विश्व कला दिवस पर जानें क्या विज्ञान ने कला के क्षेत्र को चमकाया या किया इसका रंग फीका

द्रिश्य 3 कला व सौन्दर्य
15-04-2024 09:36 AM
Post Viewership from Post Date to 16- May-2024 (31st Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
1942 123 2065
* Please see metrics definition on bottom of this page.
विश्व कला दिवस पर जानें क्या विज्ञान ने कला के क्षेत्र को चमकाया या किया इसका रंग फीका

आपको जानकर हैरानी होगी कि महान इतालवी चित्रकार लियोनार्डो दा विंची (leonardo da vinci) द्वारा हमारे शरीर में बहने वाले रक्त के प्रवाह और ह्रदय का सटीक चित्रण, वैज्ञानिक रूप से इसके चित्रण किये जाने से भी बहुत पहले कर दिया गया था। इस आधार पर आप अनुमान लगा सकते हैं, कि कला और विज्ञान आपस में किस हद तक जुड़े हुए हैं। आज विश्व कला दिवस के अवसर पर हम यही जानने का प्रयास करेंगे कि मानव इतिहास में, विज्ञान और तकनीक ने कला के क्षेत्र को कैसे प्रभावित किया है, या कैसे प्रभावित कर रहे हैं? कला और विज्ञान के बीच का संबंध, हमेशा से ही एक जटिल मुद्दा रहा है, जिसने हर उम्र के विचारकों, रचनाकारों और विद्वानों को आकर्षित किया है। पहली नजर में अलग-अलग क्षेत्रों के रूप में दिखाई देने के बावजूद, कला और विज्ञान एक-दूसरे से कहीं अधिक गुंथे हुए हैं। जहां एक ओर कला, आमतौर पर रचनात्मकता, कल्पना और सौंदर्य की अभिव्यक्ति से जुड़ी हुई होती है, वहीं विज्ञान, तर्क, अवलोकन और अनुभवजन्य साक्ष्य द्वारा निर्धारित होता है। लेकिन इसके बावजूद दोनों आपस में गहरा संबंध साझा करते हैं, जिसे सीधे-सीधे देख पाना मुश्किल होता है।
कला, दृश्य कला (पेंटिंग, मूर्तिकला, ड्राइंग (Drawing), प्रदर्शन कला (संगीत, नृत्य, थिएटर (Theater), साहित्य और फ़िल्म जैसे विभिन्न माध्यमों के ज़रिये मानव रचनात्मकता और कल्पना की अभिव्यक्ति करती है। कलात्मक गतिविधियों का उद्देश्य संवेदनाएं पैदा करना, विचार को उत्तेजित करना, विचारों को व्यक्त करना या अनुभवों को संप्रेषित करना, अपनी धारणाओं और दृष्टिकोणों का पता लगाने और व्यक्त करने के लिए लोगों को एक मंच प्रदान करना होता है। दूसरी ओर विज्ञान को प्राकृतिक दुनिया को समझने की एक व्यवस्थित और अनुभवजन्य पद्धति (Empirical method) माना जाता है। इसके तहत अवलोकन, प्रयोग और विश्लेषण के माध्यम से भौतिक तथा प्राकृतिक दुनिया की संरचना, व्यवहार और प्रक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है। विज्ञान, परीक्षण करने, सिद्धांतों को विकसित करने और ब्रह्मांड की कार्यशैली के ज्ञान को उजागर करने के लिए कठोर पद्धतियों, तार्किक और वैज्ञानिक पद्धति पर निर्भर रहता है। वैज्ञानिक विषयों में मानव समझ को आगे बढ़ाने, भविष्यवाणियां करने और व्यावहारिक समस्याओं को हल करने के लिए हमारे बीच भौतिकी, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, खगोल विज्ञान और मनोविज्ञान जैसे कई क्षेत्र मौजूद हैं।
संक्षेप में समझें तो कला, प्रेरणादायक विचारों को उत्तेजित करने, भावनाओं को जगाने और व्यक्तिपरक अभिव्यक्ति के माध्यम से विचारों को व्यक्त करने का उद्देश्य पूरा करती है। दूसरी ओर, विज्ञान का लक्ष्य प्राकृतिक दुनिया को व्यवस्थित रूप से गहराई से समझना, वस्तुनिष्ठ ज्ञान का पता लगाना और ब्रह्मांड के बारे में हमारी समझ को बढ़ाना होता है। इससे तकनीकी प्रगति, व्यावहारिक अनुप्रयोग और बौद्धिक विस्तार होता है। यद्यपि ये दोनों देखने में भिन्न-भिन्न हैं, किंतु कई मामलों में कला और विज्ञान भी एक साथ आ सकते हैं। कला आम जनता तक वैज्ञानिक अवधारणाओं को संप्रेषित करने के लिए एक पुल के रूप में कार्य करती है, और विज्ञान कलात्मक नवाचार को बढ़ावा देता है। दोनों मिलकर हमारे बौद्धिक तथा सांस्कृतिक विकास, हमारे जीवन को समृद्ध बनाने और हमारे दृष्टिकोण को व्यापक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। कला वैज्ञानिक दुनिया में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है। यह वैज्ञानिक अवधारणाओं के प्रति उनकी समझ को बढ़ाती है और यहां तक कि वैज्ञानिक खोजों में भी उनकी सहायता करती है।
