वी.पी.एन (VPN) क्या है और इसके क्या लाभ हैं?

संचार एवं संचार यन्त्र
28-03-2019 09:30 AM
वी.पी.एन (VPN) क्या है और इसके क्या लाभ हैं?

वी.पी.एन(VPN) का पूरा नाम वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (virtual private network) है। यह एक तरह का नेटवर्क है, जिसका इस्तेमाल प्राइवेट नेटवर्क और वाईफाई(wifi) को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है। जिसकी मदद से आप अपने निजी डाटा को हैकर से बचाकर कहीं भी ट्रांसफर कर सकते हैं।

VPN सर्विस का इस्तेमाल ज्यादातर ऑनलाइन(online) काम करने वाले व्यापारियों, गवर्नमेंट एजेंसी(government agency) और इस तरह के लोग इस्तेमाल करते हैं जो ऑनलाइन बिजनेस करते हैं, ताकि वह अपना डाटा हैकर से बचा कर रख सके और उनकी जानकारी की चोरी ना हो।

वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क सभी प्रकार के डाटा को सुरक्षित करता है चाहे डाटा जरूरी हो या न हो। कंप्यूटर और मोबाइल दोनो में वी.पी.एन का इस्तेमाल करके डाटा को सुरक्षित किया जा सकता है।

VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) कैसे काम करता है?
जैसे ही वी.पी.एन सर्विस हमारे मोबाइल या कम्प्युटर के साथ जुड़ती है यह हमारे कम्प्युटर के डाटा को सुरक्षित कर देती है। वी.पी.एन सर्विस होने के कारण हमारा कम्प्युटर या नेटवर्क इतना सुरक्षित हो जाता है की यदि उस नेटवर्क से कुछ भी भेजा जाता है या कोई जानकारी ली जाती है तो वी.पी.एन. इस जानकारी का एड्रैस(Address) बदल कर वीपीएन सर्वर का एड्रैस(Address) दिखाता है न की उपयोगकर्ता का, जिसके कारण हमारा डाटा सुरक्षित रहता है और हैक होने से भी बचाया जा सकता है।

जब हम वी.पी.एन सर्वर के साथ जुड़े होते हैं, तब हमारा सारा डाटा वी.पी.एन द्वारा सुरक्षित कर दिया जाता है। यह हमारी गोपनीय और सुरक्षा समस्याओं को हल करता है:-

  • वेबसाइट पर दिखने वाला एड्रैस(Address) हमारा नहीं वीपीएन सर्वर का होता है।
  • कोई हमारे कम्प्युटर की जानकारी को प्राप्त नहीं कर पाता और ना ही हमारे कार्यों पर किसी की नजर होती है।
  • हमारा डाटा पूरी तरह सुरक्षित होता है कोई उसे देख नहीं सकता और अगर ऐसा होता भी है, तो भी वी.पी.एन द्वारा सुरक्षित होने के कारण कोई असल जानकारी को प्राप्त नहीं कर सकता।

VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के लाभ
लोगों की ऑनलाइन सुरक्षा के कारण नेटवर्क पर सुरक्षित डाटा भेजने के लिए वी.पी.एन तकनीक विकसित की गयी है, जिसके कई लाभ हैं:-

  • जब हम इंटरनेट का इस्तेमाल करते है, वी.पी.एन के द्वारा हमारी जानकारी सुरक्षित रहती है ।वी.पी.एन का प्रयोग करने के कारण हम हैकर की नज़रो में नहीं आ सकते हैं।
  • यदि हम अपना डाटा किसी अन्य व्यक्ति के साथ बांटना चाहते हैं तो वी.पी.एन. द्वारा हम सुरक्षित डाटा की अदला बदली कर सकते हैं।

VPN (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क)
क्या वीपीएन भारत में कानूनी तौर पर मान्य है?
हाँ, वी.पी.एन भारत में कानूनी तौर पर मान्य है।
नियमित रूप से ब्राउजिंग में अधिक से अधिक गोपनीयता बनाए रखने के लिए वीपीएन का उपयोग सबसे बेहतर है।

हम जब भी कुछ ब्राउज़ करते है तो यह अनिवार्य है की हमारा डाटा चोरी या हैक न हो, हमें अपना नेटवर्क सुरक्षित और गोपनीय बनाए रखना जरूरी है ताकि हमारी निजी जानकारी का दुरुपयोग न हो सके और इन सब में हमारी मदद करता है वी.पी.एन, यह हमारे डाटा को सुरक्षित करने के साथ ही उसे हैक होने से बचाता है।

संदर्भ:-
1. https://thebestvpn.com/what-is-vpn-beginners-guide/
2. https://www.newshosting.com/usenet/internet-security-defending-your-data-from-cybercrime/
3. https://www.quora.com/Is-using-VPN-legal-in-India

पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.