आइए जानें, भारत में तेल शोधन के इतिहास और ओ एन जी सी की भूमिका को

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28-01-2025 09:25 AM
आइए जानें, भारत में तेल शोधन के इतिहास और ओ एन जी सी की भूमिका को

क्या आप जानते हैं कि वित्त वर्ष 2023-24 में, भारत में 233.276 मिलियन टन ईंधन की आवश्यकता पड़ी थी। यह आंकड़ा, पिछले वर्ष के 223.021 मिलियन टन से अधिक है। इसमें हमारे शहर मेरठ का भी योगदान रहा है। भारत में पहला तेल भंडार, 1889 में खोजा गया। यह खोज, असम के डिगबोई शहर के पास हुई थी। इसके बाद, भारत में पहली कच्चे तेल की रिफ़ाइनरी 1901 में वहीं स्थापित की गई। तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ONGC) भारत सरकार का एक सार्वजनिक उपक्रम है। यह देश का सबसे बड़ा सरकारी तेल और गैस खोजकर्ता और उत्पादक है। ओ एन जी सी देश के कच्चे तेल का लगभग 70 प्रतिशत और प्राकृतिक गैस का लगभग 84 प्रतिशत उत्पादन करता है। आज के इस लेख में हम भारत में तेल शोधन के इतिहास और विकास को समझेंगे। इसके साथ ही, ओ एन जी सी की उत्पत्ति, संचालन और तेल उत्पादन क्षमता पर चर्चा करेंगे। अंत में, हम ओएनजीसी के लक्ष्य को भी जानेंगे।
भारत में तेल शोधन का इतिहास और विकास: 1899 में, ए आर एंड टी कंपनी (AR & T Co.) ने अपने तेल से जुड़े कामकाज को संभालने के लिए असम ऑइल कंपनी (ए ओ सी) बनाई। इसके बाद, असम ऑइल सिंडिकेट का गठन हुआ और भारत की पहली रिफ़ाइनरी का निर्माण शुरू किया गया। यह रिफ़ाइनरी 1901 में डिगबोई में चालू की गई। उस समय भारतीय बाजार में पेट्रोल से चलने वाली कारें नहीं थीं। इसलिए रिफ़ाइनरी मिट्टी का तेल, मोम का तेल, ईंधन तेल और ग्रीस का उत्पादन करती थी। इसकी क्षमता 500 बैरल प्रतिदिन थी।

1886 में, बर्मा ऑइल कंपनी (बीओसी) की स्थापना एक स्कॉटिश व्यापारी ने की थी। इसका मुख्यालय ग्लासगो में था। कंपनी को तेल संचालन में पहले से अनुभव था, इसलिए वह भारत के शुरुआती पेट्रोलियम उद्योग में शामिल हुई। 1921 में बीओसी ने एओसी का संचालन संभाल लिया और 1923 में इसे पूरी तरह से नया रूप दिया गया। 1954 में, एक नया गैसोलीन प्लांट और चिकनाई तेल आसवन इकाई जोड़ी गई। पचास के दशक की शुरुआत तक डिगबोई रिफ़ाइनरी, भारत की एकमात्र रिफ़ाइनरी थी।
सरकार ने 30 नवंबर, 1951 को बॉम्बे के पास ट्रॉम्बे में एक नई रिफ़ाइनरी बनाने के लिए स्टैंडर्ड वैक्यूम ऑइल कंपनी के साथ समझौता किया। 15 दिसंबर, 1951 को, ट्रॉम्बे में 1.5 एम एम टी पी ए (Million Metric Tonnes Per Annum (MMTPA)) क्षमता की रिफ़ाइनरी के लिए बर्मा शेल के साथ समझौता हुआ। इसके अलावा, 20 मार्च, 1953 को विशाखापत्तनम में 0.5 एमएमटीपीए क्षमता की रिफ़ाइनरी के लिए कैलटेक्स के साथ एक और समझौता किया गया।