रचनात्मकता के संदर्भ में भी कला और विज्ञान आपस में गहराई से जुड़े हुए हैं। दोनों क्षेत्र खुले दिमाग, समस्या-समाधान और कल्पना पर आधारित हैं। एक बड़ा दिलचस्प तथ्य यह भी है कि नोबेल पुरस्कार विजेताओं (Nobel laureates) के ललित कला, शिल्प या प्रदर्शन कला में रूचि रखने की संभावना एक औसत वैज्ञानिक की तुलना में 15-25 गुना अधिक होती है। यह तथ्य वैज्ञानिक सफलता प्राप्त करने में कला के महत्व को रेखांकित करता है। कला, रचनात्मकता को विकसित करती है, और यह गुण विज्ञान के क्षेत्र में भी बहुत महत्वपूर्ण है। उदाहरण के लिए, वॉटसन और क्रिक (Watson and Crick) की डीएनए (DNA) संरचना की खोज के लिए उन्होंने इसके बेस-पेयरिंग (base-pairing) और संरचना को समझने हेतु डीएनए के कार्डबोर्ड मॉडल (cardboard models) बनाने और संशोधित करने में 7 सप्ताह बिता दिए। उनका रचनात्मक दृष्टिकोण ही उनकी सफलता की कुंजी थी, जो कि अन्य वैज्ञानिकों के व्यवस्थित, गणितीय तरीकों से भिन्न था।
इसलिए, कला के अध्ययन और अभ्यास के माध्यम से विकसित, रचनात्मक कौशल और विश्लेषणात्मक सोच वैज्ञानिक नवाचार में महत्वपूर्ण योगदान देती है।
कला, वैज्ञानिकों को अमूर्त विचारों की कल्पना करने में मदद करती है। लियोनार्डो दा विंची (Leonardo da Vinci) का काम शायद कला और विज्ञान के बीच अंतर्संबंध का सबसे उल्लेखनीय उदाहरण साबित हो सकता है। विट्रुवियन आदमी (Vitruvian Man) सहित लियोनार्डो दा विंची के कई शारीरिक चित्रों ने मानव शरीर रचना विज्ञान के क्षेत्र को काफ़ी आगे बढ़ा दिया। दा विंची ने 30 लाशों को विच्छेदित किया और अपने निष्कर्षों को विस्तृत रेखाचित्रों में दर्ज किया, जिनका उपयोग आज भी किया जाता है। हालांकि इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है, विज्ञान के ही एक रूप "प्रौद्योगिकी" के आगमन के बाद कला के कुछ रूप प्रभावित भी हुए हैं। प्रौद्योगिकी ने रचनात्मकता के दायरे को पहले की तुलना में कई गुना बड़ा दिया है। आज वैश्विक स्तर पर छवियों, प्रदर्शनों, शब्दों और विचारों को साझा करना आसान हो गया है।
इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि इसने कलाकारों के काम करने के तरीके में क्रांति ला दी है। वीडियो सॉफ़्टवेयर और डिजिटल रंग (video software and digital color) जैसी तकनीकों ने पेंटब्रश और चारकोल (paintbrushes and charcoal) जैसे पारंपरिक चित्रकारी उपकरणों के प्रति मोह भंग करा दिया है। तकनीकी प्रगति में उछाल का लाभ उठाने हेतु, कलाकारों को अपनी तकनीकों को परिष्कृत करने के लिए उपकरणों की एक विस्तृत श्रृंखला में महारत हासिल करनी चाहिए। इससे उन्हें अपने दृष्टिकोण को प्रभावी ढंग से अनुवादित करने और अपनी रचनात्मकता को उजागर करने की क्षमता हासिल होगी। हालाँकि, कुछ लोग चिंता व्यक्त करते हैं कि प्रौद्योगिकी ने रचनात्मकता की वास्तविक चमक को कम कर दिया है, क्योंकि आधुनिक कलाकार तकनीकी क्षमताओं में ही खोए हुए हैं। कुल मिलाकर प्रौद्योगिकी ने कला और संस्कृति को बदल जरूर दिया है, लेकिन कुछ मायनों में प्रौद्योगिकी ने कला का दायरा बढ़ाया भी है।

संदर्भ
https://tinyurl.com/yc5ss7eu
https://tinyurl.com/2s39w832
https://tinyurl.com/47z8kevx

चित्र संदर्भ
1. हाथ से निर्मित और कंप्यूटर से निर्मित रंगोली को संदर्भित करता एक चित्रण (needpix, wikimedia)
2. एक विज्ञान प्रदर्शनी को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. विज्ञान और कलाकृतियों के समावेश को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
4. कीटाणु-विज्ञान से संबंधित चित्रकला को दर्शाता एक चित्रण (Needpix)
5. वॉटसन और क्रिक की डीएनए रचना को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
6. लियोनार्डो दा विंची के शारीरिक चित्र, विट्रुवियन आदमी को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
7. फोटो संपादन सॉफ्टवेयर को दर्शाता एक चित्रण (pxhere)

पिछला / Previous अगला / Next

Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.