समयसीमा 237
मानव व उनकी इन्द्रियाँ 964
मानव व उसके आविष्कार 755
भूगोल 227
जीव - जन्तु 286
हमारे शहर रामपुर से करीब 325 किलोमीटर दूर स्थित उन्नाव ज़िला अपने चमड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है। 2011 की जनगणना के अनुसार, उन्नाव ज़िले की जनसंख्या 3,108,367 थी, जो इसे उत्तर प्रदेश का 31वां सबसे अधिक आबादी वाला ज़िला बनाती है। यह ज़िला मुख्य रूप से एक ग्रामीण ज़िला है, जिसकी 80% से अधिक आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। तो आइए, आज इस ज़िले के बारे में विस्तार से समझते हैं और इसकी भौगोलिक विशेषताओं, अर्थव्यवस्था और यहां से जुड़ी कुछ प्रसिद्ध हस्तियों के बारे में जानते हैं। इसके साथ ही, हम उन्नाव शहर के सामाजिक-आर्थिक तथ्यों का विश्लेषण करेंगे, जिनके बारे में आप हमारे 'प्रारंग के ज़िलों के आंकड़ों को दर्शाता पृष्ठ' (District Metrics Page) पर आप किसी भी संबंधित ज़िले की जनसंख्या, क्षेत्रफल, गांवों की संख्या, बोली जाने वाली भाषाएं, ज़िले का क्षेत्रफल, राज्य में ज़िले का स्थान, और यहां तक कि देश में ज़िले की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। यहां हम उन्नाव की तुलना भारत के अन्य ज़िलों अथवा ज़िला मुख्यालयों से भी करेंगे। अंत में, हम उन्नाव ज़िले में पर्यटन के कुछ महत्वपूर्ण स्थानों के बारे में चर्चा करेंगे।
गंगा और सई नदियों के बीच स्थित उन्नाव का प्राचीन काल से ही इतिहास के पन्नों में महत्वपूर्ण स्थान रहा है। यह ज़िला इतिहास, साहित्य, धार्मिक एवं सांस्कृतिक विरासत की दृष्टि से लोकप्रिय रहा है। यह ज़िला, 6 तहसीलों, उन्नाव, हसनगंज, सफ़ीपुर, पुरवा, बीघापुर और बांगरमऊ और 16 विकास खंडों में विभाजित है - गंज मुरादाबाद, बांगरमऊ, फ़तेहपुर चौरासी, सफीपुर, मियांगंज, औरास, हसनगंज, नवाबगंज, पुरवा, असोहा, हिलौली, बीघापुर, सुमेरपुर, बिछिया, सिकंदरपुर सिरौसी, सिकंदरपुर करन।
इस ज़िले में कई ऐसे स्थान हैं, जो रामायण, महाभारत और पुराणों में उल्लिखित कई प्रसिद्ध व्यक्तित्वों जैसे कि परशुराम, दशरथ, श्रवण, वाल्मिकी, सीता, लव-कुश, राम, बकासुर, कृष्ण, मयूरध्वज, अश्वत्थामा आदि से जुड़े हुए हैं। इस कारण से यह ज़िला आध्यात्मिक रूप से पवित्र माना जाता है। इसके अलावा, इस ज़िले की भूमि पर देश के स्वतंत्रता संग्राम में प्रमुख भूमिका निभाने वाले और देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले अनेक वीर व्यक्तित्वों का भी जन्म हुआ है। उनमें से राजा राव राम बक्स सिंह, मौलाना हसरत मोहानी, राम बेनी माधव, विशम्भर दयाल त्रिपाठी, ठाकुर जसासिंह, नरपत सिंह, बरजोर सिंह, हाथी सिंह, देवी बक्स सिंह, मनसब अली, कस्तूरी सिंह, भोपाल सिंह और चंद्रिका बक्स सिंह आदि का नाम प्रमुख रूप से लिया जा सकता है। यह ज़िला साहित्य के क्षेत्र में भी पीछे नहीं है। शुक्ल, प्रताप नारायण मिश्र, सूर्यकांत त्रिपाठी 'निराला', मौलाना हसरत मोहानी, नंद दुलारे बाजपेयी, सुमित्रा कुमारी सिन्हा, चंद्र भूषण त्रिवेदी (रमई काका), डॉ. राम विलास शर्मा, जगदंबिका पीडी. मिश्र, भगवती चरण वर्मा, प्रताप नारायण मिश्र और शिव मंगल सिंह 'सुमन' जैसे दिग्गज साहित्यकारों का जन्म इसी भूमि पर हुआ है।
महत्वपूर्ण सामाजिक आर्थिक तथ्य:
भारत की ज़िला मुख्यालयों मुख्यालयों /ज़िलों से उन्नाव ज़िले की तुलना:
भारत की 768 ज़िला मुख्यालयों में से जनसंख्या के हिसाब से उन्नाव 228वें स्थान पर और उन्नाव ज़िला 103वें स्थान पर है। भारत के अन्य ज़िलों/ज़िला मुख्यालयों से उन्नाव के अच्छे बुरे तथ्यों को निम्न तालिका के माध्यम से समझा जा सकता है:
भारत के औसत से बेहतर- | भारत के औसत से भी बदतर- |
यूनिफ़ाइड डिस्ट्रिक्ट इंफ़ॉर्मेशन सिस्टम फ़ॉर एजुकेशन (UDISE) कि एक 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 768 शहरों/ज़िलों में से उच्च शिक्षा नामांकन प्रतिशत के मामले में उन्नाव का तीसरा सबसे ऊंचा स्थान है। | उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण (AISHE) की एक 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 768 शहरों/ज़िलों में से यूजी नामांकन में उन्नाव 612वें सर्वोच्च स्थान पर है। |
