डिजिटल अथवा क्रिप्टो करेंसी Crypto currency के उभरते बाजार में पंप एंड डंप Pump and Dump जैसे घोटालों को समझें

संचार एवं संचार यन्त्र
14-07-2021 10:36 AM
डिजिटल अथवा क्रिप्टो करेंसी Crypto currency के उभरते बाजार में पंप एंड डंप Pump and Dump जैसे घोटालों को समझें

सामाजिक व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए पैसा सबसे मूलभूतु जरूरतों में से एक है। धन का उपयोग कई वर्षों से, सेवाओं और वस्तुओं की लेन-देन जैसी महत्वपूर्ण प्रक्रिया करने के लिए किया जा रहा है। हालांकि लेनदेन के लिए पैसे के अलावा भी कई वस्तुओं अथवा सुविधाओं का प्रयोग किया जाता रहा है, किसी युग में वस्तुओं के बदले धातुओं का आदान प्रदान होता था, इससे पहले बड़े जमीदार खेती किसानी के बदले अपने श्रमिकों को अनाज दे दिया करते थे। परंतु आज हम पूरी तरह तकनीकी युग में प्रवेश कर चुके हैं, जिस कारण यह संभावनाएं लगाई जा रही हैं, की भविष्य में डिजिटल करेंसी (Digital Currency) अथवा क्रिप्टोकोर्रेंसी (Crypto currency) लेनदेन का नया माध्यम होगी, जो आज के कागजी अथवा धातुओं के सिक्कों का स्थान ले सकती है।
क्रिप्टोकोर्रेंसी एक प्रकार की डिजिटल संपत्ति होती है, जिसका प्रयोग वस्तुओं की खरीदारी अथवा सेवाओं के लिए किया जाता है। इन मुद्राओं में क्रिप्टोग्राफ़ी (Cryptography) का प्रयोग किया जाता है, यह पूरी तरह से तकनीक एवं इंटरनेट पर निर्भर संपत्ति होती है। चूँकि इस तकनीक के साथ भी अपनी कुछ खामियां तथा सीमाएं है, जिस कारण इससे जुड़े बड़े घोटाले (Scams) सामने आते रहते है, और भविष्य में इनके बढ़ते प्रयोग के साथ यह और अधिक बढ़ेंगे। जालसाज अनेक प्रकार की तरकीबें लगाकर, किसी की वर्षों की कमाई को मिनटों में चंपत कर सकते हैं। धोका देकर पैसा बनाने के लिए इनके द्वारा, पंप एंड डंप जैसे कुख्यात घोटाले किए जाते हैं।
पंप एंड डंप (Pump and Dump) घोटाला क्या है?
यह मुख्य रूप से क्रिप्टोकरेंसी से जुडी परेशानी है, जहाँ जालसाजों द्वारा जानबूझकर छोटे कारोबार वाली कंपनी के स्टॉक शेयर (stock shares) खरीदे जाते हैं, फिर लोगों में अपने खरीदे स्टॉक की कीमत बढ़ाने के लिए झूठी जानकारी फैलाई जाती है, और खरीदारों के मन में यह बात डाली जाती है की उन्हें उचित कीमत (यह कीमतें मूल खरीद की तुलना में काफी अधिक होती हैं) पर अच्छे स्टॉक मिल रहे हैं। फिर धोखेबाज इन शेयरों को ऊंची कीमत में बेचकर भारी मुनाफा कमा लेते हैं, और बाजार से बाहर निकल जाते हैं। पीछे रह जाते हैं भोले-भाले निवेशक, जो अपने द्वारा खरीदे गए शेयर की कीमते बढ़ने का इंतज़ार ही करते रह जाते हैं। जाहिर है यह शेयर बढ़ते ही नहीं, दुर्भाग्य से जब तक निवेशकों को अपने साथ हुए धोखे का पता चलता है, तब तक काफी देर हो चुकी होती है।
स्टॉक संबंधी झूठी जानकारी सेल्स कॉल सेंटर्स, जिन्हे “बॉयलर रूम” (boiler room) भी कहा जाता है, ऑनलाइन न्यूजलेटर(online newsletter),अथवा कोल्ड कॉलिंग (Cold Calling) के माध्यम से फैलाई जाती हैं। हालाँकि कई वर्ष पूर्व से इस तरह के फ्रॉड किये जा रहे हैं, परंतु डिजिटल करेन्सी के आगमन के साथ ही पंप और डंप योजनाओं की एक अभूतपूर्व लहर आई है। पंप और डंप योजनाओं से अधिक मात्रा में मुनाफा पाने के लिए , स्कैमर्स (scammers) प्रारंभिक सिक्का ऑफर (Initial Coin Offerings(IOC) को भी लक्षित करते हैं, जहां प्रारंभिक क्रिप्टो सिक्कों को कम लाभ में खरीदकर अधिक मुनाफे में बेचा जाता है। 