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क्या आप जानते हैं कि मकड़ी, हैदर और ओमकारा जैसी कई सफल फिल्मों की कहानी लिखने और निर्देशन करने वाले हरफनमौला निर्देशक, विशाल भारद्वाज (Vishal Bhardwaj) तथा लोकप्रिय गीतकार कैलाश खेर (Kailash Kher) जैसे उम्दा सितारे हमारे छोटे से शहर मेरठ से ही निकले और पूरे बॉलीवुड (Bollywood) में छा गए! इसके अलावा धाकड़ छोरा, जैसी कई हिट (Hit) हरियाणवी फिल्मों का फिल्मांकन भी हमारे अपने शहर मेरठ में ही हुआ है!। हालांकि मेरठ के फिल्म उद्योग से कुछ दुखद घटनाएँ भी जुडी हुई हैं, जिनके बारे में आज के इस लेख में हम विस्तार से जानेगे।
हाल के वर्षों में, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में, मुजफ्फरनगर दंगे, दादरी गोमांस हत्याकांड और कैराना प्रवासन विवाद जैसी अशोभनीय घटनाएं उभर कर आईं। लेकिन इस क्षेत्र की एक वैकल्पिक तस्वीर भी है, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं। दरसल भाषा, कला और संस्कृति के अपने समृद्ध इतिहास को जीवित रखने के लिए, हमारे मेरठ शहर ने अपना खुद का ग्रामीण सिनेमा उद्योग विकसित किया है, जिसे मॉलीवुड (Mollywood) के नाम से जाना जाता है। हालांकि बॉलीवुड की तरह मॉलीवुड की फिल्में सिनेमा हॉल (Cinema Hall) में रिलीज नहीं होती, बल्कि सीडी या ऑनलाइन कंटेंट (CD Or Online Content) के रूप में बाजार में बांटी जाती हैं। मॉलीवुड की अधिकांश फिल्में हरियाणवी में निर्मित होती हैं, तथा पश्चिमी यूपी, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों में बेहद लोकप्रिय हैं।
मॉलीवुड फिल्मों का चलन ऑडियो टेप (Audio Tape) पर रिकॉर्ड किए गए हास्य कार्यक्रमों के साथ शुरू हुआ, जो 1990 के दशक में इस क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हुए थे। 20वीं सदी के अंत तक ऑडियो टेप की जगह सीडी ने ले ली थी। सीडी के आगमन के साथ, ही हास्य ऑडियो व्यवसाय को मानों पंख लग गए और इसने एक पेशेवर मोड़ ले लिया!
टी-सीरीज़ (T-Series) और मोजर बायर (Moserbaer) जैसी फिल्म और संगीत निर्माता कंपनियां इस पेशे में शामिल हो गईं। इसके बाद बाजार में सीडी की बाढ़ सी आ गई। जल्द ही, यह रुझान ध्वनि मनोरंजन से वीडियो मनोरंजन में स्थानांतरित हो गया, और लोगों ने इन्हें फिल्मों के रूप में संदर्भित करना शुरू कर दिया, हालांकि वे केवल 40 मिनट से एक घंटे के कॉमेडी ड्रामा (Comedy Drama) होते थे।
2004 में, ‘धाकड़ छोरा’ नामक एक हरियाणवी फिल्म (सीडी पर) रिलीज़ होते ही एक बड़ी हिट बन गई। यह फिल्म मॉलीवुड उद्योग के संक्षिप्त इतिहास में एक मील का पत्थर साबित हुई और इसे ‘मॉलीवुड की शोले’ का ख़िताब दिया जाता है। लगभग चार लाख की लागत में बनी इस फिल्म ने करोडों रुपये का कारोबार किया। आज यह फिल्म अन्य फिल्मों की सफलता को मापने का एक मानक बन गई है।
