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जौनपुर के लोग, ये जानते ही हैं कि, ईद दुनिया के सबसे बड़े त्योहारों में से एक है। यह हमारे शहर में भी बहुत अधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस दिन शाही ईदगाह और अटाला मस्जिद जैसी मस्जिदें इन उत्सवों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन जाती हैं। प्रार्थना करना, रिश्तेदारों को मिलना, व्यंजन तैयार करना, उपहार वितरित करना कुछ सबसे आम गतिविधियां हैं, जो जौनपुर के लोग ईद के दौरान करते हैं। लेकिन, क्या आपने कभी सोचा है कि, ईद की तारीखें हर साल क्यों बदलती हैं। इसलिए, आज, यह समझने की कोशिश करते हैं कि, इस त्योहार की तारीख ग्रेगोरियन कैलेंडर पर हर साल क्यों बदलती है। फिर, हम इस अवसर पर खाने जाने वाले कुछ सबसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थों को खोजेंगे। इसके बाद, हम कुछ प्रथाओं और अनुष्ठानों का पता लगाएंगे, जिनका जौनपुर के लोग ईद-अल-फ़ित्र पर प्रदर्शन करते हैं। अंत में, हमें पता चलेगा कि, विश्व स्तर पर ईद का त्योहार कैसे मनाया जाता है।
ईद की तारीख ग्रेगोरियन कैलेंडर पर हमेशा क्यों बदलती है?
इस्लामिक चंद्र कैलेंडर, ग्रेगोरियन कैलेंडर (Gregorian Calendar) से लगभग 11 दिन छोटा है। 29 या 30 दिन के महीने होने के कारण, इस्लामिक चंद्र कैलेंडर, ग्रेगोरियन कैलेंडर के संबंध में प्रत्येक वर्ष लगभग 11 दिन पहले चलता है। इसका मतलब यह है कि, ईद की तारीख ग्रेगोरियन कैलेंडर के संबंध में प्रत्येक वर्ष, लगभग 10 से 11 दिनों तक भिन्न हो सकती है।
ईद-अल-फ़ित्र में सबसे लोकप्रिय खाद्य पदार्थ:
1.) बिरयानी:
भारत का प्रत्येक क्षेत्र, बिरयानी के अपने संस्करण का दावा करता है, चाहे वह स्वादिष्ट हैदराबादी बिरयानी, अमीर कोलकाता बिरयानी, या मसालेदार लखनवी बिरयानी हो।
2.) शीर खुरमा और सेवइयां:
यह व्यंजन एक स्वर्गीय खुशी है। यह परिवारों के लिए अपनी ईद की सुबह शुरू करने हेतु एक प्रथा एवं आने वाले वर्ष की समृद्धि और मिठास का प्रतीक है।
3.) कबाब:
चाहे वह नरम सीख कबाब हो, सुगंधित बोटी कबाब, या स्वादिष्ट शमी कबाब हो, ये रसीले मांस व्यंजन, ईद समारोहों में प्रधान हैं। मसालेदार और पूर्णता के लिए भुना हुआ कबाब, मांस प्रेमियों के लिए एक आनंद है।
4.) हलीम:
हलीम, गेहूं, जौ, मांस और दाल से बनी एक खिचड़ी है, जो ईदफ़ित्र के दौरान एक हार्दिक व्यंजन है। यह पौष्टिक और स्वादिष्ट व्यंजन, सुगंधित मसालों के साथ उबली जाती है। इसे तले हुए प्याज़ और ताज़ा धनिया के साथ सुशोमित किया जाता है।
5.) ज़रदा:
ज़रदा, चावल का एक सुगंधित एवं मीठा व्यंजन है, जो ईदफ़ित्र के उत्सव में रंग और मिठास जोड़ता है। इसे बासमती चावल, चीनी, और घी के साथ पकाया जाता है, और केसर, इलायची, सूखा मेवा और गुलाब जल के साथ सजाया जाता है।
6.) मटन कोरमा:
मटन के कोमल टुकड़ों के साथ बनाया गया, मटन कोरमा, मांस पारखी लोगों के लिए एक सच्चा भोग है।
7.) फ़िरनी:
फ़िरनी, ईद–अल–फ़ित्र समारोह के दौरान, हमेशा से ही सबका पसंदीदा है। यह शांत और आरामदायक मिठाई, ईद दावत के लिए एक ताज़ा समापन है।
कुछ आवश्यक प्रथाएं और अनुष्ठान, जिनका ईद-अल-फ़ितर पर जौनपुर के लोग प्रदर्शन करते हैं:
1.) ईद की नमाज़: विशेष ईद की नमाज़, रमज़ान के अंत और ईद दिवस की शुरुआत को दर्शाती है। यह आमतौर पर, एक बड़ी मंडली में की जाती है, और इसमें दो राकत होती हैं, जिसके बाद एक उपदेश (खुतबा) होता है। यह अभ्यास एकता का प्रतीक है, और मुसलमानों के विश्वास और ईश्वर के प्रति समर्पण का एक सांप्रदायिक प्रदर्शन है।
