Post Viewership from Post Date to 14-Jan-2024 (31st Day)
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इंटरनेट आपकी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को खा रहा है!

मेरठ

 14-12-2023 10:12 AM
विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

क्या आप जानते हैं कि इंटरनेट के आगमन से पहले एक आम आदमी भी एक ही उपन्यास को कई हफ़्तों तक पढ़ सकता था। लेकिन आज की आधुनिक पीढ़ी के लिए एक छोटी सी पुस्तक को भी पूरा पढ़ पाना मुश्किल साबित हो रहा है। आज ऐसे लोगों को आप उँगलियों में गिन सकते हैं, जो कई दिनों तक एक ही किताब को बिना डिस्ट्रैक्ट (Distract) यानी भ्रमित हुए पूरा पढ़ सकते हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य और दुःख भी होगा कि "आज दुनियां में एक औसत व्यक्ति की ध्यान केंद्रित करने की क्षमता घटकर मात्र 8.25 सेकंड रह गई है।" यानी एक व्यक्ति केवल दस सेकंड से भी कम समय तक ध्यान केंद्रित कर पा रहा है। चलिए जानते हैं कि ऐसा आखिर क्यों हो रहा है? ध्यान का विचलित होना कोई नई बात नहीं है। हमारी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता कई कारकों के आधार पर बदल सकती है, जैसे हमने कितनी नींद ली या हम जो कर रहे हैं वह हमें कितना पसंद है, इत्यादि। लेकिन, आज की दुनिया की बढ़ती चिंताएँ और तनाव, हमारी ध्यान केंद्रित करने की क्षमता को काफी प्रभावित कर रही हैं। आज की दुनिया, काम, घरेलू जीवन, सामाजिक तनाव और डिजिटल उपकरणों से भरी हुई है, जिससे ध्यान केंद्रित करना और भी कठिन हो जाता है। हमारे मोबाइल और कंप्यूटर की स्क्रीन हमें लगातार नई जानकारी और सूचनाएं प्रदान करती हैं। इसे खासतौर पर हमारा ध्यान खींचने के लिए ही डिज़ाइन किया गया है।
हमारा दिमाग नवीनता और सामाजिक संपर्कों का आनंद लेना चाहता है, और डिजिटल उपकरण इसे यह सुविधाएँ आसानी से प्रदान कर देते हैं। कई शोधों में यह सामने आया है कि "आधुनिक इंटरनेट की संरचना के कारण लोगों की एकाग्रता प्रतिदिन कम हो रही है।" इज़राइली सॉफ्टवेयर विकास और डेटा एकत्रीकरण कंपनी सिमिलरवेब (Similarweb) के हालिया डेटा से पता चलता है कि विभिन्न कारकों को देखते हुए लोगों का ध्यान वास्तव में काफी तेज दर से कम हो रहा है। अगर हम 2017 और 2019 के बीच मोबाइल ब्राउज़िंग (Mobile Browsing) पर विचार करें, तो एक वेबसाइट पर बिताए गए औसत समय में 11 सेकंड की गिरावट आई है। मोबाइल ब्राउजिंग की लोकप्रियता बढ़ रही है, और कई इंटरनेट उपयोगकर्ताओं के लिए जानकारी प्राप्त करने का एक पसंदीदा तरीका बन गया है। डेटा बताता है कि सभी डिवाइसों पर वेबसाइटों पर बिताए गए औसत समय में 49 सेकंड की भारी कमी आई है। विभिन्न प्रकार के शारीरिक और मनोवैज्ञानिक कारकों के परिणामस्वरूप ध्यान केंद्रित करने का दायरा भी सीमित हो सकता है। यह डिस्लेक्सिया (Dyslexia) जैसी अक्षमता का संकेत हो सकता है, जिसके तहत आपको पढ़ने, लिखने या बोलने जैसी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित करने में चुनौतियां आ सकती हैं।
जानकार मानते हैं कि यदि आप विचलित हैं, तो आपके मन को भटकने से बचाने के लिए आपके सामने प्रस्तुत सामग्री को अधिक मनोरंजक होना चाहिए। उन्होंने यह भी देखा कि एक शिक्षक या सामग्री निर्माता की आपका ध्यान आकर्षित करने की क्षमता बहुत भिन्न हो सकती है। उन्होंने पाया है कि जब किसी विषय को एक आकर्षक संचारक द्वारा पढ़ाया जाता है या दिलचस्प तरीके से प्रस्तुत किया जाता है, तो इस स्थिति में दर्शक बेहतर ढंग से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। यानी यदि आप किसी ऐसी चीज़ पर ध्यान दे सकते हैं जो आपको दिलचस्प या सम्मोहक लगती है, तो ऐसा संभवतः आपकी अपनी क्षमताओं के बजाय सामग्री निर्माता के कौशल के कारण हो रहा है।
