Post Viewership from Post Date to 29-Dec-2023 (31st Day)
City Subscribers (FB+App) Website (Direct+Google) Email Instagram Total
3193 231 3424

***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions

सरला ठकराल: बाधाओं को मात देकर आसमान छूने वाली एक भारतीय महिला

मेरठ

 28-11-2023 10:20 AM
सिद्धान्त 2 व्यक्ति की पहचान

मात्र 21 साल की आयु में पायलट (Pilot's) का लाइसेंस (License) हासिल करने वाली सरला ठकराल की कहानी वाकई में कई लोगों के लिए प्रेरणादायक साबित हो सकती है। सरला ठकराल, अकेले उड़ान भरने वाली पहली भारतीय महिलाओं में से एक थीं। सरला ठकराल का जन्म 8 अगस्त 1914 के दिन नई दिल्ली में हुआ था। 16 साल की उम्र में उनकी शादी पीडी शर्मा (P.D Sharma) नामक एक पायलट से हो गई और वह उनके साथ लाहौर (उस समय भारत का हिस्सा था) चली गईं।
पायलट के रूप में करियर बनाने के लिए उन्हें अपने पति और उनके परिवार से भरपूर समर्थन मिला। उनके ससुर ने उन्हें लाहौर फ्लाइंग क्लब (Lahore Flying Club) में दाखिला दिलाया, इसके बाद सरला ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। 1936 में, 21 साल की उम्र में, सरला ने विमानन पायलट का लाइसेंस प्राप्त किया और पारंपरिक साड़ी पहनकर, अकेले जिप्सी मॉथ (Gypsy Moth) नामक विमान उड़ाने वाली पहली महिला बनी। आपको जानकार हैरानी होगी कि मात्र आठ घंटे और दस मिनट के प्रशिक्षण यानी ट्रेनिंग (Training) के बाद ही उनके प्रशिक्षक यानी ट्रेनर को उनके हुनर पर इतना विश्वास हो गया कि उन्होंने सरला जी को अकेले ही उड़ान भरने की अनुमति दे दी थी। नंबर 11, मई 1929 के दिन उन्होंने अपना "ए (A)" लाइसेंस प्राप्त करने के लिए, कुल 1,000 घंटे से अधिक समय तक उड़ान भरी थी। वह 'ए' लाइसेंस प्राप्त करने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
इसके बाद, उनका प्रमुख लक्ष्य 'बी (B)' लाइसेंस प्राप्त करना था, जिसके बाद उन्हें एक वाणिज्यिक विमान उड़ाने की अनुमति मिल जाती। लेकिन यहां पर उनकी किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और इसी दौरान द्वितीय विश्व युद्ध छिड़ गया तथा नागरिक प्रशिक्षण को निलंबित कर दिया गया। इससे भी दुखद घटना उनके साथ 1939 में घटी जब उनके पति की एक हवाई दुर्घटना में मृत्यु हो गई। 24 साल की उम्र में दो बच्चों की मां सरला ठकराल अब विधवा हो चुकी थीं। ज़िंदगी के इस मोड़ पर उन्होंने कमर्शियल पायलट (Commercial Pilot) बनने की इच्छा ही छोड़ दी । इसके बाद वह लाहौर वापस चली गई और मेयो स्कूल ऑफ आर्ट (Mayo School Of Art) में दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने बंगाल स्कूल ऑफ़ पेंटिंग (Bengal School Of Painting) में प्रशिक्षण लिया और ललित कला (Fine Arts) में डिप्लोमा प्राप्त किया। सन 1947 में भारत को आजादी मिलने के बाद, वह दिल्ली आ गईं और कपड़े तथा आभूषण डिजाइनर (Clothing And Costume Jewelry Designer) के रूप में अपना नया करियर शुरू किया। उन्होंने राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के लिए चित्रकला की और साड़ियां डिजाइन कीं; यहां तक कि संयुक्त राष्ट्र महासभा की 8वीं अध्यक्ष विजयलक्ष्मी पंडित (नेहरू जी की बहन) भी उनके ग्राहकों में से एक थीं। साल 2008 में सरला ठकराल की मृत्यु हो गई, लेकिन आज भी वह कई महिलाओं के लिए प्रेरणा बनी हुई हैं। अपने जीवन में वह एक सफल पायलट, डिजाइनर, चित्रकार, एक अच्छी मां और एक सफल उद्यमी भी साबित हुई थी। उनके सम्मान में 8 अगस्त, 2021 के दिन गूगल ने भी अतिथि कलाकार वृंदा ज़वेरी द्वारा बनाए गए डूडल (Doodle) के साथ सरला ठकराल की 107वीं जयंती मनाई। गूगल ने इस डूडल को 2020 में बनाने की योजना बनाई थी। दुर्भाग्य से, केरल के विमान दुर्घटना में राहत प्रयासों के सम्मान में इसे रोकना पड़ा। सरला जी ने अपने जीवन दर्शन से दुनिया को दिखाया कि हर महिला को सफलता की यात्रा में कई बाधाओं और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन कड़ी मेहनत का फल हमेशा और हर हाल में मिलता है। क्या आप जानते हैं कि जिस प्रकार सरला ठकराल देश की पहली विमान पायलट थी, उसी प्रकार स्क्वाड्रन लीडर अवनी चतुर्वेदी (Squadron Leader Avani Chaturvedi) को भी भारतीय वायु सेना की पहली महिला लड़ाकू पायलट होने का गौरव प्राप्त है। उन्होंने उद्घाटन वायु अभ्यास वीर गार्डियन 2023 (Veer Guardian 2023) में भी भाग लिया था।
इस अभ्यास का उद्देश्य भारत-जापान के बीच द्विपक्षीय वायु रक्षा सहयोग को मजबूत करना था। यह पहला अवसर था जब किसी महिला अधिकारी ने विदेश में देश का प्रतिनिधित्व किया। वीर गार्डियन 2023 अभ्यास जापान में 16 जनवरी से 26 जनवरी तक ओमितामा (Omitama) में हयाकुरी एयरबेस (Hyakuri Air Base) और इसके आसपास के हवाई क्षेत्र के साथ-साथ सयामा (Sayama) में इरुमा एयर बेस (Iruma Air Base) में आयोजित किया गया था।

