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ताज़गी और कई अन्य स्वास्थ्य लाभों से भरपूर होते हैं, दुनियाभर में पाए जाने वाले संतरे

मेरठ

 13-12-2023 10:06 AM
साग-सब्जियाँ

यदि आपको भी किसी काम को करते हुए थकान या उदासीनता यानी बोरियत होने लगती है, तो इससे छुटकारा पाने के लिए आप एक संतरे का सेवन कर सकते हैं। कुदरत की यह देन ज़रूर ही आपको ताज़गी से भर देगी! संतरा एक प्रकार का खट्टा फल होता है, जो रुटेसी परिवार (Rutaceae Family) का है। वे आम तौर पर गोल या अंडाकार होते हैं और इन्हें इनके चमकीले नारंगी रंग के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है। संतरे अपने रसीले गूदे और अनूठे खट्टे-मीठे स्वाद के लिए प्रसिद्ध हैं। सभी खट्टे फलों के फूल वाले पेड़-पौधे एंजियोस्पर्म (Angiosperm) की श्रेणी में आते हैं। यह सिट्रस (Citrus) नामक समूह से संबंधित होते हैं, जिस कारण आप इनका आसानी से एक-दूसरे के साथ संकरण कर सकते हैं। इसका मतलब है कि संतरे, अंगूर और नींबू जैसे कई अन्य प्रकार के खट्टे सिट्रस फल और संकर, नई किस्में बनाने के लिए अपने जीन (gene) को "मिश्रित और मेल" कर सकते हैं। एक खट्टा फल होने के कारण लोग संतरे और मोसंबी दोनों को एक ही मान लेते हैं। लेकिन दोनों के बीच बहुत बड़ा अंतर होता है। मौसम्बी, जिसे स्वीट लाइम या साथुकुडी (Sweet Lime Or Sathukudi) फल के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन भारतीय फल है, जो लंबे समय से भारतीय व्यंजनों का एक परिचित हिस्सा रहा है। दूसरी ओर, संतरे को सदियों पहले पोमेलो और मैंडरिन फलों (Pomelo And Mandarin Fruits) से बनाया गया एक संकर माना जाता है। हालांकि देखने में सभी संतरे लगभग समान होते हैं, लेकिन विभिन्न फलों की भाँति संतरों की भी अपनी अलग-अलग प्रजातियां होती हैं, और हर प्रजाति की अपनी अनूठी विशेषता होती है।
चलिए आज सबसे पहले हम संतरों की ऐसी ही विभिन्न प्रजातियों और उनकी खूबियों पर एक नज़र डालते हैं: नाभि नारंगी (Navel Orange): नाभि नारंगी या संतरे को अपने नाभि जैसे निशान के लिए जाना जाता है। यह बीजरहित संतरे, स्वाद में बहुत मीठे और छीलने में आसान होते हैं। ये संतरे आम तौर पर सर्दियों के दौरान उपलब्ध होते हैं। इनका प्रयोग मुख्य रूप से जूस बनाने और अन्य पेय तथा मिठाइयों में स्वाद जोड़ने के लिए किया जाता है। ब्लड ऑरेंज (Blood Orange): ब्लड ऑरेंज बाहर से सामान्य नारंगी जैसा दिख सकता है, लेकिन अंदर से इसका रंग खून की भांति गहरा लाल होता है। इसे यह रंग एंथोसायनिन (Anthocyanins) नामक एंटीऑक्सीडेंट (Antioxidants) के कारण मिलता है, जो आमतौर पर जामुन में पाया जाता है। एंथोसायनिन के कारण ही इस नारंगी या संतरे की किस्म में एक अनोखा रास्पबेरी (Raspberry) जैसा स्वाद घुल जाता है। ब्लड ऑरेंज आमतौर पर सर्दियों के दौरान उपलब्ध होते हैं। इनके अद्वितीय स्वाद के कारण इनका प्रयोग जूस और खाना पकाने में किया जाता है। वेलेंशिया ऑरेंज (Valencia Orange): वेलेंशिया संतरे एक प्रकार के खट्टे फल होते हैं, जिन्हें अपने अत्यधिक रसीलेपन और अनूठे मीठे-तीखे स्वाद के लिए खूब पसंद किया जाता है। इनका छिलका नारंगी और चमकीला होता है तथा इनकी सुगंध एकदम ताज़ी होती