भाई बहन के पवित्र रिश्ते का प्रतीक रक्षाबंधन त्यौहार भारतीय उपमहाद्वीप में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता आ रहा है। इस त्यौहार में बहने सामान्यतः भाईयों को प्यार का बंधन राखी बांधकर अपनी रक्षा का वचन लेती हैं। प्यार और विश्वास के इस बंधन की डोर राखी का प्रचलन रक्षाबंधन के दौरान अपने चरम पर होता है। इसके उत्पादन और विक्रय का भारतीय अर्थव्यवस्था का बहुत प्रभाव पड़ता है। यदि आप भारतीय बाजारों में निकलते हैं, तो वह आपको विभिन्न रंग बिरंगी राखियों से सजा हुआ दिखता है। इस समय राखी के छोटे बड़े व्यापारियों के लिए बहुत अच्छा अवसर होता है। राखियों का निर्माण पहले हाथों से ही किया जाता था किंतु समय के साथ इसके उत्पादन के लिए भी विभिन्न प्रकार की मशीनों को प्रयोग किया जा रहा है। यदि हम भारतीय राज्यों की दृष्टि से देखें, तो अलग अलग राज्यों में भिन्न भिन्न प्रकार की राखियां तैयार की जाती हैं:
पंजाब की रेशम राखी : ये राखियां रेशम के धागे में विभिन्न रंग बिरंगे डिजाइनों के साथ तैयार की जाती है।
गुजरात की सिल्वर राखी : भारत के उच्च और मध्यम परिवार में बहुप्रसिद्ध चांदी की राखी मुख्यतः गुजरात में तैयार की जाती है। यह सामान्यतः आप कभी भी पहनकर रख सकते हैं।
मुंबई की कार्टून राखी : कार्टून सिरियलों के प्रसिद्ध कार्टून पात्रों जैसे डोरेमोन, मिकि माउस, मोगली, स्पाइडर मेन इत्यादि को राखियों में उकेरा जाता है, जो प्रमुखतः बच्चों द्वारा बहुत ज्यादा पसंद की जाती हैं।
दक्षिण भारत की ज़री राखी : गोल्ड और सिल्वर के धागों के माध्यम से तैयार की जाने वाली ज़री राखी पारंपरिक कारिगरी की राखियां विशेषतः दक्षिण भारत में तैयार की जाती हैं। यह अन्य धागों की तुलना में ज्यादा चमकदार होती हैं।
व्यवसाय की दृष्टि से राखी का उत्पादन चाइना में भी बहुत बढ़ गया है। यहां से आयतित राखियां अक्सर कम मुल्य (रूपय 15 से 40 के लगभग) में ज्यादा आकर्षक होती हैं, जिसके कारण लोग इनकी और बरबस ही खींचे चले आते हैं। खासकर यदि बच्चों की बात करें तो वे चाइना की कार्टून (डोरेमोन, छोटा भीम, बाल गणेश, एंग्री बर्ड आदि) राखियां बहुत पसंद करते हैं। साथ ही मशीनिकरण के इस दौर में हस्तनिर्मित राखियों का उत्पादन घट गया है। बहुत कम लागत में राखियों का अच्छा उत्पादन आप घर बैठे बैठे कर सकते हैं, इसका आसान तरीका हम आपको इस यूट्यूब विडियो के माध्यम से बता रहे हैं। जिस प्रकार लोग चाइनिज़ राखियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं, यह भारतीय अर्थव्यवस्था में कुछ विपरित प्रभाव डाल सकती है।
1.http://www.rakhiindia.com/where-is-rakhi-made-in-india.html
2.https://retail.economictimes.indiatimes.com/news/industry/colourful-rakhis-get-a-made-in-china-touch/48609076
3.https://www.indiatoday.in/mail-today/story/locally-made-rakhis-caught-in-a-chinese-tangle-1321044-2018-08-23
4.https://www.youtube.com/watch?v=H2qeIR8bk_o
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