आइए नज़र डालें जौनपुर के पड़ोसी ज़िले सुल्तानपुर से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्यों पर

आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक
06-02-2025 09:26 AM
आइए नज़र डालें जौनपुर के पड़ोसी ज़िले सुल्तानपुर से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण एवं रोचक तथ्यों पर

क्या आप जानते हैं कि, हमारे शहर जौनपुर से लगभग 100 किलोमीटर दूर स्थित सुल्तानपुर ज़िला राज्य के फ़ैजाबाद मंडल के अंतर्गत आता है। राज्य की राजधानी लखनऊ से इसकी दूरी 60 किलोमीटर है। जौनपुर के साथ-साथ अमेठी, प्रतापगढ़ और अम्बेडकरनगर ज़िले इसके पड़ोसी ज़िले हैं। एक अन्य चीज़, जो सुल्तानपुर को जौनपुर से जोड़ती है, वह गोमती नदी है। गोमती नदी सुल्तानपुर से निकलकर फ़ैजाबाद के रास्ते जौनपुर में प्रवेश करती है। सुल्तानपुर अवध क्षेत्र में अयोध्या मंडल का हिस्सा है, जिसका कुल क्षेत्रफल 2672.89 वर्ग किलोमीटर है। 2011 तक, सुल्तानपुर ज़िले की जनसंख्या 2,249,036 थी। तो आइए, आज इस ज़िले के बारे में विस्तार से जानते हुए, सुल्तानपुर की कृषि, पशुपालन और मत्स्य पालन जैसी आर्थिक गतिविधियों को समझते हैं। इसके साथ ही, हम सुल्तानपुर शहर के महत्वपूर्ण सामाजिक-आर्थिक तथ्यों का विश्लेषण करेंगे, जिनके बारे में आप हमारे 'प्रारंग के  ज़िलों के आंकड़ों को दर्शाता पृष्ठ' (District Metrics Page) पर  किसी भी संबंधित ज़िले की जनसंख्या, क्षेत्रफल, गांवों की संख्या, बोली जाने वाली भाषाएं, ज़िले का क्षेत्रफल, राज्य में ज़िले का स्थान, और यहां तक कि देश में ज़िले की स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके बाद, हम सुल्तानपुर ज़िले से जुड़ी महत्वपूर्ण साहित्यिक हस्तियों पर प्रकाश डालेंगे। अंत में, हम यहां के कुछ पर्यटक आकर्षणों और महत्वपूर्ण स्थानों के बारे में भी जानेंगे।

Source : Wikimedia

सुल्तानपुर ज़िले की आर्थिक गतिविधियां:

कृषि: ज़िले की कृषि का क्षेत्र की भौगोलिक स्थितियों, भूमि की गुणवत्ता और सिंचाई सुविधाओं की उपलब्धता से सीधा संबंध है। यहां कृषि के लिए बोरवेल सिंचाई का प्रमुख स्रोत (48.5%) है, इसके बाद नहर (38.65%) और सार्वजनिक ट्यूबवेल (9.17%) हैं। ज़िले में धान ख़रीफ़ की सबसे महत्वपूर्ण फसल है, और कुल फ़सल का क्षेत्रफल 34.78% है। अन्य ख़रीफ़ फ़सलें अरहर, मक्का, उर्द और मूंग हैं। रबी की फ़सलों में गेहूँ, जौ, चना और मटर उगाये जाते हैं। धान की फ़सल ज़िले के उत्तर-पश्चिमी भाग की तुलना में दक्षिण-पश्चिमी भाग में प्रमुखता से उगाई जाती है। इसके बाद, सबसे महत्वपूर्ण उगाई जाने वाली अनाज की फ़सल गेहूं है जो कुल फ़सल क्षेत्र का लगभग 25% क्षेत्र घेरती है और पूरे ज़िले में अच्छी तरह से वितरित है। जौ और बाजरा जैसी अन्य फ़सलें सकल फ़सल क्षेत्र के क्रमशः 4% और 5% हिस्से पर उगाई जाती है। दलहन कुल सकल फ़सल क्षेत्र का केवल 15% कवर करती है। चना सबसे महत्वपूर्ण फसल है और इसकी हिस्सेदारी 18% है, इसके बाद अरहर (3.19%), मटर और मसूर हैं। सरसों रबी में उगाई जाने वाली मुख्य तेल फ़सल है। गन्ने की खेती नकदी फ़सल के रूप में की जाती है और यह कुल सकल फ़सल क्षेत्र का केवल 1.82% हिस्सा है। इसके साथ ही यहां बागवानी फ़सलों, विशेष रूप से सब्जियों की खेती अधिकांश किसानों द्वारा व्यापक रूप से की जाती है। हालांकि यहां तुलनात्मक रूप से आलू, प्याज़ और शकरकंद की खेती कम की जाती है, कुल सकल फ़सल क्षेत्र में आलू का हिस्सा केवल 1.23% है, इसके बाद प्याज़, शकरकंद और अन्य सब्जियाँ आती हैं। फलों की फ़सलों में आम का क्षेत्रफल सबसे अधिक (15,517 हेक्टेयर) है, इसके बाद अमरूद (81 हेक्टेयर), आंवला और कटहल का स्थान आता है। 

