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विश्व भर में वाहन चलाते समय की गयी असावधानियों के कारण होने वाली लोगों की मृत्यु और सड़क दुर्घटनाओं में चीन का प्रथम स्थाfन था जो अब भारत ने ले लिया है। इसमें होने वाली जन धन हानि का आंकलन लगाना भी असंभव है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा दी गयी एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में वर्ष 2012 में सड़क दुर्घटनाओं के चलते 138,258 मौतें हुईं। अकेले लखनऊ में ही 2012 में 497 मौतें सड़क दुर्घटनाओं की वजह से हुईं।
यदि सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय की रिपोर्ट का अध्ययन किया जाए तो भारत में सड़क दुर्घटनाओं के मामले में लुधियाना और लखनऊ सबसे असुरक्षित शहर दिखते हैं। और वहीँ दूसरी ओर अहमदाबाद और मुंबई सबसे सुरक्षित शहर माने गए हैं। जहाँ इन दुर्घटनाओं की कई वजहें हो सकती हैं, वहीँ एक वजह है सड़कों पर वाहनों की बढ़ती संख्या। रिपोर्ट के अनुसार लखनऊ में यदि बात की जाये तो हर 1,000 व्यक्तियों पर 362.8 दुपहिया वाहन मौजूद हैं। इन आंकड़ों से एक निष्कर्ष यह निकलता है कि जिन शहरों में सार्वजनिक परिवहन सुविधा बेहतर है, वहाँ सड़क दुर्घटनाएं कम होती हैं क्योंकि ज़्यादातर नागरिक सार्वजनिक परिवहन का इस्तेमाल करते हैं और सड़कों पर वाहन कम रहते हैं।
उपर्युक्त आंकड़े हमें सड़क दुर्घटनाओं की होने वाली वृद्धि के बारे में जागरूक करते हैं और दूसरी ओर सरकार ने भी सड़क सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वालों पर नियंत्रण बनाने के लिए कुछ प्रमुख कदम उठाए हैं।
सरकार ने घोषणा की है कि बिना हेलमेट के मोटरसाइकिल, सीट बेल्ट के बिना कार, अनियंत्रित गति पर वाहनों का प्रयोग तथा शराब पीकर या वाहन चलाते समय मोबाइल का प्रयोग करने वाले लोगों के खिलाफ सख्ता कार्रवाई की जाएगी एवं उल्लंघन के अनुसार व्यक्ति पर जुर्माना लगाया जाएगा। साथ ही पुलिस कर्मियों को लोगों के प्रति दुर्वव्यजवहार न करने और ड्यूटी के दौरान अवैध संग्रह में शामिल न होने के कड़े निर्देश दिये गये हैं।
सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने की दिशा में यह एक बड़ा कदम है, क्योंकि तभी कई लोग सड़क सुरक्षा नियमों को तोड़ने से डरेंगे, और दंड के भय से सड़क सुरक्षा नियमों का उपयोग करने के लिए भी मजबूर होंगे। इससे बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े कम होने की अच्छी सम्भावना है।
कुछ दिन पहले, लखनऊ में, कुछ युवा स्वयंसेवकों ने बैनरों (Banners) के साथ 'ज़ेबरा सूट' (Zebra Suit) पहने हुए हजरतगंज क्रॉसिंग में यातायात के नियमों और ज़ेबरा क्रॉसिंग के उपयोग के बारे में लोगों को जागरूक करके सड़क सुरक्षा के उपायों को बढ़ावा दिया।
सभी उम्र के लोगों द्वारा सड़क सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए। एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में, आपको प्रत्येक सड़क सुरक्षा नियम से अवगत होना चाहिए। सुरक्षा नियमों और विनियमों का पालन करके, आप सड़क दुर्घटनाओं से खुद को और दूसरों को बचा सकते हैं।
संदर्भ:
1.http://www.indiaspend.com/special-reports/mumbai-ahmedabad-have-indias-safest-roads-ludhiana-lucknow-most-unsafe-22619
2.https://timesofindia.indiatimes.com/city/lucknow/zebras-on-crossings-walk-the-talk-on-road-safety/articleshow/63948974.cms
3.https://www.hindustantimes.com/lucknow/road-safety-drive-launched-across-uttar-pradesh/story-zhv73FIa4xNRdhCdQDe4cJ.html
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