लखनऊ के परिदृश्य से भिन्न,आज प्रस्तुत है नज़ारा, भारतीय समुद्री तट के लाइटहाउस टूरिज़म का

समुद्र
13-03-2025 09:25 AM
लखनऊ के परिदृश्य से भिन्न,आज प्रस्तुत है नज़ारा, भारतीय समुद्री तट के लाइटहाउस टूरिज़म का

लखनऊ के कई लोगों के लिए ‘लाइटहाउस  पर्यटन’ (Lighthouse Tourism), एक नया शब्द हो सकता है।इसका मतलब है लाइटहाउस और उसके आसपास के इलाकों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करना। लाइटहाउस आमतौर पर समुद्र या द्वीपों के पास होते हैं और इन जगहों पर इतिहास, रोमांच और प्राकृतिक सुंदरता का अनोखा मेल देखने को मिलता है।

दिलचस्प बात यह है कि 2014 में जहां भारत के लाइटहाउसों में सिर्फ़ 4 लाख पर्यटक जाते थे, 2024 तक यह संख्या बढ़कर 16 लाख हो गई! यानी लाइटहाउस टूरिज़म में 400% की बढ़ोतरी हुई। तो चलिए, आज जानते हैं कि यह टूरिज़म क्यों खास है, भारत में इसे बढ़ावा देने से क्या फायदे हैं, और कौन-कौन से लाइटहाउस सबसे ज़्यादा मशहूर हैं! 

लाइटहाउस टूरिज़म क्या है ?

लाइटहाउस टूरिज़म का मतलब है लाइटहाउस और उनके आस-पास के इलाकों को पर्यटकों के लिए आकर्षक बनाना। ये लाइटहाउस, अक्सर समुद्र के किनारे या द्वीपों पर होते हैं, जहां सुंदर नज़ारे, समुद्री इतिहास और मस्ती करने के मौके मिलते हैं। हमारी सरकार लाइटहाउस टूरिज़म को बढ़ावा दे रही है, ताकि हम अपनी सांस्कृतिक और समुद्री धरोहर को बचा सकें। इसके लिए “मैरीटाइम इंडिया विज़न 2030” (Maritime India Vision 2030) और “अमृत काल विज़न 2047” (Amrit Kaal Vision 2047) जैसी योजनाएं बनाई गई हैं।  इन योजनाओं का मकसद, भारत के पर्यटन को बढ़ावा देना, रोज़गार के मौके बनाना और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मज़बूत करना है।

चित्र स्रोत : Pexels

भारत में लाइटहाउस टूरिज़म को बढ़ावा देने के क्या फायदे हैं ?

1. सांस्कृतिक धरोहर: लाइटहाउस का ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व होता है, जिससे यह शिक्षा का एक बेहतरीन स्रोत बन सकते हैं। उदाहरण के तौर पर, भारत का पहला लाइटहाउस महोत्सव, “भारतीय प्रकाश स्तंभ उत्सव”, जो गोवा के फ़ोर्ट अगुआडा (Fort Aguada) में हुआ था, भारत की समुद्री धरोहर को मनाता है। इससे हमें ऐतिहासिक लाइटहाउसों के बारे में जानने का मौका मिलता है, जिन्हें पहले ज़्यादा नहीं जाना जाता था। “मरीन एड्स  टु नेविगेशन एक्ट 2021” (Marine Aids to Navigation Act, 2021) के तहत, कुछ लाइटहाउसों को धरोहर स्थल के रूप में रखा जा सकता है, ताकि वे न केवल मार्गनिर्देशन के लिए, बल्कि सांस्कृतिक और शैक्षिक उद्देश्यों के लिए भी उपयोग किए जाएं।  इनका का दौरा करने से हमें व्यापार, विजय और यात्रा में उनकी भूमिका को समझने का मौका मिलता है।

2. आर्थिक विकास: लाइटहाउस और लाइटशिप्स के महानिदेशालय ने भारत में 75 लाइटहाउसों की पहचान की है, जिनमें पर्यटन विकास के लिए निवेश किया जा सकता है। इससे आसपास के क्षेत्रों को आर्थिक लाभ हो सकता है। इस योजना के तहत, सार्वजनिक-निजी साझेदारी (PPP) के माध्यम से निवेश को बढ़ावा दिया जाएगा, ताकि निजी संस्थाएं, इन लाइटहाउसों को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित कर सकें। इससे समुद्र तटीय क्षेत्रों में स्थानीय व्यापारियों, रेस्तरां और सेवा प्रदाताओं को भी फ़ायदा होगा।

3. पर्यावरणीय जागरूकता: धरोहर लाइटहाउसों (Heritage lighthouses) पर ध्यान केंद्रित करने से पर्यावरण के अनुकूल पर्यटन प्रथाओं को बढ़ावा मिलता है, जो समुद्र तटीय पर्यावरण की सुरक्षा करते हुए पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। इस पहल का उद्देश्य, लाइटहाउसों को एक बहुआयामी पर्यटन स्थल के रूप में बदलना है, जहां पारंपरिक समुद्र तट पर्यटन से अधिक अनुभव मिल सकें।

