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हमारे प्रिय लखनऊ वासियों, आप सभी इस बात से पूर्ण रूप से सहमत होंगे कि बैसाखी उत्तर भारत का एक महत्वपूर्ण त्योहार है और इस त्योहार का नृत्य के साथ एक गहरा सांस्कृतिक संबंध मौजूद है। इस उत्सव के दौरान किया जाने वाला नृत्य मुख्य रूप से खुशी, कृतज्ञता और सामुदायिक भावना को अभिव्यक्त करता है। भारत के राज्य पंजाब की बात करें, तो इस क्षेत्र के लोग भांगड़ा और गिद्दा जैसे पारंपरिक पंजाबी नृत्यों के साथ इस उत्सव को बड़े धूम-धाम से मनाते हैं। एक प्रकार से वे इस नृत्य के द्वारा खुद को प्राप्त होने वाली भरपूर फ़सल के लिए अपनी खुशी व्यक्त करते हैं। माना जाता है, कि इस दिन खालसा पंथ का भी गठन हुआ था, जिसकी खुशी मनाने के लिए यह पर्व बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। ऊर्जावान संगीत और रंग-बिरंगे परिधानों के साथ, ये नृत्य विभिन्न समुदायों को एक साथ लाते हैं और इस त्योहार की जीवंत भावना और कृषि के साथ इसके गहरे संबंध को दर्शाते हैं। भांगड़ा और गिद्दा जैसी नृत्य शैलियां, ऊर्जा से भरपूर होती हैं। भांगड़ा में जहां उच्च छलांग, कूद और घुमाव जैसी गतिशील क्रियाएं शामिल होती हैं, वहीं गिद्दा, मुख्य रूप से स्त्रियों के लालित्य और लचीलेपन को दर्शाता है। भांगड़ा में सभी नृतक एक बड़े ढोल की ताल के साथ तालमेल बिठाते हैं। इस नृत्य शैली में संगीत का मुख्य उपकरण ढोल होता है। ढोल को अक्सर, "बोलियाँ" नामक छोटे, गीतात्मक गीत के साथ बजाया जाता है। यह शैली प्रेम, देशभक्ति, शक्ति और उत्सव जैसे विषयों को व्यक्त करती है। भांगड़ा नर्तक आमतौर पर "वरदियाँ" नामक चमकीले, रंगीन कपड़े पहनते हैं, जिसमें कुर्ते लुंगी और पगड़ियों का उपयोग किया जाता है। गिद्दा में मुख्य रूप से लयबद्ध ताली बजाना, घूमना और नाज़ुक हाथों से इशारे करना जैसी गतिविधियां शामिल होती हैं। इस नृत्य के साथ "बोलियाँ" लोकगीत भी गाए जाते हैं, जिन्हें अक्सर महिलाएँ खुद गाती हैं। ये गीत पंजाबी महिलाओं के दैनिक जीवन, प्रेम और अनुभवों की कहानियाँ सुनाते हैं। तो आइए, आज हम बैसाखी के अवसर पर कुछ चलचित्रों के माध्यम से भांगड़ा और गिद्दा जैसे प्रदर्शनों पर एक नज़र डालें। इन वीडियो क्लिप्स में हमें अलग-अलग आयु वर्ग के नर्तकों के साथ-साथ, इन नृत्यों की विभिन्न गतियाँ देखने को भी मिलेंगी। इन चलचित्रों के माध्यम से, हम इन नृत्य रूपों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करेंगे और उनके बीच के अंतर को समझने की कोशिश करेंगे।
संदर्भ:
https://tinyurl.com/4mhccsu6
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