जामा का अर्थ है लोगों का झुण्ड और जामा मस्जिद का तात्पर्य है जहाँ पर पूरे एक समुदाय के लोग इकठ्ठा हो नमाज अदा करते हों। जामा मस्जिद में प्रत्येक शुक्रवार की नमाज व ईद की नमाज अदा की जाती है ये मस्जिदें आम मस्जिदों से बड़ी होती है जिसका सीधा तात्पर्य यह है की बड़ी संख्या में लोग यहाँ पर इकट्ठा हो सके। रामपुर में भी जामा मस्जिद स्थित है जो की यहाँ की सबसे खुबसूरत मस्जिदों में से एक है।
रामपुर की जामा मस्जिद सौंदर्य के अनुसार भारत के तमाम खूबसूरत मस्जिदों में से एक है। रामपुर की जामा मस्जिद कुछ हद तक दिल्ली के जामा मस्जिद की तरह दिखाई देती है। रामपुर की जामा मस्जिद का निर्माण नवाब फैज़ुल्लाह खान ने कुल 3 लाख रूपए में शुरू करवाया था जिसे बाद में नवाब कल्ब अली खान ने पूरा करवाया था। इस मस्जिद में मुग़ल वास्तुकला का प्रभाव देखने को मिलता है। इस मस्जिद में कुल 4 लम्बे मीनार हैं जो की ऊपर से स्वर्ण से सुसज्जित हैं तथा ये नवाबियत को प्रस्तुत करते हैं। मस्जिद में कुल तीन प्याज की तरह के वस्तु से सुसज्जित गुम्बद हैं। इस मस्जिद का मुख्य द्वार अत्यंत विशाल है तथा इसके द्वार पर घड़ी की मीनार है जिसमे लगी घड़ी ब्रिटेन से मंगाई गयी थी। रामपुर की जामा मस्जिद वास्तविकता में वस्तु के अनुसार अत्यंत खूबसूरत है तथा इसे देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है की किस सोच के साथ इसका निर्माण करवाया गया था।
1. बिल्डिंग हिस्टरीज: द आर्काइवल एंड अफ्फेक्टिव लाइवस ऑफ़ फाइव मोनुमेंट्स इन मॉडर्न इंडिया, मृणालिनी राजगोपालन 2. https://en.wikipedia.org/wiki/Rampur,_Uttar_Pradesh
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