आइए अवगत होते हैं, लखनऊ में रहकर अयोध्या और दुनिया के कुछ लोकप्रिय जैन मंदिरों से

विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)
10-04-2025 09:22 AM
आइए अवगत होते हैं, लखनऊ में रहकर अयोध्या और दुनिया के कुछ लोकप्रिय जैन मंदिरों  से

लखनऊ के लोगों, क्या आप जानते हैं कि जैन धर्म में तीर्थंकर (Tirthankar) वे 24 महान गुरु या संत होते हैं, जिन्होंने जन्म और मृत्यु के अंतहीन चक्र से मुक्ति (मोक्ष) प्राप्त कर ली होती है ? यही वजह है कि जैन धर्म में तीर्थंकरों का बहुत महत्व है। अब जब हमने यह जाना, तो आपको बता दें कि लखनऊ से करीब 135 किलोमीटर दूर अयोध्या में कुछ प्राचीन जैन मंदिर हैं। ये मंदिर खास इसलिए भी माने जाते हैं क्योंकि अयोध्या को पाँच तीर्थंकरों की जन्मभूमि माना जाता है। यही कारण है कि यह स्थान जैन धर्म के भक्तों के लिए एक प्रमुख तीर्थ स्थल बन जाता है।

तो, आज महावीर जयंती के इस खास अवसर पर आइए, अयोध्या के कुछ प्रसिद्ध जैन मंदिरों के बारे में जानते हैं। इनमें श्री ऋषभ देव मंदिर (स्वर्गद्वार) और अजितनाथ  जैन मंदिर (बेगमपुरा) जैसे कई महत्वपूर्ण मंदिर शामिल हैं।

गुजरात में तरंगा नामक एक जैन तीर्थस्थल में मौजूद श्वेताम्बर अजितनाथ मंदिर  | चित्र स्रोत : Wikimedia 

इसके बाद, हम दुनिया के कुछ प्रमुख जैन मंदिरों के बारे में जानेंगे। सबसे पहले, हम बेल्जियम (Belgium) में स्थित शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन मंदिर के इतिहास और महत्व पर नज़र डालेंगे। फिर, हम जापान के कोबे शहर में बने महावीर स्वामी जैन मंदिर के बारे में जानेंगे। अंत में, कनाडा के कुछ प्रसिद्ध जैन मंदिरों जैसे आदिनाथ स्वामी जैन मंदिर और श्री देरासर जैन मंदिर की चर्चा करेंगे।

श्री दिगंबर जैन मंदिर, अयोध्या | चित्र स्रोत : Youtube 

अयोध्या के कुछ प्रमुख जैन मंदिर:

  • स्वर्गद्वार: अयोध्या के स्वर्गद्वार इलाके में स्थित श्री ऋषभ देव (जिन्हें श्री आदिनाथ, पुरुदेव और आदि ब्रह्मा के नाम से भी जाना जाता है) का यह मंदिर नया होने के बावजूद, आपको उस समय की अनुभूति कराता है जब भगवान ऋषभ देव अयोध्या में रहते और उपदेश देते थे। यह मंदिर, सुबह 7 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहता है।
  • बक्सरिया टोला: अयोध्या के बेगमपुरा इलाके में स्थित अजितनाथ की टोक मंदिर, दूसरे तीर्थंकर श्री अजितनाथ के जीवन की स्मृति में बनाया गया है।
  • रामकोट मोहल्ला: रामकोट मोहल्ले में श्री अभिनंदननाथ, जो जैन धर्म के चौथे तीर्थंकर थे, का एक पवित्र मंदिर स्थित है।
  • मोहल्ला मौंधियाना राजघाट: इस स्थान पर दो तीर्थंकरों का जन्मस्थान माना जाता है— श्री सुमतिनाथ (5वें तीर्थंकर) और श्री अनंतनाथ (14वें तीर्थंकर)। यहां एक भव्य मंदिर इनकी जन्मस्थली के रूप में स्थापित किया गया है।
  • रायगंज: रायगंज में स्थित दिगंबर जैन मंदिर अपनी 21 फ़ीट ऊँची भगवान ऋषभ देव की प्रतिमा के लिए प्रसिद्ध है।
  •  रत्नापुरी:  रत्नापुरी, जो कि अयोध्या से 24 किलोमीटर पहले लखनऊ-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग पर रोनई के पास स्थित है, 15वें तीर्थंकर श्री धर्मनाथ की जन्मस्थली है।
चित्र स्रोत : Wikimedia 

शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन मंदिर:

