आज की दिनांक 15 अगस्त को सम्पूर्ण भारतवर्ष में स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है तथा आज हमारा 72वां स्वतंत्रता दिवस है। परन्तु क्या आप जानते हैं कि इस स्वतंत्रता आन्दोलन का असली बिगुल कब बजा था?
बात है 8 अगस्त सन 1942 की, जब मुंबई के गोवालिया टैंक मैदान (जिसे बाद में अगस्त क्रान्ति मैदान बोला जाने लगा) में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (All India Congress Committee) की बैठक रखी गयी। यही वह बैठक थी जब अंग्रेजों के खिलाफ भारत की पूर्ण आज़ादी के लिए ‘भारत छोड़ो आन्दोलन’ की शुरुआत हुई और अगस्त में होने के कारण इस आन्दोलन को अगस्त क्रांति के नाम से भी जाना जाता है। आज भी अगस्त क्रांति मैदान में इस दिन को समर्पित एक स्मारक खड़ा है।
यही वह आन्दोलन था जब गांधीजी ने सभी भारतवासियों को ‘करो या मारो’ का मंत्र सिखाया था। गांधीजी का भाषण इतना प्रभावशाली था कि भाषण के कुछ घंटों बाद ही पूरी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस को बिना किसी सवाल-जवाब के जेल में डाल दिया गया। महात्मा गाँधी, अब्दुल कलाम आज़ाद, जवाहर लाल नेहरु और सरदार पटेल जैसे कई राष्ट्रीय नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया था।
सभी मुख्य नेताओं की गिरफ्तारी के बाद अरुणा असफ अली ने कांग्रेस समिति के सत्र को संभाला। सार्वजनिक प्रक्रियाओं और सभाओं पर प्रतिबंध लगाने के लिए पुलिस की चेतावनियों और सरकारी नोटिसों के बावजूद, मुंबई के गोवालिया टैंक मैदान में एक बड़ी भीड़ इकट्ठा हुई जहां अरुणा असफ अली ने ध्वज फहराया।
अंग्रेज़ों ने विश्व युद्ध के ख़त्म होने से पहले भारत को मुक्त न करने का फैसला लिया। और अंत में सन 1947 में भारत ने अपनी स्वतंत्रता हासिल की।
संदर्भ:
1.http://www.freepressjournal.in/webspecial/quit-india-movement-all-you-need-to-know-in-10-points/1118275
2.चित्र: Flames of ’42: विथल एस. झवेरी, भानुशंकर एम. याग्निक
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