पशुधन और मत्स्य पालन: कृषि के बाद पशुपालन यहां की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख हिस्सा है। ज़िले में स्थानीय प्रजाति के मवेशी, भैंस, भेड़, बकरी जैसे घरेलू पशु पाए जाते हैं। आजकल पोल्ट्री उत्पादों की बढ़ती मांग के कारण ज़िले में मुर्गी पालन भी महत्वपूर्ण हो गया है। इसके साथ ही, ज़िले में गोमती नदी के कारण मछली पालन एक महत्वपूर्ण आर्थिक स्रोत है। यहां 5,636 तालाब हैं जिनका जल विस्तार क्षेत्र लगभग 4,500 हेक्टेयर है। यहां गोमती में अनवारी या मुलेट और रोहू जैसी प्रजातियाँ बहुतायत में पाई जाती हैं। मछुआरों की अधिकांश आबादी, गोमती नदी के किनारे के गांवों में निवास करती है। मछलियाँ पकड़ना और बेचना उनकी आजीविका का मुख्य स्रोत है। 

सुल्तानपुर डिपो | Source : Wikimedia

सुल्तानपुर से संबंधित महत्वपूर्ण सामाजिक आर्थिक तथ्य:

जनसंख्या : 107,640 

क्षेत्रफल : 4,436किलोमीटर 2

ज़िले में कस्बों की संख्या: 215

ज़िले में गांवों की संख्या: 23

भारत के अन्य ज़िलों/ज़िला मुख्यालयों से सुल्तानपुर की तुलना:

भारत की 768 ज़िला मुख्यालयों में से जनसंख्या के मामले में सुल्तानपुर शहर 339वें स्थान पर है, जबकि ज़िला भारत में जनसंख्या में 60वें और क्षेत्रफल में 260वें स्थान पर है। भारत के अन्य ज़िलों/ज़िला मुख्यालयों से सुल्तानपुर के अच्छे बुरे तथ्यों को निम्न तालिका के माध्यम से समझा जा सकता है:

भारत के औसत से बेहतर-भारत के औसत से भी बदतर-
यूनिफ़ाइड डिस्ट्रिक्ट इंफ़ॉर्मेशन सिस्टम फ़ॉर एजुकेशन (UDISE) कि एक 2021  की रिपोर्ट के अनुसार, भारत  के  768 ज़िला मुख्यालयों/ज़िलों में से उच्च शिक्षा नामांकन प्रतिशत के मामले में सुल्तानपुर ज़िला तीसरे स्थान पर है। इससे पता चलता है कि यह ज़िला अन्य ज़िलों की तुलना में अधिक शहरीकृत है और यहां का शैक्षणिक बुनियादी ढांचा अधिक विकसित है।

उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण (AISHE) की एक 2020 की रिपोर्ट के अनुसार,  भारत के 768 ज़िला मुख्यालयों/ज़िलों में से यूजी और पीजी नामांकन के मामले में सुल्तानपुर 599वें स्थान पर है। इसका अर्थ यह है कि ज़िले में अन्य ज़िलों की तुलना में उच्चतर शिक्षा के लिए कम आकर्षण है।

 

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MOFHW) की एक 2021 की रिपोर्ट के अनुसार, 768 ज़िला मुख्यालयों/ज़िलों में से अस्पतालों की औसत संख्या के मामले में सुल्तानपुर 15वां सर्वोच्च रैंक वाला शहर है। इससे पता चलता है कि इस ज़िले में स्वास्थ्य ढांचा अन्य ज़िलों से बेहतर है।

 साल 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत के 768 ज़िला मुख्यालयों/ज़िलों में से, प्रति वर्ग किलोमीटर जनसंख्या के मामले में सुल्तानपुर 619वें   स्थान पर है। 

 

साल 2011 की जनगणना के अनुसार, भारत के 768 ज़िला मुख्यालयों/ज़िलों में से, सुल्तानपुर पंचायतों की संख्या के मामले में 23वें स्थान पर है। इससे पता चलता है कि इस ज़िले में अन्य ज़िलों की तुलना में अधिक विकेन्द्रीकृत शासन व्यवस्था है।  भारतीय दंड संहिता (IPC) की एक 2020 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के 768 ज़िला मुख्यालयों/ज़िलों में से साइबर अपराधों की संख्या के मामले में सुल्तानपुर 44वें, हत्याओं की औसत संख्या के मामले में 100वें और अपराधों की संख्या के मामले में 102वें सबसे खराब स्थान पर है। इसका अर्थ है कि इस ज़िले में अन्य ज़िलों की तुलना में कानून और व्यवस्था की स्थिति खराब है।