शंखेश्वर पार्श्वनाथ जैन मंदिर बेल्जियम के एंटवर्प प्रांत के विलरिक नगर में स्थित एक प्रसिद्ध जैन मंदिर है। यह मंदिर 1,000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और 2010 से उपयोग में है। इसकी निर्माण प्रक्रिया 1990 में भारत में शुरू हुई थी। 2000 में निर्माण पूरा होने के बाद, इसे टुकड़ों में अलग किया गया, फिर बेल्जियम भेजकर वहां दोबारा स्थापित किया गया। सफ़ेद संगमरमर से बना यह मंदिर पारंपरिक जैन मंदिरों से प्रेरित है और भारत के बाहर का सबसे बड़ा जैन मंदिर माना जाता है। मंदिर में जैन धर्म से जुड़ी जानकारी देने के लिए एक सूचना केंद्र भी मौजूद है।

चित्र स्रोत : Wikimedia 

महावीर स्वामी जैन मंदिर, कोबे: 

महावीर स्वामी जैन मंदिर जापान (Japan) के कोबे (Kobe) शहर में स्थित एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है। यह मंदिर वहां रहने वाले जैन समुदाय के लिए पूजा और सांस्कृतिक गतिविधियों का स्थान प्रदान करता है। 1 जून 1985 को इस मंदिर का औपचारिक उद्घाटन हुआ था। यह न केवल एक उपासना स्थल है बल्कि एक ऐसा केंद्र भी है जहाँ जैन धर्म के सिद्धांतों—अहिंसा, करुणा और सत्य—को बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। यह मंदिर, स्थानीय जैन समाज को एकजुट करने और उन्हें ध्यान, प्रार्थना और सामुदायिक आयोजनों के लिए एक शांतिपूर्ण स्थान प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

कनाडा के कुछ प्रमुख जैन मंदिर

1. जैन सोसाइटी ऑफ़ अल्बर्टा:

जैन सोसाइटी ऑफ़ अल्बर्टा (Jain Society of Alberta (JSOA)), कनाडा (Canada) के प्रसिद्ध जैन मंदिरों में से एक है। यह संगठन एडमोंटन और पूरे अल्बर्टा में जैन समुदाय को एक साथ जोड़ने का काम करता है। 1974 में, पाँच से भी कम जैन परिवारों ने मिलकर “एडमोंटन जैन संघ” की स्थापना की थी। समय के साथ, यह समुदाय बढ़ता गया क्योंकि दुनिया भर से लोग यहाँ बसने लगे। जैन सोसाइटी ऑफ़ अल्बर्टा का उद्देश्य अपने सदस्यों को जैन धर्म को समझने और उसके सिद्धांतों का पालन करने में सहायता करना है।
 

चित्र स्रोत : Wikimedia 

2. आदिनाथ स्वामी जैन मंदिर:

ब्रैम्पटन (Brampton), कनाडा में स्थित आदिनाथ स्वामी जैन मंदिर उत्तर अमेरिका का पहला पारंपरिक जैन मंदिर है। इसे “भगवान 1008 आदिनाथ स्वामी जैन मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है। 7875  मेफ़ील्ड रोड (Mayfield Road) पर स्थित यह मंदिर भारतीय पारंपरिक वास्तुकला का बेहतरीन उदाहरण है। इसमें भगवान आदिनाथ और अन्य तीर्थंकरों की सुंदर संगमरमर की मूर्तियाँ स्थापित हैं, जो जयपुर, भारत में बनाई गई थीं। मंदिर में 52  फ़ीट ऊँचा संगमरमर का स्तंभ “माना स्तंभ” भी स्थित है। यह तीन मंज़िला मंदिर, कनाडा के जैन समुदाय के लिए एक महत्वपूर्ण आध्यात्मिक केंद्र है।

3. श्री देरासर जैन मंदिर:

श्री देरासर जैन मंदिर रिचमंड (Richmond)), ब्रिटिश कोलंबिया (British Columbia) में स्थित है। यह मंदिर ध्यान, प्रार्थना और उपासना के लिए एक शांतिपूर्ण स्थान है। यहाँ महावीर जयंती, पर्युषण और दिवाली जैसे प्रमुख जैन त्योहारों को भव्य रूप से मनाया जाता है। इसके अलावा, मंदिर जैन सिद्धांतों जैसे सत्य   अहिंसा   और करुणा (दया) को बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक और सामाजिक गतिविधियों का आयोजन भी करता है। यहाँ समय-समय पर होने वाले धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम जैन समुदाय को एकजुट करने और उनकी समृद्ध परंपरा के प्रति जागरूकता बढ़ाने का कार्य करते हैं।
 

संदर्भ:

https://tinyurl.com/ycxu9tu4 

https://tinyurl.com/7b9ehta6 

https://tinyurl.com/yc2wjhyh 

https://tinyurl.com/mr4xjndw 

मुख्य चित्र: कोलकाता में स्थित पार्श्वनाथ जैन मंदिर (Wikimedia) 

 

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