2.) रिश्तेदारों को मिलना: ईद–अल-फ़ित्र ने पारिवारिक बंधनों और सामुदायिक संबंधों को मज़बूत किया है। मुसलमान यह दिन मनाने, अभिवादन और अक्सर भोजन साझा करने के लिए, अपने रिश्तेदारों से मिलते हैं। ये यात्राएं, परिवार के सदस्यों के बीच प्यार और प्रशंसा व्यक्त करने का एक तरीका है।
3.) नए कपड़े पहनना:ईद पर नए कपड़े पहनना एक परंपरा है, जो स्वच्छता, नवीकरण और उत्सव का प्रतीक है। यह सभी आशीर्वादों के लिए, ईश्वर के प्रति कृतज्ञता की एक खुशी की अभिव्यक्ति है।
4.) बच्चों का मनोरंजन पार्क में जाना: ईद उन बच्चों के लिए भी एक उत्सव है, जो बाहर जाने और मनोरंजन पार्क (Amusement Parks) सहित विभिन्न मनोरंजनों का आनंद लेने के लिए तत्पर होते हैं।
5.) ईद की मिठाई तैयार करना और आतिथ्य: विशेष मिठाई और व्यंजन, ईद पर परिवार, दोस्तों और पड़ोसियों के साथ तैयार और साझा किए जाते हैं। यह प्रथा, उस उदारता और आतिथ्य को प्रदर्शित करती है, जो इस्लामी संस्कृति के लिए केंद्रीय है।
6.) कब्रों का दौरा करना: कुछ मुस्लिम लोग, अपने दिवंगत प्रियजनों की कब्रों का दौरा करते हैं, और सूरत अल- फ़ातिहा (Surah Al-Fatihah) का पाठ करते हैं। यह अनुष्ठान, जीवन की क्षणिक प्रकृति और प्रियजनों के साथ, समय को संजोने और मूल्य देने के महत्व की याद दिलाता है।
दुनिया भर में ईद-अल-फ़ित्र परंपराएं:
•तुर्की (Turkey):
तुर्की में, ईद समारोह में अक्सर बहुत सारे मीठे व्यंजन बनाए जाते हैं। वास्तव में, यहां इस उत्सव के लिए एक अन्य नाम के रूप में ‘शुगर फ़ेस्टिवल (Sugar Festival)’ या ‘सेकर बएरमी (Seker Bayrami)’ शब्द प्रयुक्त होता है। तुर्की मुसलमान, आमतौर पर अपने उपवास को तोड़ते समय बकलवा (Baklava) और अन्य स्वादिष्ट विकल्पों का आनंद लेंगे। कुछ लोग समुद्र तट पर जाकर भी इसे मनाते हैं! तुर्की में एक और पारंपरिक ईद उत्सव, बड़ों का सम्मान करना है।
•सिंगापुर (Singapore):
सिंगापुर में, रमज़ान के अंत को चिह्नित करने वाला उत्सव, ‘हरि राया’ या ‘हरि राया एडिलफ़ित्री (Hari raya Aidilfitri)’ के नाम से जाना जाता है। गैलेंग सिराई (Geylang Serai) बाज़ार के पड़ोस को सजाने के लिए, इस देश में रंगीन रोशनी का उपयोग किया जाता है। यह क्षेत्र एक विशेष उत्सव बाज़ार का भी घर है, जिसमें बहुत सारे स्वादिष्ट मलेशियाई भोजन (Malaysian food) की पेशकश की जाती है। साथ ही साथ, यहां दुनिया भर से अन्य स्वादिष्ट व्यंजन भी होते हैं!
•संयुक्त अरब अमीरात (United Arab Emirate):
ईद के लिए, संयुक्त अरब अमीरात में मेंहदी बहुत लोकप्रिय है। यहां आप ईद मनाने वाले कई लोगों के घरों के बाहर, रंगीन आसन, बैनर तथा सार्वजनिक स्थानों पर त्योहार के झंडे भी पाएंगे। शाम में, लोग आतिशबाजी, नृत्य, जादू और अन्य प्रदर्शनों के साथ, उत्सव का आनंद लेने के लिए इकट्ठा होते हैं!
•आइसलैंड (Iceland):
आइसलैंड में, मुसलमानों के लिए उपवास प्रति दिन, सूरज की विशेष स्थिति के कारण बनने वाले लंबे दिन की वजह से, 22 घंटे तक हो सकता है। देश के कुछ मुसलमान, सऊदी अरब (Saudi Arabia) या पास के किसी अन्य देश के सूर्योदय और सूर्यास्त के अनुसार, अपना उपवास तोड़ना चुनते हैं। इसका मतलब है कि, रमज़ान समाप्त होने पर वे पार्टी करने के लिए तैयार होते हैं! मुसलमान अपनी निकटतम मस्जिद में इकट्ठा होते हैं, और विदेशी भोजन का आनंद लेते हैं।
संदर्भ:
मुख्य चित्र: अटाला मस्जिद का परिसर (प्रारंग चित्र संग्रह)
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