2018 में पारित एक रिपोर्ट में यह बताया गया था कि, ICO में योगदान किए गए फंड में $ 100 मिलियन से अधिक की चोरी केवल एक बार में ही कर दी गई थी। ऑनलाइन धोखाधड़ी की इस अवधारणा को बेहतर समझने के लिए ,हमारे देश में 10 जून 2015 के दौरान घटित एक घटना का संदर्भ ले सकते हैं, जब बाजार में यह खबर फ़ैल गयी की राकेश झुनझुनवाला जो की एक प्रतिष्ठित निवेशक हैं ने, सुराना सोलर (Surana Solar) कंपनी के 250,000 विषम (Odd) शेयर खरीदे हैं। यह खबर सार्वजानिक होते ही, बाजार में उस कंपनी के स्टॉक को हथियाने के लिए होड़ मच गई, और सुराना सोलर कंपनी के शेयर अचानक ही 18% तक महंगे हो गए। परंतु अगले दिन बाजार बुरी तरह दुर्घटना ग्रस्त हो गया, क्यों की वास्तविक निवेशक राकेश झुनझुनवाला न होकर कोई अन्य निवेशक निकला।
हाल के दिनों में, शेयर बाजार में काफी संख्या में 'पंप और डंप' गतिविधियां बाजार नियामक सेबी (SEBI) की जांच के दायरे में आ गई हैं। क्रिप्टोकरेंसी घोटाले 2021 तक सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गए हैं। सिफरट्रेस (CipherTrace) की रिपोर्ट के अनुसार, क्रिप्टो अपराधियों ने अप्रैल के अंत तक 432 मिलियन अमेरिकी डॉलर की लूट की है। क्रिप्टोक्यूरेंसी घोटालों को रोकने तथा सुरक्षा उपाय ढूंढने के लिए पहले, क्रिप्टो के उन क्षेत्रों और पहलुओं को समझना महत्वपूर्ण है, जो ज्यादातर अपराधियों और हैकर्स द्वारा उपयोग किए जाते हैं। 2021 में एनालिटिक्स इनसाइट (Analytics Insight) ने पांच क्रिप्टो घोटालों की एक क्रिप्टो स्कैम (crypto scam) सूची बनाई है। जो निम्नवत हैं :-
1. डेफी पुट ऑफ द स्ट्रोक (Defy put off the stroke)
2. अपूरणीय टोकन घोटाले (Irreplaceable Token Scam)
3. Altcoin के पंप और डंप (Altcoin Pump and Dump)
4. वायरस और मैलवेयर के कारण होने वाले घोटाले। (Viruses and Malware Scams)
5. नकली आईसीओ (Fake ICO) :- नकली प्रारंभिक सिक्का।
फेडरेशन ट्रेड कमीशन (Federation Trade Commission) (FTC) के द्वारा 17 मई को क्रिप्टो निवेश घोटालों पर एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिनमे निवेशकों को करीब 80 करोड़ का नुकसान बताया गया है। एफटीसी ने नोट किया है कि ज्यादातर क्रिप्टोकरेंसी और बिटकॉइन घोटालों के शिकार 20 से 40 आयु वर्ग के निवेशक होते हैं। इस प्रकार की धोखाधड़ी खासतौर पर पंप एंड डंप, से बचने के लिए सबसे आसान तरीका यह है, जब एक अज्ञात सिक्का अचानक बिना किसी वास्तविक कारण के काफी बढ़ जाता है तो उसकी वृद्धि के मूल और ठोस कारण समझ ले तथा अपने अधिकांश निवेश बिना किसी ठोस आधार और जानकारी के न करें।

संदर्भ
https://bit.ly/3B16plo
https://bit.ly/3wzf5vR
https://bit.ly/3r12dNP
https://bit.ly/2UF5hmw
https://bit.ly/36xe4K9

चित्र संदर्भ
1. पंप एंड डंप को संदर्भित करता एक चित्रण (youtube)
2. पंप एंड डंप के पड़ावों को दर्शाता एक चित्रण (TradingSim)
3. फेडरेशन ट्रेड कमीशन (Federation Trade Commission) के लोगो का एक चित्रण (flickr)

अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.