संदर्भ
https://tinyurl.com/5uh6mhae
https://tinyurl.com/yu9d44yd
https://tinyurl.com/4sur6432
https://tinyurl.com/y9z84ctu
https://tinyurl.com/36kkjhwz

चित्र संदर्भ
1. सरला ठकराल को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
2. सरला ठकराल की पुरानी और नई छवि को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. सरला ठकराल द्वारा उडान भरने से ठीक पहले की छवि को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. उड़ान भरते जहाज को दर्शाता एक चित्रण (pickpik)
5. सरला ठकराल के सम्मान में 8 अगस्त, 2021 के दिन गूगल ने भी अतिथि कलाकार वृंदा ज़वेरी द्वारा बनाए गए डूडल को दर्शाता एक चित्रण (doodles)

***Definitions of the post viewership metrics on top of the page:
A. City Subscribers (FB + App) -This is the Total city-based unique subscribers from the Prarang Hindi FB page and the Prarang App who reached this specific post. Do note that any Prarang subscribers who visited this post from outside (Pin-Code range) the city OR did not login to their Facebook account during this time, are NOT included in this total.
B. Website (Google + Direct) -This is the Total viewership of readers who reached this post directly through their browsers and via Google search.
C. Total Viewership —This is the Sum of all Subscribers(FB+App), Website(Google+Direct), Email and Instagram who reached this Prarang post/page.
D. The Reach (Viewership) on the post is updated either on the 6th day from the day of posting or on the completion ( Day 31 or 32) of One Month from the day of posting. The numbers displayed are indicative of the cumulative count of each metric at the end of 5 DAYS or a FULL MONTH, from the day of Posting to respective hyper-local Prarang subscribers, in the city.

RECENT POST

  • अपने युग से कहीं आगे थी विंध्य नवपाषाण संस्कृति
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:28 AM


  • चोपता में देखने को मिलती है प्राकृतिक सुंदरता एवं आध्यात्मिकता का अनोखा समावेश
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:29 AM


  • आइए जानें, क़ुतुब मीनार में पाए जाने वाले विभिन्न भाषाओं के शिलालेखों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:22 AM


  • जानें, बेतवा और यमुना नदियों के संगम पर स्थित, हमीरपुर शहर के बारे में
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:31 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस के मौके पर दौरा करें, हार्वर्ड विश्वविद्यालय का
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:30 AM


  • जानिए, कौन से जानवर, अपने बच्चों के लिए, बनते हैं बेहतरीन शिक्षक
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:17 AM


  • आइए जानें, उदासियों के ज़रिए, कैसे फैलाया, गुरु नानक ने प्रेम, करुणा और सच्चाई का संदेश
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:27 AM


  • जानें कैसे, शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के बीच अंतर को पाटने का प्रयास चल रहा है
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:20 AM


  • जानिए क्यों, मेरठ में गन्ने से निकला बगास, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के लिए है अहम
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:22 AM


  • हमारे सौर मंडल में, एक बौने ग्रह के रूप में, प्लूटो का क्या है महत्त्व ?
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:29 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id