क्या रामपुर में मौजूद हैं युवाओं के एकत्र होने के स्थान?

रामपुर

 08-01-2019 11:29 AM
नगरीकरण- शहर व शक्ति

आजकल की इस आधुनिक दुनिया में जैसे-जैसे तकनीक में विस्तार होता जा रहा वैसे-वैसे लोगों की जीवन में इन्टरनेट का उपयोग भी बढ़ता जा रहा है। आज सभी लोग सोशल मीडिया से हर हाल में जुड़े रहना चाहते हैं। सोशल मीडिया आधुनिक दुनिया में एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिसकी वजह से लोग अपने परिवार, दोस्तों, संबंधियों के साथ जुड़े रहते हैं। इसी वजह से डेटिंग ऐप्स के माध्यम से आजकल किसी को डेट करना काफी आसान और पॉपुलर हो गया है। भारत के दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों के साथ साथ टियर 2 और टियर 3 शहरों में भी डेटिंग ऐप्स काफी पॉपुलर होते जा रहे हैं। रामपुर जैसे शहरों में भी टिंडर, ट्रूली-मैडली, वू, ओकेक्यूपिड आदि जैसे सामाजिक प्लेटफार्मों में भी युवाओं का आकर्षण बढ़ता जा रहा हैं।

छोटे शहरों की रूढ़िवादी सोच से हट कर इन डेटिंग ऐप्स के माध्यम से युवाओं को स्वतंत्रता प्राप्त हो जाती है कि वे किसी अन्य व्यक्ति को जान सके। शायद यहीं कारण है की ये छोटे शहरों में भी पॉपुलर होते जा रहे हैं। परंतु डेटिंग ऐप्स का उपयोग करते समय सावधानियां भी बरतनी चाहिए, यहां पर कई लोग ऐसे भी होते है जो फर्जी प्रोफाईल बना कर धोखाधड़ी भी करते है। यह बात हो रही डेटिंग ऐप्स की, परंतु छोटे शहरों में डेटिंग के लिये सार्वजनिक स्थानों का क्या? क्या रामपुर जैसे शहर में कपल्स (couples) डेटिंग के लिए या सिर्फ शहर में घूमने फिरने के लिए बाहर जा सकते हैं? रामपुर में डेटिंग के लिए सुरक्षित स्थानों की स्पष्ट कमी है। यहां युवा वर्ग के लोगों के हैंगआउट के लिये तथा दोस्तो के साथ समय बिताने के लिये कोई अलग से स्थान नही है।

यह समय उन लोगों के लिये सबसे बेहतर है जो अपना रेस्टोरेंट छोटे शहरों में खोलना चाहते है, इससे न केवल आप युवाओं की सहायता करेंगे, बल्कि व्यापारिक दृष्टिकोण से भी यह आपके लिये फायदेमंद है। वर्तमान में सभी बड़े और पॉश रेस्टोरेंट महानगरों की जगह छोटे शहरों का रूख कर रहे हैं, क्योंकि वे छोटे शहरों में "निवेश पर अच्छा रिटर्न" देखते हैं। नेशनल रेस्टोरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI- National Restaurant Association of India) के अध्यक्ष राहुल सिंह का कहना है कि छोटे शहरों में वाणिज्यिक क्षेत्रों और बेहतर परिवहन में तेजी से विकास हुआ है, जिससे खाद्य सेवा उद्योग के लिए एक बड़ा अवसर पैदा हो रहा है।

आज, टियर 2 और टियर 3 शहरों की व्यावसायिक क्षमता उतने ही है जितनी की बड़े शहरों की है। कभी-कभी, छोटे शहरों के रेस्टोरेंट महानगरों से बेहतर प्रदर्शन करते हैं। यदि यहां पर नए रेस्टोरेंट, अच्छी गुणवत्ता वाले खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थ को पेश करते है तो आप लंबे समय तक टिक पाएंगे। आपको सर्वप्रथम उस शहर के लोगों का विश्वास हासिल करना होगा। भारत के टियर 2 और टियर 3 शहरों में रेस्टोरेंट व्यवसाय के फलने-फूलने के लिए बहुत अधिक व्यापकता और संभावनाएं हैं। आप यहां पर आउट ऑफ द बॉक्स सोच कर अपने व्यवसाय को बढ़ा सकते है। अपने रेस्टोरेंट में आप तरह- तरह की गतिविधियों और खेलो का आयोजन कर के भी युवाओं को आकर्षित कर सकते है।

