एप्पल ने, उचित रणनीतियों के साथ, एक वैश्विक तकनीकी दिग्गज के रूप में कैसे विकास किया ?

संचार एवं संचार यन्त्र
06-03-2025 09:31 AM
एप्पल ने, उचित रणनीतियों के साथ, एक वैश्विक तकनीकी दिग्गज के रूप में कैसे विकास किया ?

बेशक ही, कुछ लखनऊ निवासी हमारे लेख अपने आईफ़ोन (iPhone), आईपैड (iPad) या मैकबुक (MacBook) पर पढ़ रहे होंगे। हम जानते ही हैं कि, एप्पल (Apple) एक अमेरिकी बहुराष्ट्रीय निगम है, जो अपने उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स, सॉफ़्टवेयर और अन्य सेवाओं के लिए जाना जाता है। आज एप्पल, 2024 के वित्तीय वर्ष में 391.04 बिलियन अमेरिकी डॉलर राजस्व के साथ, सबसे बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनी है। इस लेख में, इस कंपनी की उत्पत्ति के बारे में विस्तार से जानें। इसके अलावा, हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि, एप्पल ने एक वैश्विक तकनीक दिग्गज के रूप में कैसे विकास किया। इसके बाद, हम एप्पल के लक्षित दर्शकों पर कुछ प्रकाश डालेंगे। हम इस कंपनी की मार्केटिंग रणनीति के बारे में भी जानेंगे। अंत में, हम एप्पल कंपनी के सबसे प्रतिष्ठित विपणन अभियानों में से, कुछ अभियानों का पता लगाएंगे।

एप्पल की उत्पत्ति को समझना:

स्टीव जॉब्स (Steve Jobs) को स्टीव  वॉज़नियैक (Steve Wozniak) के साथ, इस उद्यम में अपनी शुरुआत मिली। इसके तहत वे पूरे देश में मुफ़्त कॉल करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले, ब्लू बॉक्स फ़ोन  फ़्रीकर्स (Phone Phreakers) का निर्माण करते थे। ये दोनों होमब्रिव कंप्यूटर क्लब (HomeBrew Computer Club) के सदस्य थे, जहां वे जल्द ही किट कंप्यूटर के साथ आकृष्ट हो गए और ब्लू बॉक्स को पीछे छोड़ गए। 1976 में एप्पल के संस्थापन के बाद, दोनों ने एप्पल  वन (Apple I) नामक नया उत्पाद बेचा, जो पर्सनल कंप्यूटर के निर्माण के लिए, एक किट था। इसके साथ काम करने हेतु, ग्राहक को अपने मॉनिटर और कीबोर्ड को, इससे जोड़ने की आवश्यकता थी।

वॉज़नियैक निर्माण पर केंद्रित थे, जबकि, जॉब्स बिक्री को संभालने लगे। इस प्रकार दोनों ने एप्पल टू (Apple II) में निवेश करने के लिए, हॉबीस्ट बाज़ार (Hobbyist market) से पर्याप्त पैसा कमाया। एप्पल टू ने ही कंपनी को बनाया, जिसे 1977 में कंपनी में शामिल किया गया था। जॉब्स और वॉज़नियैक ने उद्यम पूंजी को आकर्षित करने के लिए, अपने नए उत्पाद में पर्याप्त रुचि पैदा की। इसका मतलब था कि, वे बड़ी स्पर्धा में थे, और इस प्रकार कंपनी बढ़ती रहती।

मैकिनटोश कंप्यूटर| चित्र स्रोत : Wikimedia 

एप्पल कंपनी एक वैश्विक तकनीक दिग्गज कंपनी के रूप में कैसे विकसित हुई?

एप्पल 1984 में, मैकिनटोश कंप्यूटर (Macintosh computer) की रिलीज़ के साथ, घरेलू कंप्यूटर मार्केट में आ गया। मैकिनटोश ने इस उद्योग का पहला “ग्राफ़िकल यूज़र इंटरफ़ेस (graphical user interface)” प्रस्तुत किया, जिसने उपयोगकर्ताओं को कमांड प्रॉम्प्ट (Command prompt) पर कमांड टाइप करने के बजाय, कर्सर (Cursor) और छवियों के माध्यम से कंप्यूटर के साथ बातचीत करने की अनुमति दी। 

1985 तक, जॉब्स और वॉज़नियैक दोनों ने कंपनी छोड़ दी थी। फिर 1980 और 1990 के दशक के दौरान एप्पल ने धीरे-धीरे, बाज़ार हिस्सेदारी खो दी। इसे एप्पल के प्रतियोगी – माइक्रोसॉफ़्ट (Microsoft) के विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम (Windows operating system) द्वारा परिभाषित किया गया था, जो कि एप्पल के मैकओएस (MacOS) उत्पाद पर मॉडल किया गया था।

