City Subscribers (FB+App) | Website (Direct+Google) | Total | ||
2246 | 17 | 2263 |
***Scroll down to the bottom of the page for above post viewership metric definitions
आज हम पृथ्वी के इतिहास में सबसे सुविधा सम्पन्न दौर में जी रहे हैं, जिसकी हमारे पूर्वज
कल्पना भी नहीं कर सकते थे! लेकिन इसी के साथ ही एक प्रचलित मान्यता भी झूठी साबित हो
गई, "संपन्नता अपने साथ प्रसन्नता लेकर आती है!" क्यों की आज हम हर प्रकार से सुविधा
संपन्न और सुरक्षित होने बावजूद भी, अपने पूर्वजों के समान ही या कुछ मामलों में उनसे अधिक
दुखी तथा तनावग्रस्त होते जा रहे हैं! यही कारण है की आज दुनियां में तनाव और अन्य मानसिक
रोगों से पीड़ित लोगों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। और इन्ही बढ़ते मानसिक रोगियों की संख्या
ने भारत सहित दुनियाभर में मानसिक रोग से संबंधित पेशवरों और चिकित्सकों की संख्या में भी
इजाफा किया है।
महामारी के दौरान मानसिक स्वास्थ्य के बिगड़ने से संबंधित मामलों में अभूतपूर्व बढ़ौतरी हुई है।
हालांकि मानसिक और भावनात्मक संकट के दौर में भी बहुत से लोग पेशेवर चिकित्सकों की मदद
लेने में झिझक महसूस कर रहे हैं।
क्लिनिकल मनोवैज्ञानिक तथा फोर्टिस स्कूल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम और फोर्टिस हेल्थकेयर लिमिटेड
(Fortis School Mental Health Program, and Fortis Healthcare Limited) की प्रमुख,
मीमांसा सिंह तंवर के अनुसार, "चिकित्सा, आत्म-विकास और जीवन में बेहतर समायोजन हेतु
आवश्यक परिवर्तन लाने के लिए प्रतिबिंब और आत्मनिरीक्षण की एक गहन प्रक्रिया है।"
"चिकित्सा न केवल नैदानिक विकारों के लिए जरूरी है, बल्कि यह तब भी जरूरी है जब आप
उन दुखद स्थितियों से जूझ रहे हैं जो आपकी भावनाओं, विचारों और कार्यों को प्रभावित कर रही
होती हैं।"
चिकित्सा एक व्यापक शब्द है। इसमें "टॉक थेरेपी (talk therapy)" के विभिन्न रूप जैसे
अल्पकालिक सहायक परामर्श, संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी, व्यवहार चिकित्सा, क्लाइंट-केंद्रित
चिकित्सा से लेकर दीर्घकालिक मनोविश्लेषणात्मक मनोचिकित्सा भी शामिल हैं।
दुर्भाग्य से लोग अक्सर मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों को, नैदानिक मुद्दों (जिनके इलाज
की आवश्यकता होती है।) के रूप में नहीं पहचानते हैं। "लोगों को यह समझने की जरूरत है कि
शारीरिक स्वास्थ्य की भांति ही मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दे भी वास्तविक मुद्दे हैं, और इनका
इलाज किया जा सकता है। इस संबंध में दोस्तों और परिवार के साथ बात करना और अपनी
भावनाओं को साझा करना महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।
संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी (cognitive Behavioural Therapy), जिसे आमतौर पर
मनोवैज्ञानिक मंडलियों में सीबीटी (CBT) के रूप में जाना जाता है, रोगियों में समस्याग्रस्त सोच
और व्यवहार को बदलने में बड़ी सफलता प्राप्त कर सकती है।
"संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी, मनोवैज्ञानिक उपचार का एक रूप है जिसे अवसाद, चिंता विकार,
शराब और नशीली दवाओं के उपयोग की समस्याओं, वैवाहिक समस्याओं, खाने के विकारों और
गंभीर मानसिक बीमारी सहित कई समस्याओं के निदान के लिए प्रभावी माना जाता है।
"कई शोध अध्ययनों से पता चलता है कि, सीबीटी से कामकाज और जीवन की गुणवत्ता मेंमहत्वपूर्ण सुधार होता है"। कई अध्ययनों में, सीबीटी को मनोवैज्ञानिक चिकित्सा या मनोरोग
दवाओं के अन्य रूपों की तुलना में अधिक प्रभावी प्रदर्शित किया गया है।"
सिल्वर क्लाउड हेल्थ (Silver Cloud Health) के वरिष्ठ डिजिटल स्वास्थ्य वैज्ञानिक,डॉ. जॉर्ज
पलासियोस (Dr. George Palacios), के अनुसार हालिया शोध, इंटरनेट-आधारित सीबीटी
(Internet-Based CBT) को गुणवत्ता देखभाल दृष्टिकोण के रूप में मान्य कर रहा है।
इंटरनेट आधारित सीबीटी क्या है ?