हालांकि शुरुआत में इन फिल्मों को भी शादियों की शूटिंग के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले वीडियो हैंडीकैम (Video Handycam) पर ही फ़िल्माया जाता था। लेकिन धाकड़ छोरा के बाद, तकनीक में भारी सुधार हुआ। बाद में रिलीज़ हुई, कर्मवीर, ऑपरेशन मजनू (Operation Majnu), बुधूराम, पारो तेरे प्यार में, मेरी लाडो, रामगढ़ की बसंती जैसी फिल्मों को, उन्नत वीडियो कैमरों का उपयोग करके शूट किया गया था। साथ ही पोस्ट-प्रोडक्शन (Post-Production) का काम, जो पहले दिल्ली और अन्य शहरों में किया जाता था, वह भी हमारे मेरठ में ही किया जाने लगा। सीडी के संपादन, डबिंग (Dubbing) और बैकग्राउंड संगीत (Background Music) जोड़ने के लिए कई स्टूडियो (Studio) भी मेरठ में ही उभरे। समय के साथ धीरे-धीरे मॉलीवुड आत्मनिर्भर होता जा रहा था। फिल्मों की शूटिंग अब उत्तराखंड के शहरों सहित पश्चिमी यूपी के बाहर के स्थानों पर भी की जाने लगी थी। समय के साथ संगीत और कहानी कहने के स्तर में भी सुधार हुआ। लेकिन बड़े दुःख की बात है कि, 'धाकड़ छोरा' जैसी कई अन्य शानदार हरियाणवी और देहाती फिल्मों के निर्माता-निर्देशक रहे संसार सिंह पंवार (Sansar Singh Panwar) की वर्ष 2019 में, 70 साल की उम्र में, पुरानी रंजिश के चलते गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिवाना गांव निवासी संसार सिंह पंवार देहाती फिल्मों के निमार्ता-निर्देशक की भूमिका निभाते थे। वह प्रसिद्ध देहाती फिल्म “पारो तेरे प्यार” के निर्माता रहे हैं और उन्होंने ‘बुद्धू राम’ फिल्म की पटकथा भी लिखी थी। साथ ही उन्होंने बॉलीवुड की फिल्म किसान , भगवान और अमिताभ बच्चन अभिज्ञात फिल्म शराबी में भी अपनी भूमिका निभाई है। उनका यूं आकस्मिक चले जाना वास्तव मेरठ के मॉलीवुड उद्योग के लिए एक बड़ी क्षति माना जाता है।
2007 में दैनिक जागरण में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार मेरठ आधारित मॉलीवुड का कारोबार बढ़कर 100 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था । यह क्षेत्र फिल्मों में कलाकारों, टेक्नीशियन और डिस्ट्रीब्यूशन (Technician and Distribution) में शामिल लोगों को मिलाकर तकरीबन 5000 लोगों को रोजगार प्रदान करता है। मेरठ वासियों का फ़िल्मी प्रेम केवल मॉलीवुड तक ही सीमित नहीं रहा बल्कि हमारे मेरठ से निकले कई होनहार कलाकारों ने अपने हुनर से बॉलीवुड में अपना डंका बजा दिया।
लेख में आगे हमारे मेरठ से निकले, बॉलीवुड के कई प्रसिद्ध सितारों की सूची दी गई है:
१. विशाल भारद्वाज: विशाल बॉलीवुड के जाने-माने फिल्म निर्माता, निर्देशक और पटकथा लेखक हैं। उनका जन्म उत्तर प्रदेश के बिजनौर में हुआ था, लेकिन बाद में उनका परिवार मेरठ आ गया। विशाल ने बॉलीवुड में बतौर म्यूजिक कंपोजर (Music Composer), अपने करियर (Career) की शुरुआत की थी।
२. मंदाकिनी: मंदाकिनी, जिनका असली नाम यास्मीन जोसेफ (Yasmin Joseph) है, एक प्रसिद्ध अभिनेत्री हैं जिनका जन्म मेरठ में हुआ था। उन्हें मंदाकिनी नाम राज कपूर ने दिया था। उनकी आखिरी फिल्म 1996 में 'जोरदार' थी, जिसके बाद उन्होंने बॉलीवुड छोड़ दिया।