ओ एन जी सी (ऑइल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन) भारत की सबसे बड़ी अन्वेषण और खनन कंपनी है। 1956 में भारत सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के विकास के तहत तेल और प्राकृतिक गैस उद्योग शुरू किया। वित्तीय वर्ष 2019-20 में, ओ एन जी सी को भारत के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम (PSU) के रूप में पहचाना गया। यह दुनिया की 250 सबसे बड़ी ऊर्जा कंपनियों में 7वें स्थान पर है। ओएनजीसी के उत्पादों में पेट्रोलियम, प्राकृतिक गैस, एल एन जी, स्नेहक, पेट्रोकेमिकल्स और बिजली शामिल हैं।
ओ एन जी सी की उत्पादन क्षमता: 1 अप्रैल, 2015 तक, ओ एन जी सी के पास तटीय क्षेत्रों में 1,184 तेल के कुएं और 151 गैस के कुएं थे। इसके अलावा, इसने भूमि पर 4,735 तेल के कुएं और 606 गैस के कुएं संचालित किए। पश्चिमी अपतटीय उत्पादन में 7.5% की वृद्धि हुई। ओ एन जी सी हर दिन लगभग 1.2 मिलियन बैरल तेल का उत्पादन करती है।
भारत में कच्चे तेल के उत्पादन का 69% और प्राकृतिक गैस उत्पादन का 70% हिस्सा ओएनजीसी ही संभालती है।
ओ एन जी सी का संचालन: ओ एन जी सी मुख्य रूप से अन्वेषण और उत्पादन पर ध्यान केंद्रित करती है। इसके अलावा, यह रिफ़ाइनिंग और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों, जैसे कोल-बेड मीथेन और शेल गैस, के विकास पर भी काम करती है। कंपनी के घरेलू संचालन 11 प्रमुख परिसंपत्तियों के इर्द-गिर्द हैं, जिनमें तेल और गैस उत्पादन की संपत्तियाँ शामिल हैं।
ओ एन जी सी सात बेसिनों में काम करती है, जो अन्वेषण के लिए जाने जाते हैं। इसके पास हज़ीरा और उरण में दो बड़े संयंत्र हैं। साथ ही, कंपनी ड्रिलिंग, भूभौतिकीय सेवाओं, लॉगिंग और कुएं की सेवाओं के लिए आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान करती है।

ओ एन जी सी का लक्ष्य
- ओ एन जी सी अपने कर्मियों की सक्रियता, अनुसंधान एवं विकास, और प्रौद्योगिकी में प्रतिस्पर्धात्मक लाभ के माध्यम से उत्कृष्टता हासिल करने के लिए पूरी तरह से समर्पित है।
- संगठनात्मक मूल्यों और कॉर्पोरेट नैतिकता में उच्च मानकों को बढ़ावा देना इसका प्रमुख लक्ष्य है।
- ओ एन जी सी, पर्यावरण संरक्षण, स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए लगातार काम करती है ताकि सामुदायिक जीवन को बेहतर बनाया जा सके।
- ये कंपनी, ऐसा माहौल बनाने पर ज़ोर देती है जहाँ कर्मचारी चुनौतीपूर्ण और आकर्षक कार्य का अनुभव करें। यह विश्वास, खुलेपन और आपसी सम्मान की संस्कृति को बढ़ावा देता है।
ओ एन जी सी, अपने ग्राहकों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद और सेवाएँ प्रदान कर उनकी संतुष्टि सुनिश्चित करने का लक्ष्य रखती है।

संदर्भ 
https://tinyurl.com/23q66k5a
https://tinyurl.com/2cf482cn
https://tinyurl.com/2xjkgk3u
https://tinyurl.com/25jm353j

चित्र संदर्भ

1. असम में स्थित डिगबोई शताब्दी संग्रहालय (Digboi Centenary Museum) को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. विशाखापत्तनम की एक तेल रिफ़ाइनरी को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. ओ एन जी सी (ONGC) के एक ऑयल प्लेटफ़ॉर्म को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. बेतुल, गोवा में ओ एन जी सी (तेल और प्राकृतिक गैस आयोग) के एक कार्यालय के परिसर को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
 

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