स्टीव जॉब्स | चित्र स्रोत : Wikimedia 

स्टीव जॉब्स 1997 में, सी ई ओ (CEO) के रूप में एप्पल में लौट आए। फिर, कंपनी ने नए नवाचारों की एक श्रृंखला की ओर रुख किया। उन्होंने आईमैक (iMac) श्रृंखला के साथ, सौंदर्य डिज़ाइन पर फिर से ज़ोर दिया। इस उत्पाद की सफ़लता ने पूरे उद्योग को पारंपरिक “बेज बॉक्स (Beige boxes)” से परे लाया। लेकिन, इस कंपनी की सच्ची आधुनिक पहचान, आईट्यून्स (iTunes) और आईपॉड (iPod) की 2001 की रिलीज़ के साथ शुरू हुई, जो एक मीडिया-केंद्रित दृष्टिकोण है, और आज भी जारी है।

एप्पल ने 2007 में, अपने उत्पादों की आईपॉड श्रृंखला के पुनरावृत्त डिज़ाइन के आधार पर, आईफ़ोन को जारी किया। तब आईफ़ोन ने, ब्लैकबेरी (Blackberry) के प्रभुत्व वाले बाज़ार में प्रवेश किया। लेकिन, इसका टच-स्क्रीन डिज़ाइन, ब्लैकबेरी के मॉडल पर एक महत्वपूर्ण बात थी। 2000 के दशक में, एप्पल ने एक नई छवि स्थापित करने हेतु, अपने डिज़ाइन और विज्ञापन अभियानों पर जोर दिया।

2010 में, इस कंपनी ने फिर से, आईपैड के साथ एक नया स्थान परिभाषित किया। इस उपकरण ने यकीनन वैश्विक टैबलेट (Tablet) बाज़ार बनाया। आज तक, आईपैड, एप्पल के किसी भी अन्य उत्पाद की तुलना में, एक बड़ी बाज़ार हिस्सेदारी रखता है। साथ ही, 2018 में, एप्पल ऐसी पहली सार्वजनिक कंपनी बन गई, जिसकी कीमत 1 ट्रिलियन डॉलर थी। जबकि अब, कंपनी का मूल्य 3 ट्रिलियन डॉलर से भी अधिक है।

एप्पल के लक्षित दर्शक कौन है?

एप्पल के लक्षित दर्शकों में मध्यम-वर्ग और उच्च-वर्ग उपयोगकर्ता हैं, जो उन उत्पादों के लिए उच्च भुगतान कर सकते हैं, जो उन्हें एक अविश्वसनीय उपयोगकर्ता अनुभव प्रदान करते हैं। इसका मतलब यह है कि, इन उपयोगकर्ताओं के पास एक उच्च आय है, और वे एप्पल के उत्पादों के रूप में, उच्च-मूल्य वाले उत्पादों के लिए अधिक भुगतान करने को तैयार हैं।

चित्र स्रोत : Pexels 

एप्पल की विपणन रणनीति को समझना:

1.) अच्छे उपयोगकर्ता अनुभव पर ध्यान

एप्पल की ब्रांडिंग रणनीति, अपने स्टाइलिश, सरल और सरस उत्पादों पर आधारित है। यह एक उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित करती है, जो उपयोग करने और सीखने के लिए बहुत सरल है। वे हल्के हैं, टिकाऊ हैं और संभालने व ढोने के लिए आसान हैं। यह न्यूनतम रूप और उपयोगकर्ता अनुभव, इसे अपने लक्षित दर्शकों के लिए एक आदर्श उत्पाद बनाता है। 

2.) सुशील परंतु सरल विज्ञापन: 

कहानी बताना, हर एप्पल विज्ञापन के साथ एक विपणन अभियान का अनिवार्य हिस्सा है। अक्सर ये विज्ञापन, न्यूनतम डिज़ाइन के साथ–साथ उच्च-गुणवत्ता वाली छवियों पर ध्यान केंद्रित करते हैं। वे, या तो संगीत या एक साधारण कहानी के साथ मिश्रित होते हैं। ये कंपनी, सचेत रूप से यह सुनिश्चित करती है कि, इसके  विज्ञापनों और विपणन  में बहुत अधिक शब्दजाल या भराव भाषा का उपयोग  न हो। 

3.) सही बाज़ारों को लक्षित करना: 

एप्पल, एक वास्तविक तकनीकी जादूगर की तरह, अपने लक्षित दर्शकों को आकर्षित करने में माहिर है, जो अपनी आकांक्षा, पसंद और आवश्यक बिंदुओं को जानता है! इसका बाज़ार अनुसंधान हमेशा ही अपने उत्पादों, क्यूरेशन (Curation) और सुविधाओं में स्पष्ट होता है।