है। ये संतरे गर्म जलवायु में अच्छी तरह से विकसित होते हैं और वसंत से लेकर शुरुआती शरद ऋतु तक उपलब्ध होते हैं। वेलेंसिया संतरे का उपयोग अक्सर जूस बनाने, ताज़ा खाने या भोजन में अत्यधिक स्वाद जोड़ने के लिए किया जाता है। कीनू: कीनू संतरे छोटे और बहुत मीठे होते हैं। इनका छिलका चमकीला नारंगी रंग का होता है और इन्हें छीलना भी आसान होता है। कीनू को अक्सर खुशी और धन से जोड़ा जाता है। उत्सव समारोहों के दौरान इनका खूब आनंद लिया जाता है। क्लेमेंटाइन (Clementine): क्लेमेंटाइन संतरे छोटे होते हैं, जिन्हें अपने खट्टे मीठे स्वाद और आसानी से छीलने के लिए जाना जाता है। इनमें चमकदार नारंगी छिलका और रसदार, बीज रहित खंड होते हैं। इसे कच्चा खाया जा सकता है या इनका खाना पकाने में उपयोग किया जा सकता है। कारा कारा ऑरेंज (Cara Cara Orange): कारा कारा संतरे एक प्रकार के खट्टे फल होते हैं जो अपने गुलाबी-लाल गूदे के लिए जाने जाते हैं। मीठे तथा तीखेपन के मिश्रण के साथ, इनका स्वाद अनोखा प्रतीत होता है । इसमें जामुन और गुलाब की मिश्रित महक भी होती है। कारा कारा संतरे आमतौर पर सर्दियों और शुरुआती वसंत में उपलब्ध होते हैं। मंदारिन (Mandarins): मंदारिन बहुत छोटे संतरे होते हैं, जो अपने मीठे स्वाद और ढीले छिलके के लिए जाने जाते हैं। इन्हें एक सुविधाजनक और स्वास्थ्यवर्धक नाश्ता माना जाता है। कुछ संस्कृतियों में इन्हें सौभाग्य का प्रतीक भी माना जाता है। ये संतरे भी सर्दियों के दौरान उपलब्ध होते हैं, और इनका प्रयोग सलाद और पेय के लिए किया जा सकता है। भारत में भी कई महत्वपूर्ण प्रकार के मंदारिन संतरे उगाये जाते हैं।
चलिए अब आगे बढ़ते हुए खासतौर पर भारत में पाये जाने वाले कुछ लोकप्रिय संतरों की सूची पर एक नज़र डालते हैं: नागपुर संतरा: नागपुर संतरे को "संतरे का राजा" भी कहा जाता है। इसे मुख्य रूप से महाराष्ट्र के नागपुर शहर में उगाया जाता है। ये संतरे अपने मीठे और समृद्ध स्वाद तथा चमकीले नारंगी रंग के लिए प्रसिद्ध हैं। इन्हें छीलना आसान होता है और इनमें रसदार, बीज रहित गूदा होता है, जिस कारण इसे नाश्ते के लिए एक बेहतरीन विकल्प माना जाता है। ये संतरे न सिर्फ स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि विटामिन सी (Vitamin-C) से भरपूर होते हैं और कई स्वास्थ्य लाभ भी देते हैं। किन्नू संतरा: किन्नू संतरा एक प्रकार का मंदारिन संतरा होता है, जिसे मुख्य रूप से पंजाब और हरियाणा के उत्तरी राज्यों में उगाया जाता है। ये संतरे मीठे, तीखे और ताज़गी देने वाले होते हैं, जिस कारण ये ताज़ा खाने या जूस बनाने के लिए उपयुक्त माने जाते हैं। किन्नू संतरे की त्वचा चमकीली नारंगी होती है जो थोड़ी खुरदरी होती है। लेकिन यही त्वचा छीलने में आसान होती है। इनमें विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में होते हैं, इसलिए वे आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं। खासी ब्लड ऑरेंज (Khasi Blood Orange): खासी ब्लड ऑरेंज को भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र, विशेष रूप से मेघालय में उगाया जाता है। खासी ब्लड संतरे का छिलका गहरा हरा होता है, इसका गहरा लाल या मैरून गूदा इसे अन्य संतरों से अलग खड़ा करता है, और