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MOFHW) की एक 2021 की रिपोर्ट के अनुसार 768 शहरों/ज़िलों में से ज़िला अस्पतालों की औसत संख्या के मामले में उन्नाव 37वें सर्वोच्च स्थान पर है। इससे पता चलता है कि इस ज़िले में स्वास्थ्य ढांचा अन्य ज़िलों से बेहतर है। | उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण (AISHE) की एक 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, जबकि निज़ी और सरकारी कॉलेजों में नामांकन के औसत के मामले में उन्नाव 592वां सर्वोच्च रैंक वाला शहर है। |
भारत में 2011 का घरेलू संपत्ति सर्वेक्षण के अनुसार, भारत के 768 ज़िला मुख्यालयों/ज़िलों में से, सौर ऊर्जा के रूप में प्रकाश के मुख्य स्रोत वाले घरों के मामले में उन्नाव 51वें स्थान पर है। | उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण (AISHE) की एक 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 768 ज़िला मुख्यालयों/ज़िलों में से, कॉलेजों के मामले में उन्नाव 616वें सबसे खराब स्थान पर है। |
भारतीय दंड संहिता (IPC) की एक 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 768 ज़िला मुख्यालयों/ज़िलों में से लापता व्यक्तियों की संख्या के मामले में उन्नाव 480वें स्थान पर है। | भारतीय दंड संहिता (IPC) की एक 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 768 शहरों/ज़िलों में से साइबर अपराधों की संख्या में उन्नाव 74वें, आईपीसी अपराधों की औसत संख्या में 136वें, हत्याओं की संख्या के मामले में 173वें सबसे खराब स्थान पर है। इसका तात्पर्य यह है कि अन्य ज़िलों की तुलना में इस ज़िले में कानून एवं व्यवस्था की प्रभावशीलता कम है। |
उन्नाव की अर्थव्यवस्था:
अन्य उद्योगों के अलावा, उन्नाव चमड़ा, बूचड़खाना, कपड़ा और इस्पात उद्योग में अग्रणी औद्योगिक शहरों में से एक है। उन्नाव का औद्योगिक क्षेत्र, गंगा के उत्तरी किनारे पर कानपुर के निकट स्थित है, जिसमें पचास से अधिक औद्योगिक इकाइयाँ हैं, जिनमें मुख्य रूप से चमड़ा बनाने के कारखाने शामिल हैं । उन्नाव तथा कानपुर ज़िलों के कुछ हिस्सों में, भूजल के भीतर क्रोमियम की काफ़ी अधिक उपस्थिति इस क्षेत्र की एक विशिष्ट विशेषता है।
उन्नाव में चमड़ा बनाने के कारखानों का उद्योग, सबसे बड़ा है और उन्नाव ने चमड़ा उद्योग और चमड़े के उत्पादों में अपना विशेष स्थान प्राप्त कर लिया है। इस शहर के चमड़ा उद्योग में कुछ बड़ी फ़ैक्ट्रियों में 'प्राइवेट लिमिटेड गारमेंट्स फर्म पारश नाथटेक', 'सुपरहाउस ग्रुप', 'रहमान एक्सपोर्ट्स', 'ज़मज़म टेनर्स' और 'महावीर स्पिनफैब' प्रमुख हैं। सदर बाज़ार, जो प्राथमिक स्थानीय बाज़ार है, में बड़ी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक दुकानें हैं। इसके अलावा, यहां कई परिधान और साड़ियों की दुकानें और प्रसिद्ध शोरूम भी हैं। उन्नाव लिहाफ़ या रज़ाई की छपाई और रंगाई और मच्छरदानी बनाने के कार्य के लिए भी प्रशंसित है। उन्नाव ज़िले में सूक्ष्म और लघु उद्योग क्षेत्र के लिए उद्योगों की वार्षिक वृद्धि दर 9.8 प्रतिशत है, जबकि मध्यम और बड़े पैमाने के क्षेत्र के लिए यह आंकड़ा 4.8% है।
उन्नाव में पर्यटन के लिए प्रसिद्ध स्थल:
पर्यटन के लिए, उन्नाव में कुछ शानदार जगहें हैं, जो इतिहास और प्राकृतिक सुंदरता का मिश्रण प्रस्तुत करती हैं। खूबसूरत शहर, उन्नाव, परिवार के साथ घूमने-फिरने के लिए कई बेहतरीन जगहें उपलब्ध कराता है।
उन्नाव, इतिहास, प्रकृति और आध्यात्मिकता का मिश्रण प्रदान करता है, जो इसे पारिवारिक यात्राओं के लिए, एक आदर्श स्थान बनाता है।
संदर्भ
मुख्य चित्र: उन्नाव बाईपास गेट और चमड़े के टुकड़े (Wikimedia)
A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.