भारत में आज के समय में छोटे शेहरो में युवाओं के पास कहीं भी घूमने के लिये बहुत ही कम विकल्प होते है। अक्सर पार्क और सार्वजनिक स्थानों में बच्चों और वयस्कों को ध्यान में रखते हुए बनाए जाते हैं जो खेलने और पिकनिक के लिए अनुकूल होते हैं। युवा ज्यादातर स्टेशन, शॉपिंग सेंटर और स्थानीय पार्कों में ही घूमते हैं। उनके हैंगआउट के लिये कोई अलग से स्थान नही होता है, परंतु दुनिया में ऐसे कई स्थान है जो युवा लोगों को देखते हुई बनाएं जाते है। यह अक्सर युवा लोग देर रात स्केटिंग करते है संगीत सुनने और सुनाते है और सभी के साथ घुलते मिलते है। यहां पर सभी प्रकार की सुविधा भी लोगों को मिलती है, इतना ही नही इस स्थनों पर कलाओं और शिक्षा का भी प्रचार प्रसार किया जाता है जैसे कि पश्चिमी ऑस्ट्रिया का फ्रेमेंटल एस्पलेनैड यूथ प्लाजा (Fremantle Esplanade Youth Plaza)- यह स्थान विश्व प्रसिद्ध स्केटिंग स्थलों में से एक है, यह विशेषकर युवा स्केटर्स के लिए एक केंद्र बन गया है। युवा लोग अक्सर देर रात तक यहां स्केटिंग करते है और मेरिडा, स्पेन में फैक्टोरीआ जोवेन "यूथ फैक्टरी" (Factoria Joven “Youth Factory”)- यहां पर कलाकारों और कार्यशालाओं के लिए भित्तिचित्र दीवारें, प्रदर्शन के लिए एक मंच, स्केटिंग के जगह, संगीत और नृत्य कार्यशालाएं सुविधाएं उपलब्ध है; फ़िलाडेल्फ़िया में सार्वजनिक कार्यशाला- यह कार्यशाला विभिन्न डिजाइनिंग के माध्यम से अपने समुदायों के साथ जुड़ने के लिए युवाओं को प्रोत्साहित करती है। इनके आलावा दुनिया में कई ऐसे स्थान है जहां युवा वर्ग स्वतंत्र रूप से अपनी रूचिकर गतिविधियों को कर सकते है।

संदर्भ:

1. https://bit.ly/2FfZ1be
2. https://bit.ly/2TBSonM
3. https://bit.ly/2RRxvod
4. https://bit.ly/2seVEK7
5. https://bit.ly/2RuJcEj



RECENT POST

  • मेहरगढ़: दक्षिण एशियाई सभ्यता और कृषि नवाचार का उद्गम स्थल
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:26 AM


  • बरोट घाटी: प्रकृति का एक ऐसा उपहार, जो आज भी अनछुआ है
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:27 AM


  • आइए जानें, रोडिन द्वारा बनाई गई संगमरमर की मूर्ति में छिपी ऑर्फ़ियस की दुखभरी प्रेम कहानी
    म्रिदभाण्ड से काँच व आभूषण

     19-11-2024 09:20 AM


  • ऐतिहासिक तौर पर, व्यापार का केंद्र रहा है, बलिया ज़िला
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:28 AM


  • इस अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर चलें, ऑक्सफ़र्ड और स्टैनफ़र्ड विश्वविद्यालयों के दौरे पर
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:27 AM


  • आइए जानें, विभिन्न पालतू और जंगली जानवर, कैसे शोक मनाते हैं
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:15 AM


  • जन्मसाखियाँ: गुरुनानक की जीवनी, शिक्षाओं और मूल्यवान संदेशों का निचोड़
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:22 AM


  • जानें क्यों, सार्वजनिक और निजी स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों में संतुलन है महत्वपूर्ण
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:17 AM


  • आइए जानें, जूट के कचरे के उपयोग और फ़ायदों के बारे में
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:20 AM


  • कोर अभिवृद्धि सिद्धांत के अनुसार, मंगल ग्रह का निर्माण रहा है, काफ़ी विशिष्ट
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:27 AM






  • © - , graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id