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1886 से प्रशासन,अनुसंधान,साहित्य,विज्ञान व् कलाओं को संजोता, मेरठ टाउन हॉल व् लायल पुस्तकालय

मेरठ

 12-11-2022 11:40 AM
वास्तुकला 1 वाह्य भवन

औपनिवेशिक काल के दौरान, भारत के कुछ महत्वपूर्ण शहरों में, सिटी टाउन हॉल (City Town Hall) का निर्माण हुआ। जिसमें से एक टाउन हॉल, 1880 के दशक में हमारे मेरठ में भी निर्मित हुआ। जिसे आज मेरठ की कुछ महत्वपूर्ण ऐतिहासिक इमारतों में से एक माना जाता है। दरसल सिटी हॉल या टाउन हॉल, किसी शहर या कस्बे के प्रशासन का मुख्यालय होता है, जहां से आमतौर पर शहर या नगर परिषद, उससे जुड़े विभाग और उनके कर्मचारी कार्य करते हैं । यह आमतौर पर शहर, कस्बे, नगर या काउंटी मेयर (Mayor) का निवास भी होता है। आमतौर पर सिटी हॉल, बड़े शहरों में और टाउन हॉल, छोटे शहरी क्षेत्रों में पाए जाते हैं। यूनाइटेड किंगडम, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, हांगकांग (United Kingdom, Australia, New Zealand, Hong Kong) और कई राष्ट्रमंडल देशों में, "टाउन हॉल" अधिक सामान्य शब्द है। 1960 के दशक के दौरान कई पुराने टाउन हॉल को "नागरिक केंद्र" के रूप में बदल दिया गया था। हॉल का उपयोग परिषद की बैठकों और अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लिए किया जा सकता है। यह बड़ा कक्ष, "टाउन हॉल" (इसके बाद के संस्करण "सिटी हॉल") पूरी इमारत का पर्याय बन गया है।
शब्द "काउंसिल कक्ष (Council Room)" या "नगरपालिका भवन" का उपयोग भी स्थानीय रूप से "टाउन हॉल" के लिए किया जा सकता है। स्थानीय सरकार, समुदाय के जीवन की गुणवत्ता को बढ़ावा देने के लिए भवन का उपयोग कर सकती है। कई मामलों में, "टाउन हॉल" न केवल सरकारी कार्यों के लिए भवनों के रूप में काम करते हैं, बल्कि विभिन्न नागरिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए सुविधाएं भी प्रदान करते हैं। इनमें कला शो, मंच प्रदर्शन और त्योहार भी शामिल हो सकते हैं। आधुनिक टाउन हॉल या "नागरिक केंद्र" अक्सर एक विविधता और उद्देश्य के लचीलेपन को ध्यान में रखकर तैयार किए जाते हैं। शहर और टाउन हॉल में विशिष्ट वास्तुकला, स्थानीय सरकार के प्रतीक के रूप में भी होते है, और इन इमारतों का ऐतिहासिक महत्व भी हो सकता है। सिटी हॉल की इमारतें सांस्कृतिक प्रतीक के रूप में भी काम कर सकती हैं। कुछ क्षेत्रों में लोग "सिटी हॉल" शब्द का प्रयोग शहर की नगर पालिका के परिषद कार्यालयों को नामित करने के लिए करते हैं। भारत में टाउन हॉल स्थानीय नगरपालिका प्रशासन के निर्वाचित सदस्यों (निगमों) की बैठकों और अन्य महत्वपूर्ण चर्चाओं के लिए एक साथ बनाया गया एक बड़ा हॉल होता है।
भारत में कुछ टाउन हॉल की सूची निम्नवत दी गई है: हमारे मेरठ में भी 1880 के दशक में निर्मित टाउन हॉल, शहर की प्रसिद्ध इमारतों में से एक है। टाउन हॉल मेरठ (Town Hall Meerut) की स्थापना वर्ष 1886 में हुई थी। हालांकि मेरठ नगर निगम (नगर पालिका) का प्रशासनिक कार्यालय 1892 में ब्रिटिश काल के दौरान स्थापित किया गया था, लेकिन टाउन हॉल मेरठ की स्थापना वर्ष 1886 में ही हो गई थी। यह जमीन शेख गुलाम मोहिउद्दीन (मेरठ के भय्याजी परिवार के सदस्य) की है और ब्रिटिश काल के दौरान लीज पर मेरठ नगर निगम को दी गई थी। आज इस टाउन हॉल के अंदर एक पुस्तकालय है, जिसे 1886 में श्री कालीपद बोस द्वारा स्थापित किया गया था, जो उस समय एक सरकारी नेता थे। इस ऐतिहासिक पुस्तकालय को महात्मा गांधी, सर सैयद अहमद खान, अली भाइयों, जवाहर लाल नेहरू और कई अन्य लोगों ने भी देखा है। स्वामी विवेकानंद, लगभग छह महीने तक इस पुस्तकालय के पास में रहे और उन्होंने नियमित रूप से इस जगह का दौरा किया। माना जाता है की उन्होंने इस पुस्तकालय में लगभग हर पुस्तक को पढ़ डाला था।
टाउन हॉल, मुंबई शहर की अन्य विरासत इमारतों में सबसे राजसी संरचनाओं में से एक है। 19वीं शताब्दी के दौरान टाउन हॉल को बोलचाल की भाषा में 'टोंडल' कहा जाता था। टाउन हॉल के संरक्षण के पीछे का उद्देश्य अनुसंधान को प्रेरित करना और साहित्य, विज्ञान और प्राच्य कलाओं को संजोना है। वास्तव में एक वास्तुशिल्प के चमत्कार माने जाने वाले टाउन हॉल एक लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण होते है। मुंबई का टाउन हॉल भी एक औपनिवेशिक संरचना है और इसे 1833 में बनाया गया था। बॉम्बे (मुंबई) के टाउन हॉल को कर्नल थॉमस काउपर (Colonel Thomas Cowper) द्वारा डिजाइन किया गया था, जो बॉम्बे (मुंबई) के सर्वश्रेष्ठ इंजीनियरों में से एक थे। इसकी संरचना ग्रीक और रोमन शैली की वास्तुकला से प्रेरित थी। इस ऐतिहासिक टाउन हॉल में भी एक पुस्तकालय और एक संग्रहालय है। यहाँ फारसी, प्राकृत, उर्दू और संस्कृत में प्राचीन पांडुलिपियों के अलावा, कई अन्य खजाने हॉल के अंदर सुरक्षित रूप से संरक्षित हैं।

संदर्भ
https://bit.ly/3FZEjvH
https://bit.ly/3DYG5ub
https://bit.ly/3fTx8KN
https://bit.ly/3UIZiH9
https://bit.ly/3DZsCTf
https://bit.ly/3DZ1q6Q
https://bit.ly/3UMRa8r

चित्र संदर्भ
1. मेरठ स्थित टाउन हॉल को दर्शाता एक चित्रण (prarang)
2. दिल्ली टाउन हॉल, जिसके सामने स्वामी श्रद्धानंद की मूर्ति है, को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
3. कोलकाता टाउन हॉल को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. मेरठ स्थित टाउन हॉल को दर्शाता एक चित्रण (prarang)
5. मुंबई टाउन हॉल को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)

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