 

सुल्तानपुर ज़िले से सम्बंधित कुछ महत्वपूर्ण साहित्यिक हस्तियाँ:

  • सुल्तानपुर के निकट अमेठी के मलिक मुहम्मद जायसी हिंदी विद्वानों में सबसे  प्रतिष्ठित व्यक्ति हैं। उनकी प्रसिद्ध कृति 'पद्मावत' उच्च कोटि के प्रेम विषय पर आधारित है। उनकी एक अन्य कृति अखरावट में ईश्वर, सृष्टि, आत्मा आदि का वर्णन किया गया है। 
  • अमेठी के राजा गुरु दत्त सिंह  उर्फ़ भूपति एक महान कवि थे। उनकी महत्वपूर्ण कृतियाँ, सतसई (1678 में लिखित), कण्ठ भूषण, रस रत्नाकर, भागवत भाषा और रसदीप हैं।
  • 1679 में जन्मे उदय नाथ, अमेठी के राजा हिम्मत सिंह और गुरु दत्त सिंह के दरबार में एक महान कवि थे। उन्होंने रस चंद्रोदय, विनोद चंद्रिका और जगलीला की रचना की।
  • अमेठी के चितिपाल राजा माधो सिंह ने मनोज लतिका, देवीचरित्र, सरोज और त्रिदिप की रचना की।
  • 1889 में  राम नरेश त्रिपाठी का जन्म, जौनपुर के कोइरीपुर गांव में हुआ था, जो बाद में सुल्तानपुर ज़िले में रहने लगे। वे कवि, आलोचक और नाटककार थे। उनकी महत्वपूर्ण कृतियाँ पथिक मिलन, स्वप्न, मानसी, प्रेमलोक और गोस्वामी तुलसीदास और उनकी कविता हैं। उन्होंने कविता कौमुदी के सात खंडों का संपादन भी किया।
  • यहां के महान शायर मज़रूह सुल्तानपुरी ने उर्दू साहित्य और फिल्म उद्योग में बहुत योगदान दिया।

सुल्तानपुर में पर्यटक आकर्षण:

  • नया यमुना पुल: छह लेन वाला यह पुल, भारत का पहला केबल  ब्रिज (cable bridge) है।
  • विजेथुआ: यहां भगवान हनुमान का विशाल मंदिर स्थित है। स्थानीय किंवदंती के अनुसार, कालनेमि नामक राक्षस को भगवान हनुमान ने यहीं मारा था। रावण ने इस राक्षस को भगवान हनुमान को लक्ष्मण के लिए संजीवनी बूटी लाने से रोकने के लिए भेजा था।
  • केओरीपुर: यहां भगवान शिव, भगवान राम, माता सीता, और भगवान हनुमान को समर्पित कई शानदार मंदिर हैं। हनुमान मंदिर में, कुआर माह के दौरान पूर्णिमा के दिन एक विशाल मेला आयोजित किया जाता है, जिसके दौरान केओरीपुर में दस हजार से अधिक तीर्थयात्री इकट्ठा होते हैं। 
  • खुसरो बाग: यह इस क्षेत्र का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, क्योंकि यहां सम्राट जहांगीर के बेटे राजकुमार खुसरो की कब्र है।
  • विक्टोरिया मंजिल: इसे महारानी विक्टोरिया की पहली जयंती की स्मृति में बनाया गया था। अब इसमें नगर निगम कार्यालय है और इसे सुंदर लाल मेमोरियल हॉल के नाम से जाना जाता है।
  • क्राइस्ट चर्च: यह चर्च, सिविल लाइंस में कलक्ट्रेट के सामने स्थित है। इसे 1869 में पवित्रा किया गया था।
  • चिमनलाल पार्क: इस पार्क का रखरखाव निजी तौर पर किया जाता है।
  • विनायक मेहता लाइब्रेरी: हालाँकि, यह नगर निगम बोर्ड द्वारा सहायता प्राप्त है, यह विनायक मेहता लाइब्रेरी ट्रस्ट एसोसिएशन द्वारा चलाया जाता है। इसमें 10000 से अधिक पुस्तकें हैं।
  • सीताकुंड: यह वह स्थान है, जहां देवी सीता ने अपने वनवास के दौरान स्नान किया था और यह गोमती नदी के तट पर स्थित है।

 

संदर्भ

https://tinyurl.com/4kn92c29

https://tinyurl.com/584fkc3z

https://tinyurl.com/59yrjkf4

https://tinyurl.com/4x8vcnkk

मुख्य चित्र:  सुल्तानपुर जंक्शन रेलवे स्टेशन (Wikimedia)

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