लोकप्रिय बन जाता है। आपको बता दें कि लस्सी सिर्फ स्वाद में ही बेहतर नहीं है बल्कि यह बहुत ज्यादा फायदेमंद भी है तो चलिए आज हम जानते हैं कि लस्सी पीने के क्या-क्या ज़रूरी फायदे है।
माना जाता है कि दही से बनी लस्सी की उत्पत्ति भारत में पंजाब और मुल्तान की भूमि से हुई है। यह शायद पहली स्मूदी(smoothie) है जो दही के साथ बनाई जाती है और एक अवधारणा यह भी है कि 1000 ईसा पूर्व के आसपास से लोग इसका सेवन करते आ रहे है। आज कल आप मसालेदार पुदीना लस्सी, स्ट्रॉबेरी(strawberry) लस्सी, मैंगो(mango) लस्सी, चॉकलेट(chocolate) लस्सी, कैरामेल(caramel) लस्सी आदि का लुफ्त उठा सकते है। यह स्वादिष्ट पेय पदार्थ कई विभिन्न रूपों में तैयार किया जाता है, जिन्हें चीनी, भिन्न-भिन्न मसाले, फल और मेवा के साथ मिश्रित कर के बनाया जाता है और इसमें मौजूद विभिन्न तत्व आपके लिये फायदेमंद भी होते है। इसके कुछ लाभ निम्न हैं:
पौष्टिक तत्वों से भरपूर: लस्सी प्रोटीन(Protein), फोलिक एसिड(Folic acid), कैल्शियम(Calcium), पोटेशियम(Potassium), फास्फोरस(phosphorus) का एक बढ़िया स्रोत है। ये सभी पोषक तत्व हड्डियों और दांतों के विकास और बच्चों में वृद्धि आदि में भी मदद करते हैं।
कोलेस्ट्रॉल(cholestrol) का स्तर कम करने में सहायक: यह रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए भी उपयोगी है।
रक्तचाप कम करती है लस्सी: अगर आपको उच्च रक्तचाप की समस्या है तो आप लस्सी का उपयोग कर सकते है। लस्सी में मौजूद पोषक तत्व रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं।
पाचन तंत्र के लिए बेहतर: दही प्राकृतिक रूप से प्रोबायोटिक(probiotic) होता है जो हमारे शरीर में अच्छे बैक्टीरिया, लैक्टोबैसिलस(lactobacillus) बनाता है, जो आंतों को चिकना करते हैं और पाचन में सहायक होते हैं। साथ ही साथ ये खराब बैक्टीरिया को भी कम करता है।
शरीर की गर्मी को कम करने में मदद करता है: गर्मियों में बहुत उच्च तापमान के दौरान लस्सी एक अच्छा पेय है जो शरीर की गर्मी को कम करता है, और शरीर को राहत प्रदान करता है।
पेट फूलने जैसी समस्याओं से बचाती है: पेट फूलने कि परेशानी से बचने के लिए लस्सी एकदम सही है। यह कब्ज और पेट की अन्य समस्याओं को भी रोकने के लिये एक प्राकृतिक उपचार के रूप में कार्य करती है। यदि आपको लस्सी मीठी पसंद नहीं है, तो आप इसमें भुना हुआ ज़ीरा और अजवायन जैसे मसालों को भी डाल सकते हैं।
शरीर कि प्रतिरक्षा प्रणाली(immune system) को मजबूत करती है: अपने दैनिक आहार में लस्सी को शामिल करने से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली में काफी सुधार हो सकते हैं। इसमें लैक्टिक एसिड(lactic acid) और विटामिन-डी(vitamin-D) की अच्छी मात्रा होती हैं जो हमारे शरीर कि रोगों से लड़ने की क्षमता को बढ़ावा देते हैं और हमारा शरीर विभिन्न प्रकार के रोगों का मुकाबला करने के लिए तैयार रहता है।
इस तरह से लस्सी के सेवन से आप कई तरीको से स्वस्थ्य बने रहते है जो आपको एक बेहतरीन जीवन जीने में मदद करता है। परंतु कई बार आपने महसूस किया होगा कि लस्सी पीने के बाद आपको नींद सी महसूस होने लगती है। इसके दो कारण हो सकते है, पहला तो ये कि दही सहित सभी दूध से बने उत्पादों में ट्रिप्टोफैन(tryptophan) नामक अमीनो एसिड(amino acid) पाया जाता है जो शरीर में सेरोटोनिन(serotonin) में परिवर्तित हो जाता है। यह रसायन व्यक्ति के मिजाज को शांत और प्रसन्न रखता है और मानव शरीर में मेलाटोनिन(melatonin) के उत्पादन में सहायक है जो नींद के चक्र को नियंत्रित करता है। दूसरा कारण यह है कि जब हम दूध को दही दूध में परिवर्तित करते हैं तो लैक्टोज (Lactose) लैक्टेट (lactate) में किण्वन क्रिया द्वारा बदल दिया जाता है जो हमें नींद का आभास कराता है। यह भी कहा जाता है कि लस्सी हमारे रक्तचाप को कम करती है जिस कारण हमें नींद का आभास होता है।
संदर्भ:
1. http://grooveggie.com/Article/history-and-types-of-indian-lassi
2. https://www.desiblitz.com/content/history-of-lassi-the-yoghurt-drink
3. https://food.ndtv.com/food-drinks/5-amazing-health-benefits-of-drinking-lassi-1802147
4. https://www.quora.com/Why-do-I-feel-sleepy-after-drinking-a-yogurt-Lassi
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