आयुर्वेद में भी मिलता है कनक चम्पा के औषधीय गुण का वर्णन

पेड़, झाड़ियाँ, बेल व लतायें
04-04-2020 01:10 PM
आयुर्वेद में भी मिलता है कनक चम्पा के औषधीय गुण का वर्णन

चम्पा तुझमें तीन गुण-रंग रूप और वास, अवगुण तुझमें एक ही भँवर न आयें पास।
रूप तेज तो राधिके, अरु भँवर कृष्ण को दास, इस मर्यादा के लिये भँवर न आयें पास।।

भारतीय चिकित्सा पद्धति, आयुर्वेद में, कनक चम्पा का उपयोग सिरदर्द, अल्सर, घाव, खांसी, सर्दी, रक्तस्राव विकारों आदि के उपचार में किया जाता है। मेरठ में आमतौर पर पाए जाने वाले कनक चम्पा के पेड़ मूल रूप से दक्षिण पूर्व एशिया में भारत से बर्मा तक प्राकृतिक रूप से फैले हुए हैं। कनक चम्पा की कुछ प्रजातियों को अलंकृत रूप से उगाया जाता है जबकि अन्य को उनकी लकड़ी के लिए मूल्यवान माना जाता है। कनक चम्पा के पेड़ के विकसित होने के लिए अच्छी तरह से सूर्य की रोशनी के साथ नम और शुष्क जलवायु उचित रहती है।

इस पेड़ की छाल भूरे रंग की और काफी मुलायम होती है और इसकी छोटी टहनियाँ और नई विकसित टहनियाँ कभी-कभी फीके रंग की लग सकती हैं। इस पेड़ की पत्तियां धारीदार होती हैं और इनमें अनुपर्ण मौजूद होते हैं। वहीं इस पेड़ में वसंत में बड़े, सफेद, उंगली के आकार के फूलों को देखा जा सकता है। ये फूल एक लंबी कली के रूप में खिलते हैं, फिर परिपक्व होते ही इसमें पांच और पतली पंखुड़ियों को देखा जा सकता है। प्रत्येक पंखुड़ी लगभग सात इंच तक लंबी होती है।

कनक चम्पा के सामान्य नामों में से एक खाने की थाली वाला पेड़ भी है, दरसल यह नाम इसकी पत्तियों के उपयोग को दर्शाता है। इसकी परिपक्व पत्तियां बहुत बड़ी होती हैं, जिनकी लंबाई और चौड़ाई पैंतीस सेंटीमीटर तक होती है। इसके आकार की वजह से इसका उपयोग आमतौर पर खाने की थाली के रूप में या अन्य सामग्रियों को लपेटकर पैकेजिंग और भंडारण के रूप में किया जा सकता है। भारत में इन्हें नियमित खाने की थाली और सांचों पर सूप के कटोरे में आकार दिया जाता है।

कनक चम्पा के औषधीय व अन्य उपयोग निम्न हैं:
• पत्ती के निचले हिस्से से लोमावरण को घावों से रक्तस्राव को रोकने के लिए उपयोग किया जाता है।
• फूलों से तैयार किए गए टॉनिक (tonic) को सूजन, अल्सर, ट्यूमर, रक्त की परेशानी और कुष्ठ रोग के इलाज के लिए उपयोग किया जाता है।
• इसकी छाल और पत्तियों का उपयोग चेचक के रोग में किया जाता है।
• इसके फूलों को कपड़ों के बीच में रखा जाता है, जो एक सुगंधित इत्र प्रदान करते हैं और कीड़ों को दूर रखते हैं।
• इसकी लकड़ी का उपयोग कभी-कभी तख्तााबंदी और घर के आंतरिक निर्माण के लिए किया जाता है और लकड़ी का उपयोग ईंधन के लिए भी किया जाता है।

ऊपर बताए गए किसी भी रोग के उपचार के लिए कनक चम्पा का उपयोग करने से पहले चिकित्सक सलह आवश्य लें।

संदर्भ :-
1. https://en.wikipedia.org/wiki/Pterospermum_acerifolium
2. http://www.flowersofindia.net/catalog/slides/Kanak%20Champa.html
3. http://tropical.theferns.info/viewtropical.php?id=Pterospermum+acerifolium
4. http://www.abhivyakti-hindi.org/prakriti/2013/champa/champa.htm
5. https://bit.ly/39FVNcO
चित्र सन्दर्भ:
1. Unsplash – kanak champa
2. Wikimedia commons – pterospermum acerifolium
3. Flickr public – kanak flower

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