वेलेंटाइन्स डे (Valentine’s Day) या वेलेंटाइन्स दिवस एक ऐसा मौका है, जब प्रेमी विभिन्न उपहारों और अन्य तरीकों से अपने प्यार का इजहार करते हैं। बहुत समय पूर्व से यह कहा जाता रहा है कि प्रेम में बहुत शक्ति होती है। यह शक्ति किसी भी व्यक्ति को शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ कर सकती है। लेकिन यह केवल एक कहावत ही नहीं, बल्कि वास्तविकता भी है। क्योंकि हमारे मस्तिष्क के दो न्यूरोपैप्टाइड्स (Neuropeptides) के बीच की कार्यिकी जहां एक तरफ हमारे स्वास्थ्य और कल्याण को प्रभावित करती है वहीं दूसरी तरफ यही कार्यिकी प्यार करने की हमारी क्षमता को भी नियंत्रित करती है, ।
प्रेम हमारे जीवन के हर पहलू में व्याप्त है और इसने कला के अनगिनत कार्यों को प्रेरित किया है। प्रेम का हमारी मानसिक और शारीरिक स्थिति पर गहरा प्रभाव पड़ता है। यह जहां हमारी खुशी का कारण बनता है, वहीं हमें विनाश की ओर भी ले जा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि किसी कारण से किसी का दिल टूट गया है या उसका रिश्ता असफल हो गया है, तो इसका प्रभाव उस व्यक्ति की मानसिक स्थिति पर होता है, जो उसकी मृत्यु तक का कारण भी बन सकता है। प्रेमपूर्ण संबंधों के बिना, मनुष्य एक सुखद और खुशहाल जीवन जीने में असफल हो जाता है, भले ही उसकी अन्य सभी बुनियादी ज़रूरतें पूरी हो जाएँ।
प्रेम के पीछे का विज्ञान जहां बहुत सरल है, वहीं बहुत अधिक जटिल भी है। प्रेम केवल एक भावना ही नहीं है, वरन यह एक जैविक प्रक्रिया है जो कई आयामों में गतिशील और द्विदिश दोनों है। उदाहरण के लिए व्यक्तियों के बीच सामाजिक संपर्क संज्ञानात्मक और शारीरिक प्रक्रियाओं को संचालित करते हैं, जो उनकी भावनात्मक और मानसिक स्थिति को प्रभावित करते है। इसी तरह, प्यार भरे रिश्तों को बनाए रखने के लिए संवेदी और संज्ञानात्मक प्रणालियों के माध्यम से निरंतर प्रतिक्रिया की आवश्यकता होती है; मनुष्य का मस्तिष्क प्रेम चाहता है जिस कारण प्रियजनों के साथ बातचीत करने के लिए लगातार प्रतिक्रिया करता है।
प्रेम का अध्ययन, पारस्परिक संबंधों के जैविक आधार सहित कई महत्वपूर्ण विषयों में अंतर्दृष्टि प्रदान करता है। प्रेम का जीव विज्ञान मस्तिष्क के प्राथमिक भागों से सम्बंधित है। मस्तिष्क का प्राथमिक भाग मानव तंत्रिका तंत्र का भावनात्मक केंद्र है, तथा ऐसा माना जाता है कि यह मस्तिष्क के भाग ‘प्रमस्तिष्क वल्कुट’ (Cerebral Cortex), जोकि स्मृति, तर्क, विचार, सीखने, निर्णय लेने, भावना, बुद्धि और मानव मस्तिष्क की उच्च-स्तरीय प्रक्रियाओं के लिए जिम्मेदार है, से बहुत पहले विकसित हुआ था । प्यार में एक मानव का मस्तिष्क संवेदनाओं से भर जाता है, जिन्हें अक्सर वेगस (Vagus) तंत्रिका द्वारा संचरित किया जाता है। परिणामस्वरूप भावनाओं के रूप में हम जो कुछ भी अनुभव करते हैं, उन अनुभवों का निर्माण होता है। स्तनधारियों के सामाजिक व्यवहार के लिए जैविक घटक महत्वपूर्ण रूप से उत्तरदायी होते हैं। प्रेम के जैव रसायन में जो तत्व अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, वह न्यूरोपैप्टाइड ऑक्सीटोसिन (Neuropeptide Oxytocin) है । बड़े स्तनधारियों में, ऑक्सीटोसिन प्रजनन में एक केंद्रीय भूमिका निभाता है, क्योंकि यह बच्चे को गर्भाशय से बाहर निकालने, माता के शरीर में दूध उत्पादन तथा मां और संतान के बीच एक चयनात्मक और स्थायी बंधन या रिश्ता बनाने में मदद करता है। स्तनधारियों की संतान जन्म के बाद कुछ समय तक अपनी मां के दूध पर निर्भर रहती है। मानव माताएं भी जन्म के तुरंत बाद से ही अपने नवजात शिशुओं के साथ एक मजबूत और स्थायी बंधन बनाती हैं। प्रारंभिक साक्ष्य बताते हैं कि शिशु के होने पर वयस्कों में ऑक्सीटोसिन का स्राव होने लगता है, जो उनमें शिशु के प्रति उत्पन्न हुए प्रेम का कारण होता है ।