इसलिए हमें किसी भी कार्य को शुरू करने से पहले योजना बना लेनी चाहिए। हमें यह पहचानना चाहिए कि सबसे महत्वपूर्ण क्या है और फिर कम महत्वपूर्ण क्या है, और हमें उसके अनुसार ही कार्य करना चाहिए।
उदाहरण के लिए, अगर मैं किसी के साथ बैठा हूं और मेरा मन भटकने लगता है, तो मैं उनसे एक पल के लिए रुकने के लिए कहूंगा। मैं खुद को याद दिलाऊंगा कि मुझे उस व्यक्ति पर ध्यान देने की जरूरत है जिसके साथ मैं हूं और अन्य चीजें इंतजार कर सकती हैं। कम ध्यान देने की अवधि किसी भी काम में समस्याएँ पैदा कर सकती है, जिनमें किसी मीटिंग के दौरान महत्वपूर्ण विवरण छूट जाना या अकेले काम करते समय कम कुशल होना जैसी समस्याएँ शामिल हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 2000 के बाद से औसत मानव ध्यान अवधि 12 से 8 सेकंड तक गिर गई है। छोटे बच्चों के साथ-साथ कई पेशेवर भी खराब आहार, व्यायाम की कमी, अवसाद और एडीएचडी (Depression And ADHD) जैसे विभिन्न कारकों के कारण ध्यान की कमी से जूझ रहे हैं। हालाँकि, इस समस्या को प्रबंधित करने में सहायता के लिए संसाधन और समाधान उपलब्ध हैं।
इन समाधानों में शामिल हैं:
ध्यान: ध्यान एक ऐसा अभ्यास है जो आपके मानसिक स्वास्थ्य, विशेषकर आपके ध्यान की अवधि में सुधार कर सकता है। यह आपके दिमाग के लिए एक कसरत की तरह है। शोध से पता चलता है कि छोटे ध्यान सत्र भी ध्यान अवधि में सुधार कर सकते हैं।
ध्यानपूर्वक सुनना: सक्रिय रूप से सुनना आपके ध्यान की अवधि को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। इसमें वक्ता पर ध्यान केंद्रित करना और बिना ध्यान भटकाए जानकारी को अवशोषित करना शामिल है।
पढ़ना: नियमित पढ़ने से भी एकाग्रता में सुधार करने में मदद मिल सकती है। दिन में 20 से 30 मिनट बिना विचलित हुए पढ़ने का प्रयास करें।
शारीरिक व्यायाम: नियमित रूप से मध्यम व्यायाम, संज्ञानात्मक नियंत्रण में सुधार कर सकता है, जिससे आपकी ध्यान अवधि बढ़ सकती है।
विकर्षणों को कम करना: अपना ध्यान बढ़ाने के लिए, विकर्षणों को कम करना महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। इसमें एक समय में एक कार्य पर ध्यान केंद्रित करना, कार्यों को याद रखने के लिए एक योजनाकार या कैलेंडर का उपयोग करना और सोशल मीडिया (Social Media) के उपयोग को सीमित करना शामिल है।
मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के लिए सहायता लेना: यदि आपको संदेह है कि आपके ध्यान की कमी एडीएचडी, अवसाद या चिंता जैसी अंतर्निहित मानसिक स्वास्थ्य स्थिति के कारण हो सकती है, तो आप एक पेशेवर की मदद ले सकते हैं। संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी फायदेमंद हो सकती है।
संज्ञानात्मक-व्यवहार थेरेपी (Cognitive-Behavioral Therapy (CBT): सीबीटी में आमतौर पर मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर के साथ नियमित, संरचित सत्र शामिल होते हैं। इसे आपको गलत या नकारात्मक सोच से अवगत कराने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
अतिरिक्त संसाधन: ऐसे कई ऑनलाइन और ऑफलाइन संसाधन उपलब्ध हैं जो आपके ध्यान की अवधि में सुधार लाने के लिए मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।

संदर्भ
http://tinyurl.com/28xtc8hh
http://tinyurl.com/f6spnn9f
http://tinyurl.com/bdeus4yr
http://tinyurl.com/5n7xnss4
http://tinyurl.com/5h5vzmkm


चित्र संदर्भ
1. मोबाइल चलाते व्यक्ति को दर्शाता एक चित्रण (pexels)
2. मोबाइल चलाती छोटी बच्ची को दर्शाता एक चित्रण (pxhere)
3. मोबाइल इंटरनेट को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. मानसिक भटकाव को दर्शाता एक चित्रण ( Wallpaper Flare)

***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
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