इसका स्वाद मीठा तथा तीखा होता है। खासी ब्लड ऑरेंज अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए भी जाने जाते। कूर्ग ऑरेंज (Coorg Orange): कूर्ग संतरा, या कूर्ग मंदारिन को भारत के कर्नाटक के कूर्ग या कोडागु क्षेत्र में उगाया जाता है। ये संतरे छोटे से मध्यम आकार के होते हैं और अपनी मनमोहक सुगंध और असाधारण मिठास के लिए जाने जाते हैं। कूर्ग संतरे की त्वचा पतली होती है, जिसे छीलना आसान होता है और इसका गूदा रसदार, मुलायम होता है। इनका उपयोग अक्सर मुरब्बा और संरक्षित पदार्थ बनाने के लिए किया जाता है। कूर्ग क्षेत्र की अनूठी जलवायु, इसकी धुंध भरी पहाड़ियाँ और हरी-भरी हरियाली, इन संतरों को एक अनोखा स्वाद देती है। मुदखेड़ संतरा: मुदखेड़ संतरे को भारत के महाराष्ट्र में मुदखेड़ क्षेत्र में उगाया जाता है। ये संतरे अपने मीठे और तीखे स्वाद के मिश्रण के लिए जाने जाते हैं। ये खासियतें इसे इस क्षेत्र की अनोखी मिट्टी और जलवायु से मिलती हैं। मुदखेड़ संतरे मध्यम आकार के होते हैं और इनका रंग चमकीला नारंगी होता है। इन्हें अक्सर ताज़ा खाया जाता है या इनका प्रयोग स्वादिष्ट जूस बनाने के लिए किया जाता है। मुदखेड़ संतरे मुदखेड़ क्षेत्र में स्थानीय अर्थव्यवस्था और कृषि को समर्थन देने में एक बड़ी भूमिका निभाते हैं।
यदि आपको भी किसी काम को करते हुए थकान या उदासीनता यानी बोरियत होने लगती है, तो इससे छुटकारा पाने के लिए आप एक संतरे का सेवन कर सकते हैं। कुदरत की यह देन ज़रूर ही आपको ताज़गी से भर देता है। संतरा एक प्रकार का खट्टा फल होता है, जो रुटेसी परिवार का हिस्सा होता है, इन्हें इनके चमकीले नारंगी रंग के कारण आसानी से पहचाना जा सकता है। चलिए आज इनके विभिन्न प्रकारों और इनसे होने वाले स्वास्थ्य लाभों पर एक नजर डालते हैं!

संदर्भ
Https://Tinyurl.Com/Zfbvzbvy
Https://Tinyurl.Com/3dk65nn6
Https://Tinyurl.Com/Ycx3bwt2
Https://Tinyurl.Com/545em5ms
Https://Tinyurl.Com/3cp4m4se
Https://Tinyurl.Com/Bhnp29b7
Https://Tinyurl.Com/Ynjryuh2

चित्र संदर्भ

1. संतरे के जूस को दर्शाता एक चित्रण (publicdomainpictures)
2. संतरे के फल को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. नाभि नारंगी को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia) 4. ब्लड ऑरेंज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. वेलेंशिया ऑरेंज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
6. कीनू को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
7. क्लेमेंटाइन को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
8. ब्लड ऑरेंज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. कारा कारा ऑरेंज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
6. नागपुर ऑरेंज को दर्शाता एक चित्रण (Pexels)
7. किन्नू ऑरेंज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
8. खासी ऑरेंज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
9. कूर्ग ऑरेंज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
10. मुदखेड़ ऑरेंज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)

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