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बाइबल के अनुसार इस दिन परमेश्वर के पुत्र, यीशु को मार दिया गया था तथा उस क्रोस (cross) को ले जाने का आदेश दिया गया था जिस पर उन्हें चढ़ाया गया और फिर मौत के घाट उतार दिया गया। परंतु गुड फ्राइडे क्या है और हम गुड फ्राइडे को "अच्छा" क्यों कहते हैं जब यह यीशु के दुख और मृत्यु का दिन था? ऐसी अंधेर और धूमिल घटना को अच्छा कहके कैसे मनाया जा सकता है? आइये जानते है।
ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी (Oxford English Dictionary ) बताती है कि "अच्छा" इस संदर्भ में "गिरजाघर (Church) द्वारा पवित्र माने जाने वाला एक दिन या मौसम" को संदर्भित करता है। "गुड फ्राइडे" का सबसे पहला उपयोग ‘द साउथ इंग्लिश लेजेंडरी’(The South English legendary) में पाया गया है, जो कि शब्दकोष के अनुसार, लगभग 1290 का एक पाठ है। ‘बैल्टीमोर कैटेकिज़्म’(Baltimore Catechism)- 1885 से 1960 के दशक तक मानक यूएस कैथोलिक स्कूल (US Catholic school ) के पाठ के अनुसार, गुड फ्राइडे अच्छा है क्योंकि यीशु ने "मनुष्य के लिए अपना महान प्रेम दिखाया और उसके लिए हर आशीर्वाद खरीदा"।
दूसरी तरफ ये भी कहा जाता है कि ईस्टर की खुशी प्राप्त करने के लिए लोगों का इस भयानक दिन को भोगना ज़रूरी था। पाप के विरूद्ध ईश्वर का क्रोध यीशु पर डाला गया, जिन्हें पवित्र त्याग का चिन्ह माना जाता था, ताकि सबको क्षमा और मोक्ष प्रदान किया जा सके।
बाइबिल (Bible) कहती है- गुड फ्राइडे पर हमें याद है कि यीशु ने स्वेच्छा से हमारे पापों के लिए बलिदान के रूप में मृत्यु का सामना किया (1 जॉन 1:10)। भारत में कई ईसाई विशेष गिरजाघर सेवाओं में भाग लेते हैं और गुड फ्राइडे पर प्रार्थना करते हैं। कुछ लोग इस दिन मांसाहार से परहेज भी करते हैं। गुड फ्राइडे उदासी का दिन है, जिसमें गिरजाघर खाली और अंधेरे से भरा रहता हैं। दोपहर में सेवाएं आयोजित की जाती हैं। कई गिरजाघरों में पत्तियों, सिरका और अन्य सामग्रियों से एक कड़वा पेय भी तैयार किया जाता है जो कि सेवा के बाद सभी को शोक मनाने के लिए दिया जाता है।
भारत में ईस्टर का उत्सव लेंट (Lent) के साथ शुरू होता है और ईस्टर संडे (Easter Sunday) के साथ समाप्त होता है। गुड फ्राइडे से दो दिन बाद ईस्टर (Easter) के रूप मे यीशु का शानदार उत्सव मनाया जाता है, जो पाप और मृत्यु पर उनकी जीत की याद दिलाता है और विशवास के द्वारा सबको एक साथ बांधता है । ईस्टर रविवार को विशेष प्रार्थना और अनुष्ठानों का आयोजन किया जाता है। उत्सव के एक हिस्से के रूप में, लोग एक दूसरे को उपहार भी देते हैं। भारत में, हालाँकि ईस्टर क्रिसमस (Christmas) जितना लोकप्रिय नहीं है परंतु ईस्टर पर यीशु मसीह का पुनरुत्थान बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसके लिए, लोग भव्य भोजन, रात के खाने और ईस्टर पार्टि (Easter Party) की मेजबानी की लोकप्रिय परंपरा को अपनाते है। छोटे बच्चों के उत्सव के लिए दिलचस्प खेलों की व्यवस्था भी की जाती है। ईस्टर के दिन को लोग खुशी और त्यौहार के रूप में मनाते है।
सन्दर्भ:
1. https://www.bbc.com/news/blogs-magazine-monitor-27067136A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.
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