लखनऊ, आइए जानें, कैसे संस्कृति, फ़ैशन ब्रांड्स को सफल बनाने में एक अहम भूमिका निभाती है!

आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक
17-04-2025 09:18 AM
लखनऊ, आइए जानें, कैसे संस्कृति, फ़ैशन ब्रांड्स को सफल बनाने में एक अहम भूमिका निभाती है!

बेशक ही, हमारा लखनऊ कई फ़ैशन प्रेमियों का घर है। आखिरकार, फ़ैशन आत्म-अभिव्यक्ति, सांस्कृतिक संचार और आर्थिक गतिविधि के लिए एक शक्तिशाली उपकरण के रूप में कार्य करता है। यह प्रभावित करता है कि, हम खुद को कैसे देखते हैं, तथा लोग हमें कैसे समझते हैं। फ़ैशन ब्रांड अक्सर अपनी शैली, मूल्य बिंदु और ब्रांड पहचान के संयोजन के माध्यम से, बाज़ार में बने रहने का लक्ष्य रखते हैं। तो आज आइए, यह पता लगाने की कोशिश करें कि संस्कृति, फ़ैशन ब्रांडों के लिए एक स्थिर रणनीति के रूप में कैसे काम करती है। फिर, हमें पता चलेगा कि, लीवाइज़ (Levi’s) एक कार्य वर्दी ब्रांड से एक वैश्विक फ़ैशन ब्रांड कैसे बना। आगे बढ़ते हुए, हम रैंगलर (Wrangler) की यात्रा पर कुछ प्रकाश डालेंगे। अंत में, हम कुछ रणनीतियों के बारे में बात करेंगे, जो आपको आज के प्रतिस्पर्धी बाज़ार में, अपने स्वयं के फ़ैशन ब्रांड को उचित स्थिति में रखने में मदद कर सकती हैं। 

फ़ैशन ब्रांडों के लिए एक  पोज़िशनिंग रणनीति के रूप में, संस्कृति कैसे काम करती है?

फ़ैशन वर्तमान युग की एक सांस्कृतिक अभिव्यक्ति है। यह किसी समाज को प्रोत्साहित करने वाले मूल्यों को उजागर करता है। दुनिया भर में सबसे उल्लेखनीय फ़ैशन ब्रांडों में से कुछ ब्रांड, एक विस्तारित स्थिति बनाने के लिए संस्कृति (कला, वास्तुकला या संगीत) का उपयोग करते हैं। कोई संस्कृति, विशेष अर्थ प्रसारित करने और समुदाय की पहचान बनाने के लिए सबसे प्रभावी उपकरणों में से एक है। इस परिप्रेक्ष्य में, ब्रांडों को संस्कृति द्वारा पोषण मिलता है, तथा इससे प्रतिनिधित्व और पहचान की प्रतीकात्मक प्रणालियों का निर्माण किया जाता है। 

1892 में मूल लीवाइज़ स्ट्रॉस लोगो | चित्र स्रोत : Wikimedia 

लीवाइज़ एक कार्य वर्दी ब्रांड से वैश्विक फ़ैशन ब्रांड कैसे बना?

प्रारंभिक वर्ष: 

लीवाइज़ की स्थापना 1853 में, लीवाइ स्ट्रॉस (Levi Strauss) द्वारा की गई थी। वे 1848 में जर्मनी (Germany) से सैन फ़्रांसिस्को (San Francisco) आए थे। स्ट्रॉस ने पश्चिम क्षेत्र के खनिकों और मज़दूरों के लिए, टिकाऊ कार्य वर्दी बनाने का अवसर देखा। तब उन्होंने जेब और सिलाई को मज़बूत करने के लिए, तांबे के रिवेट्स (Rivets) के साथ डेनिम पैंट का उत्पादन शुरू किया। ये जीन्स जल्द ही लोकप्रिय हुए, और उन्नीसवीं सदी के मोड़ तक, लीवाइज़ कार्य वर्दी के लिए पसंदीदा ब्रांड बन गया था। फिर कंपनी ने जैकेट, चौग़ा और अन्य कठिन कपड़ों को उत्पादन में शामिल किया, जो उच्च गुणवत्ता वाले डेनिम से बने थे।

कार्य वर्दी से लेकर फ़ैशन तक: 

1930 और 1940 के दशक में, लीवाइज़ ने मुख्य फ़ैशन में प्रवेश करना शुरू कर दिया। कुछ हॉलीवुड अभिनेताओं ने अपनी फ़िल्मों में लीवाइज़ की जीन्स पहनकर, इस ब्रांड को अधिक लोकप्रिय बनाया। साथ ही, उस समय की विद्रोही युवा संस्कृति ने इस ब्रांड की साहसिक छवि में रुचि दिखाई। 

1960 और 1970 के दशक में, लीवाइज़ प्रतिवाद संस्कृति और सामाजिक परिवर्तन का प्रतीक बन गया। इस ब्रांड की जीन्स को विभिन्न कार्यकर्ता पहनते थे, और इसके विज्ञापन अभियानों ने शांति, प्रेम और स्वतंत्रता के आदर्शों को प्रतिबिंबित किया। 

एक तरफ़, 1980 और 1990 के दशक में, लीवाइज़ ने फ़ैशन रुझानों और उपभोक्ता पसंद को बदलते हुए, विकास करना जारी रखा। इस ब्रांड ने नई शैलियों की शुरुआत की, और इसकी प्रतिष्ठित ‘501 जींस’ सहजता का प्रतीक बन गई।

चित्र स्रोत : Wikimedia 

रैंगलर, विश्व स्तर पर प्रसिद्ध फ़ैशन ब्रांड कैसे बना?