भावनात्मक बंधन अत्यधिक दबाव की अवधि के दौरान भी बन सकते हैं, खासकर तब, जब एक व्यक्ति का अस्तित्व दूसरे की उपस्थिति और सहयोग पर निर्भर करता है। इस बात के प्रमाण मौजूद हैं कि अत्यधिक तनावपूर्ण अनुभवों के समय भी ऑक्सीटोसिन का स्राव होता है, संभवतः यह अत्यधिक तनाव को कम करने में मदद करता है। सामाजिक अंतःक्रियाओं और पैतृक व्यवहार में ऑक्सीटोसिन की एक प्रमुख भूमिका होती है, लेकिन यह अकेले कार्य नहीं करता। इसका स्राव और क्रियाएं कई अन्य न्यूरोकेमिकल्स (Neurochemical) पर निर्भर करते हैं, जिनमें अंतर्जात ‘ओपिऑइड्स’ (Opioids) और ‘डोपामाइन’ (Dopamine), जो मस्तिष्क में उत्पन्न होते हैं, भी शामिल हैं। ऑक्सीटोसिन और एक संबंधित पेप्टाइड, वैसोप्रेसिन (Vasopressin) के बीच की परस्पर क्रियाएं सामाजिक बंधन के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण होती है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि प्रेम और कई अन्य भावनाओं का सम्बंध हृदय से नहीं, बल्कि मस्तिष्क से होता है।
डॉ हेलेन फिशर (Dr.Helen Fisher) के नेतृत्व वाली वैज्ञानिकों की एक टीम के अनुसार, रोमानी प्रेम (Romantic love ) को तीन श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है, तथा प्रत्येक श्रेणी किसी न किसी जैविक घटक से सम्बंधित है। इन श्रेणियों में वासना, आकर्षण और लगाव शामिल है। वासना के लिए विकासवादी आधार हमारी प्रजनन करने की आवश्यकता से उत्पन्न हुआ है। प्रजनन के माध्यम से, जीव अपने जीनों (Genes) को अपनी संतानों में संचरित करते हैं। मस्तिष्क की एक संरचना ‘हाइपोथैलेमस’ (Hypothalamus) इसमें एक बड़ी भूमिका निभाती है, क्योंकि यह वृषण और अंडाशय से यौन हार्मोन ‘टेस्टोस्टेरोन’ (Testosterone) और ‘एस्ट्रोजन’ (Estrogen) के उत्पादन को उत्तेजित करती है। वहीं अगर आकर्षण की बात करें, तो यह वासना से कुछ अलग, किंतु उसी से सम्बंधित एक घटना है। आकर्षण में मस्तिष्क का वह हिस्सा शामिल होता है, जो ‘पुरस्कार’ व्यवहार को नियंत्रित करता है। मस्तिष्क के इस ‘पुरस्कार’ व्यवहार में ‘डोपामाइन’, जिसे ‘हाइपोथैलेमस’ द्वारा उत्पादित किया जाता है, की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यह तब स्रावित होता है जब हम उन चीजों को करते हैं, जिन्हें करने से हमें अच्छा लगता है। किसी के प्रति आकर्षण के दौरान उच्च स्तर के डोपामाइन और एक संबंधित हार्मोन, ‘नॉरपाइनेफ्राइन’ (Norepinephrine) का स्राव होता है। ये रसायन हमें ऊर्जावान और उत्साहपूर्ण बनाते हैं, साथ ही भूख और नींद भी कम करते हैं। यह आकर्षण सेरोटोनिन (Serotonin) हार्मोन की कमी का भी कारण बनता है। सेरोटोनिन एक ऐसा हार्मोन है, जो हमारी भूख और मनोदशा से सम्बंधित है। इसका मतलब है कि यदि हम किसी के प्रति आकर्षण महसूस कर रहे हैं, तो संभावना है कि हमारी भूख और नींद कम हो जाएगी।
अंत में, रोमानी प्रेम की तीसरी श्रेणी लगाव दीर्घकालिक संबंधों का एक प्रमुख कारक है। यह मुख्य रूप से दोस्ती, जनक-शिशु संबंध, सामाजिक सौहार्द आदि से सम्बंधित है। लगाव की भावना के मामले में मुख्य रूप से दो प्राथमिक हार्मोन कार्य करते हैं, जिनमें ‘ऑक्सीटोसिन’ और ‘वैसोप्रेसिन’ शामिल है। यह सब हार्मोन प्यार की गुलाबी तस्वीर को चित्रित करते हैं, जिससे हमें अच्छा, पुरस्कृत और हमारे भागीदारों के करीब महसूस होता है।
अंत में, हर कोई अपने लिए प्यार को परिभाषित करने में सक्षम होता है। और यदि यह सभी हार्मोन होते हैं, तो शायद हममें से प्रत्येक के साथ यह रासायनिक घटना हो सकती है।
वैलेंटाइन्स दिवस मुबारक हो!
संदर्भ:
https://bit.ly/3HLnJyI
https://bit.ly/3HPZC1X
चित्र संदर्भ
1. प्रेमी युगल को संदर्भित करता एक चित्रण (Flickr)
2. न्यूरोपैप्टाइड्स को संदर्भित करता एक चित्रण (wikimedia)
3. एक भारतीय जोड़े को दर्शाता एक चित्रण (PixaHive)
4. ‘डोपामाइन’ को दर्शाता करता एक चित्रण (wikimedia)
5. ‘टेस्टोस्टेरोन’ को दर्शाता करता एक चित्रण (wikimedia)
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