समय - सीमा 267
मानव और उनकी इंद्रियाँ 1051
मानव और उनके आविष्कार 814
भूगोल 260
जीव-जंतु 315
सतरंगी बौछारें लेकर
इंद्रधनुष की धारें लेकर,
मस्ती की हमजोली आई
रंग जमाती होली आई
पिचकारी हो या गुब्बारा
सबसे छूट रहा फव्वारा,
आसमान में चित्र खींचती
कैसी आज रंगोली आई
टेसू और गुलाल लगाए
मस्त-मलंगों के दल आए,
नई तरंगों पर लहराती
उनके साथ ठिठोली आई
महका-महका-सा फागुन है
चहकी-चहकी-सी हर धुन है,
कहीं काफियाँ, कहीं ठुमरियाँ
कहीं प्रीत की डोली आई
चंग, मृदंग बजे बस्ती में
झूम उठे बच्चे मस्ती में,
ताल-ताल पर ठुमका देती
धूल उड़ाती टोली आई
रंग जमाती होली आई
संदर्भ:
1.https://vimeo.com/81306682
2.ऊपर दिया वीडियो वेरिएबल (Variable) कंपनी द्वारा निर्मित है