शुरुआती दिन: 

रैंगलर की यात्रा 1897 में शुरू हुई थी। तब सी. सी. हडसन (C. C. Hudson), उत्तरी कैरोलिना (North Carolina) के ग्रीन्सबोरो (Greensboro) शहर में काम ढूंढने गए, जो एक नवोदित कपड़ा शहर था। उनका व्यवसाय वहां तेज़ी से बढ़ता गया, और 1919 तक उन्होंने अपनी संपन्न कंपनी को ब्लू बेल ओवरऑल कंपनी (Blue Bell Overall company) के रूप में तैयार किया। इसके सात साल बाद, बिग बेन  मैन्यूफ़ैक्चरिंग (Big Ben Manufacturing) ने ग्रीन्सबोरो में अपना संचालन करते हुए, ब्लू बेल का अधिग्रहण किया।

नवाचार और रैंगलर का जन्म:

1947 तक, रैंगलर पश्चिमी जींस के उत्पादन की शुरुआत हुई, जो रोडियो बेन (Rodeo Ben) की अंतर्दृष्टि के साथ डिज़ाइन की गई थी। चरवाहों और शिल्पकारों के बीच साझेदारी ने, रैंगलर को अलग बनाया। इस प्रकार स्थायित्व, आराम एवं पश्चिमी सत्यता के लिए ब्रांड की प्रतिष्ठा मज़बूत बनी।

एक रोडियो ब्रांड बनना: 

जिम शोल्डर्स (Jim Shoulders) 1948 में रैंगलर के पहले आधिकारिक एंडोरसी (Endorsee) बन गए, जिससे इसका खेल भागीदारी की एक विरासत में प्रवेश हुआ। 16 विश्व रोडियो  चैंपियनशिप्स (16 World Rodeo championships) के साथ उनके समर्थन ने, रैंगलर को अखाड़े में उत्कृष्टता का पर्याय बनाया। 

लोकप्रिय संस्कृति में रैंगलर:

1981 में, रैंगलर ब्रांड ने प्रसिद्ध रेस कार ड्राइवर – डेल  अर्नहाट (Dale Earnhardt) को प्रायोजित किया,  जिसके लिए एक अविस्मरणीय नीली एवं पीली “रैंगलर जीन मशीन (Wrangler Jean Machine)” नामक गाड़ी बनाई गई। बाद में,  रैंगलर ने फ़िल्म कलाकारों को भी प्रायोजित किया।

प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में अपने फ़ैशन ब्रांड को स्थिर रखने के अनूठे तरीके क्या हैं?

1.) अपने दर्शकों को जानें: 

सबसे पहले यह समझें कि, आपके लक्षित ग्राहक कौन हैं; वे क्या चाहते हैं; और उन्हें क्या चाहिए? आपको बाज़ार अनुसंधान करने एवं अपने दर्शकों को उनके जनसंख्‍या संबंधी, मनोविज्ञान और व्यवहार के आधार पर खंडित करने की आवश्यकता है।

2.) अपने मूल्य को परिभाषित करें: 

आपको एक स्पष्ट और सम्मोहक मूल्य प्रस्ताव तैयार करने की आवश्यकता है, जो आपके ब्रांड के लाभों, सुविधाओं और भावनाओं को सारांशित करता है।

3.) अपनी ब्रांड पहचान विकसित करें: 

यह जानें कि, क्या आपके ब्रांड के व्यक्तित्व, मूल्यों और आवाज की दृश्य तथा मौखिक अभिव्यक्ति है। आपको एक सुसंगत और यादगार ब्रांड पहचान बनाने की आवश्यकता है, जो आपके ब्रांड के सार को दर्शाता है तथा आपके दर्शकों के साथ प्रतिध्वनित होता है। आपकी ब्रांड पहचान में आपका लोगो, नाम, नारा, रंग, लिपि, चित्र, टोन और स्टाइल शामिल हैं।

चित्र स्रोत : Wikimedia 

4.) अपने समुदाय का निर्माण करें: 

आपको सोशल मीडिया, ईमेल मार्केटिंग, इवेंट्स और अन्य रणनीतियों के माध्यम से अपने ग्राहकों, प्रभावित लोगों, मीडिया और अन्य हितधारकों के साथ जुड़ने की आवश्यकता है। इसके अलावा, आपको मूल्यवान और प्रासंगिक कंटेंट (Content) बनाने; प्रतिक्रिया और समीक्षाओं को प्रोत्साहित करने; पुरस्कार और प्रोत्साहन प्रदान करने; और संबंधित भावना को बढ़ावा देने की भी आवश्यकता है।

5.) निगरानी और अनुकूलन: 

अंत में, आपको अपने ब्रांड के प्रदर्शन, जागरूकता और धारणा को मापने की आवश्यकता है। आपको अपने ग्राहकों और प्रतियोगियों से डेटा, प्रतिक्रिया और अंतर्दृष्टि एकत्र करने तथा उसका विश्लेषण करने की भी ज़रूरत होती है।

 

संदर्भ 

https://tinyurl.com/bdcskb6j

https://tinyurl.com/esj3jfzy

https://tinyurl.com/mvca25a5

https://tinyurl.com/2kmp6auk

मुख्य चित्र स्रोत : Pexels 

पिछला / Previous अगला / Next


Definitions of the Post Viewership Metrics

A. City Subscribers (FB + App) - This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post.

B. Website (Google + Direct) - This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.

C. Total Viewership — This is the Sum of all Subscribers (FB+App), Website (Google+Direct), Email, and Instagram who reached this Prarang post/page.

D. The Reach (Viewership) - The reach on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion (Day 31 or 32) of one month from the day of posting.