चित्र स्रोत : WIkimedia 

भारत में लाइटहाउस टूरिज़म को बढ़ावा देने के लिए हाल में शुरू की गईं की पहलें  इस क्षेत्र में आया विकास:

1.)  फ़रवरी 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आधुनिक पर्यटक सुविधाओं वाले 75 लाइटहाउसों का उद्घाटन किया।

2.) ₹60 करोड़ के निवेश से इन लाइटहाउसों में अब संग्रहालय,  एम्फ़ीथियेटर, बच्चों के पार्क जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं।

3.) वित्तीय वर्ष 2023-24 में इन लाइटहाउसों ने 16 लाख पर्यटकों को आकर्षित किया, जो 2014 में 4 लाख के मुकाबले 400% की वृद्धि है।

4.) भारतीय लाइटहाउस महोत्सव श्रृंखला: 2023 में “भारतीय प्रकाश स्तंभ उत्सव” के रूप में लॉन्च किया गया।

  • पहला महोत्सव: 23 सितंबर 2023 को गोवा के फ़ोर्ट अगुआडा में, केंद्रीय मंत्री और गोवा मुख्यमंत्री द्वारा उद्घाटन।
  • दूसरा महोत्सव: ओडिशा में, जहां चॉमुक और धामरा में दो नए लाइटहाउसों का उद्घाटन हुआ।

5.) हितधारक बैठकें: जुलाई 2024 में केरल बैठक में लाइटहाउसों को पर्यटन केंद्रों के रूप में बढ़ावा देने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की गई। सागरमाला कार्यक्रम (Sagar Mala project) के तहत, निजी हितधारकों के साथ साझेदारी से अंतर्राष्ट्रीय मानकों और स्थिरता सुनिश्चित की जाएगी।
भारत में पर्यटकों के बीच सबसे प्रसिद्ध लाइटहाउस:

चित्र स्रोत : WIkimedia 

1.) महाबलीपुरम लाइटहाउस, तमिलनाडु (Mahabalipuram Light House, Tamil Nadu): यह लाइटहाउस, 1887 में एक चट्टान पर बनाया गया था और 1904 में पूरी तरह से चालू हुआ।  इसकी घुमावदार सीढ़ियों से ऊपर चढ़कर महाबलीपुरम का खूबसूरत दृश्य देखा जा सकता है।

चित्र स्रोत : WIkimedia 

2.) तांगासेरी लाइटहाउस, केरल (Thangassery Light House, Kerala): 1902 से कार्यरत, यह लाल और   धारीदार लाइटहाउस केरल का सबसे ऊंचा लाइटहाउस है। ऊंची सीढ़ियों पर चढ़ने के बाद अरब सागर, कोल्लम शहर और आश्तामुदी झील का शानदार दृश्य देखा जा सकता है। जो लोग सीढ़ियां नहीं चढ़ सकते, वे लिफ्ट का इस्तेमाल कर सकते हैं।

3.) बेतुल लाइटहाउस, गोवा (Betul Lighthouse, Goa) : यह एक शांतिपूर्ण लाइटहाउस है, जो पर्यटकों के शोर-गुल से दूर एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है। यहां से आसपास की हरियाली और अरब सागर व सह्याद्री पहाड़ियों का अद्भुत दृश्य देखा जा सकता है।

4.) पुराना लाइटहाउस, तमिलनाडु (Old Light House, Tamil Nadu): यह लाइटहाउस, 19वीं शताब्दी में फ़्रांसीसी 

शासकों द्वारा बनाया गया था। हालांकि, 20वीं शताब्दी में भारत सरकार ने इसके पास नया लाइटहाउस बनवाया। पुराना लाइटहाउस, अपने  फ़्रांसीसी अतीत को दर्शाता है और इतिहास प्रेमियों को बहुत आकर्षित करता है।

चित्र स्रोत : WIkimedia 

5.) कॉप लाइटहाउस, कर्नाटका (Kaup Light House, Karnataka): 1901 में बनाया गया यह लाइटहाउस, कौप बीच (Kaup Beach) का मुख्य आकर्षण है। काले और  सफ़ेद रंग का यह लाइटहाउस, पर्यटकों के लिए  शाम 5 बजे से 6 :30  तक तक खुला रहता है और सूर्यास्त देखने के लिए यह एक बेहतरीन स्थान है।

6.) वैंगुर्ला प्वाइंट लाइटहाउस, महाराष्ट्र (Vengurla Lighthouse, Maharashtra): यह लाइटहाउस, एक पहाड़ी के किनारे स्थित है और हरियाली से घिरा हुआ है। यहां से समुद्र का शानदार दृश्य देखा जा सकता है। इस लाइटहाउस तक पहुंचने के लिए एक कठिन चढ़ाई करनी होती है और अंदर की सीढ़ियों से ऊपर चढ़कर आप  इसके शिखर तक पहुंच सकते हैं। पास में एक सरकारी गेस्ट हाउस भी है, जहां रुकने की व्यवस्था है।

संदर्भ: 

https://tinyurl.com/ysscpm4j 

https://tinyurl.com/mwx6zd3n 

https://tinyurl.com/5f7txdpt 

https://tinyurl.com/4thrxya9 

मुख्य चित्र: महाबलीपुरम लाइटहाउस, तमिलनाडु : Wikimedia 

 

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