३.कैलाश खेर: भारतीय युवाओं की धड़कनों में बसने वाले गायक कैलाश खेर किसी परिचय के मोहताज नहीं है। वह अपनी अनोखी आवाज और गायकी में अनोखे अंदाज के लिए जाने जाते हैं। उनका जन्म भी मेरठ में ही हुआ था और उनके पिता लोकगीत गाते थे। क्या आप जानते हैं कि गायन के अपने जुनून को आगे बढ़ाने के लिए कैलाश ने 14 साल की उम्र में घर छोड़ दिया था। 2017 में उन्हें 'पद्मश्री' से सम्मानित किया गया था।
४. चित्रांगदा सिंह: यद्यपि चित्रांगदा सिंह का जन्म जोधपुर, राजस्थान में हुआ था, लेकिन उनके पिता की भारतीय सेना में नौकरी के कारण उनका कुछ बचपन कोटा, बरेली और हमारे प्यारे मेरठ शहर में बीता था। उन्होंने मेरठ में अपनी पढ़ाई पूरी की और कई बॉलीवुड फिल्मों में काम किया।
५. सुगंधा गर्ग: सुगंधा गर्ग का जन्म भी मेरठ में हुआ था और उन्होंने फिल्म 'जाने तू.. या जाने ना' से बॉलीवुड में डेब्यू (Debut) किया था। वह हॉटस्टार (Hotstar) पर वेब सीरीज (Web Series) 'आर्या' में भी नजर आई थीं।
६. अंचित कौर: अंचित कौर भारतीय टेलीविजन में एक लोकप्रिय चेहरा हैं और उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया है। उनका जन्म मेरठ में हुआ था और उन्होंने सोफिया गर्ल्स स्कूल (Sophia Girls School) से पढ़ाई की।
७. दीप्ति भटनागर: मेरठ में जन्मी दीप्ति भटनागर स्टार प्लस (Star Plus) पर अपने शो 'यात्रा' के लिए जानी जाती हैं। उन्होंने भारत के पहले अंतरराष्ट्रीय यात्रा शो (International Travel Show) 'मुसाफिर हूं यारों' की भी मेजबानी की है और कई बॉलीवुड और क्षेत्रीय भाषा की फिल्मों में अभिनय किया है।
८.प्रवेश राणा: बड़ौत में पैदा हुए प्रवेश राणा ने मेरठ में स्कूली शिक्षा पूरी की. वह 2008 में मिस्टर इंडिया (Mister India ) बने और 'बिग बॉस 3 (Bigg Boss 3)' में भी नजर आए।
मेरठ से ताल्लुक रखने वाले इन सभी सितारों ने बॉलीवुड में बड़ी कामयाबी हासिल की है और दिखा दिया है कि मेहनत और लगन से कोई भी अपने सपनों को हासिल कर सकता है।
संदर्भ
https://bit.ly/3NQhtL5
https://bit.ly/3NwlAeO
https://bit.ly/3VoDXEA
https://bit.ly/3Vrgkv2
चित्र संदर्भ
1. मेरठ शहर से निकले (कैलाश खेर, विशाल भारद्वाज और चित्रांगदा सिंह) को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
2. निर्देशक, विशाल भारद्वाज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. मॉलीवुड को संदर्भित करता एक चित्रण (prarang)
4. सीडी फिल्म को संदर्भित करता एक चित्रण (flickr)
5. धाकड़ छोरा के पोस्टर को दर्शाता एक चित्रण (youtube)
6. विशाल भारद्वाज को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
7. मंदाकिनी को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
8. कैलाश खेर को दर्शाता एक चित्रण (Pixabay)
9. चित्रांगदा सिंह को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
१०.सुगंधा गर्ग को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
11.अंचित कौर को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
12. दीप्ति भटनागर को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
13.प्रवेश राणा को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
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