एप्पल के कुछ प्रतिष्ठित विपणन अभियान:

1.) “1984” सुपर बाउल विज्ञापन (1984 Super Bowl Commercial): 

“1984” सुपर बाउल विज्ञापन, इतिहास के सबसे प्रसिद्ध विज्ञापनों में से एक है। इसने मैकिनटोश कंप्यूटर को एक नाटकीय, ऑरवेलियन कथा (Orwellian narrative) के साथ पेश किया। इसने एप्पल को अनुरूपता के खिलाफ़, एक क्रांतिकारी बल के रूप में प्रसिद्ध किया। इस विज्ञापन की सिनेमाई गुणवत्ता और निर्भीक संदेश, पारंपरिक उत्पाद-केंद्रित विज्ञापन से अलग हो गए, और इसने स्वतंत्रता और नवाचार के बारे में एक शक्तिशाली संदेश दिया। यह प्रभाव तत्काल और गहरा था।

चित्र स्रोत : Wikimedia 

2.) थिंक डिफ़रेंट  अभियान (Think Different Campaign): 

1997 में लॉन्च किया गया – “थिंक डिफ़रेंट” अभियान, एक चुनौतीपूर्ण अवधि के दौरान एप्पल के ब्रांड को पुनर्जीवित करने में महत्वपूर्ण था। इस अभियान ने अल्बर्ट आइंस्टीन, महात्मा गांधी, और मार्टिन लूथर किंग जूनियर (Martin Luther King Jr.) जैसे प्रतिष्ठित दूरदर्शी हस्तियों को दिखाया, जिन्होंने नवाचार और रचनात्मकता की भावना को मूर्त रूप दिया। अभियान की शक्तिशाली टैगलाइन – “अलग-अलग सोचें,” यथास्थिति को चुनौती देने और तकनीक की सीमाओं को आगे बढ़ाने के लिए, एप्पल के लोकाचार का पर्याय बन गया।

3.) आईपॉड सिल्हूट अभियान (iPod Silhouette Campaign): 

2003 से 2005 तक चले इस अभियान में, एक आईपॉड पर संगीत सुनने की खुशी और स्वतंत्रता पर ज़ोर देने वाले लोगों के काले सिल्हूट के साथ जीवंत, रंगीन पृष्ठभूमि  दिखाई गई। न्यूनतम दृश्य और आकर्षक संगीत ने, विज्ञापनों को तुरंत पहचानने योग्य और सांस्कृतिक रूप से प्रभावशाली बना दिया। इस अभियान ने आईपॉड को एक जीवनशैली गौण के रूप में प्रस्तुत किया, और डिजिटल संगीत की खपत को भी लोकप्रिय बनाया। 

4.) शॉट ऑन आईफ़ोन (Shot on iPhone) अभियान: 

“शॉट ऑन आईफ़ोन” अभियान ने आईफ़ोन की बेहतर कैमरा क्षमताओं को उजागर करने के लिए, उपयोगकर्ता-जनित सामग्री का लाभ उठाया। कंपनी ने उपयोगकर्ताओं को, उनके अपने आईफ़ोन के साथ ली गई अपनी सर्वश्रेष्ठ फ़ोटो प्रस्तुत करने के लिए प्रोत्साहित किया, जो तब बोर्ड, सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफ़ॉर्मों पर विज्ञापनों में चित्रित किए गए थे। इस रणनीति ने न केवल आईफ़ोन की कैमरा गुणवत्ता को प्रदर्शित किया, बल्कि, ब्रांड के इर्द–गिर्द समुदाय और प्रामाणिकता की भावना भी बनाई।

5.) गेट अ मैक (Get a Mac) अभियान: 

2006 से 2009 तक चले इस अभियान में, दो प्रसिद्ध अभिनेताओं को एक स्टैड-बैक मैक(Laid-back Mac) और एक स्टफ़ी पीसी(Stuffy PC) के रूप में दिखाया गया था। इस प्रकार, विज्ञापनों ने एक हल्के-फ़ुल्के और आकर्षक तरीके से मैक के फ़ायदों पर प्रकाश डाला। इस अभियान ने पीसी की तुलना में मैक के उपयोग, विश्वसनीयता और आधुनिकता को प्रभावी ढंग से संप्रेषित किया। इसने मैक को व्यापक दर्शकों के साथ प्रतिध्वनित किया, और एप्पल की अभिनव ब्रांड छवि को भी मज़बूत किया।

 

संदर्भ 

https://tinyurl.com/mrft9743

https://tinyurl.com/4vv422ed

https://tinyurl.com/ycpn9nb6

https://tinyurl.com/2rsvjksj

मुख्य चित्र: विज़न प्रो (Vision Pro) नामक एप्पल द्वारा विकसित एक मिश्रित-वास्तविकता (mixed-reality) हेडसेट : Wikimedia  
 

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