दरअसल सीबीटी एक चिकित्सीय दृष्टिकोण है जो किसी के विचारों, भावनाओं और व्यवहारों के
बीच संबंध के आसपास केंद्रित होता है। सीबीटी का उद्देश्य रोगियों को उनकी वर्तमान चुनौतियों
की पहचान करते हुए नकारात्मक विचारों और भावनाओं को बाधित करके चिंता और अवसाद के
लक्षणों को कम करना है। स्मार्टफोन, टैबलेट या कंप्यूटर के माध्यम से डिजिटल डिलीवरी जैसे
उपकरणों के माध्यम से इंटरनेट-आधारित सीबीटी भी समान सिद्धांतों को लागू करती है। इंटरनेट
आधारित सीबीटी चिंता और अवसाद के हल्के से मध्यम लक्षणों वाले लोगों के लिए चिकित्सकीय
रूप से एक प्रभावी उपचार विकल्प साबित हुई है।
इंटरनेट-आधारित सीबीटी को मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के प्रबंधन के लिए एक प्रभावी उपकरण
के रूप में दिखाया गया है, और यह दर्जनों परीक्षणों और सहकर्मी-समीक्षित शोधों द्वारा समर्थित
है, जिसमें जर्नल ऑफ एंग्जाइटी डिसऑर्डर (Journal of Anxiety Disorders) में, छपा हुआ एक
अध्ययन भी शामिल है।
महामारी ने देश-दुनिया भर में चल रहे मानसिक स्वास्थ्य संकट को और अधिक बढ़ा दिया है। यहां
तक कि कुछ स्थानों पर प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बावजूद, बहुत से लोग अलगाव, अवसाद,
चिंता, शोक, नौकरी छूटने और असुरक्षा का भी सामना कर रहे हैं।
अमेरिका में हाल ही में सीडीसी के एक अध्ययन पर प्रकाश डाला गया जिसमें पाया गया कि "हाई
स्कूल के एक तिहाई से अधिक छात्रों ने बताया कि उन्होंने COVID-19 महामारी के दौरान खराब
मानसिक स्वास्थ्य का अनुभव किया, और 44% ने बताया कि वे पिछले वर्ष के दौरान लगातार
उदास या निराशाजनक महसूस करते थे।"
ऐसे समय में जहां स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को अभूतपूर्व मांग का सामना करना पड़ रहा है, वहां
इंटरनेट आधारित सीबीटी हल्के से मध्यम लक्षणों वाले लोगों के लिए सुलभ, प्रभावी, चिकित्सकीय
रूप से सिद्ध सहायता प्रदान करती है। बदले में यह प्रतीक्षा समय को कम करता है और देखभाल
के लिए अन्य संभावित बाधाओं जैसे कि कलंक और परिवहन मुद्दों को भी संबोधित करता है।
इंटरनेट-आधारित सीबीटी, उपयोगकर्ता के अनुकूल, ऑन-डिमांड समाधान (on-demand
solutions) प्रदान करती है, जो रोगी की गोपनीयता की रक्षा करता है और उपयोगकर्ता को आराम
और सुविधा से तत्काल सहायता प्राप्त करने की अनुमति देता है। सीबीटी का उद्देश्य नकारात्मक
सोच को पहचानने और इसे बदलने में आपकी मदद करना है।
यदि आप अस्वस्थ विचारों या व्यवहारों से जूझ रहे हैं, तो सीबीटी इसमें आपकी मदद कर सकती
है। सीबीटी पूरी करने के बाद कामकाज और जीवन में बेहतर गुणवत्ता देखी जाती है।
सीबीटी के साथ, आप स्वत: नकारात्मक सोच को जबरदस्ती सकारात्मकता से नहीं बदल रहे होते
हैं; बल्कि यह यथार्थवादी होने के बारे में है। सीबीटी पूरी करने वाले लोग स्वीकार करते हैं कि वे हर
स्थिति को नियंत्रित नहीं कर सकते। 41 अध्ययनों के 2018 मेटा-विश्लेषण में पाया गया कि
सीबीटी ने चिंता विकारों, ओसीडी और पीटीएसडी (OCD and PTSD) के लक्षणों में भी सुधार
किया। कुछ शोध बताते हैं कि सीबीटी का उपयोग क्रोनिक थकान सिंड्रोम (chronic fatigue
syndrome) या पुराने दर्द जैसी शारीरिक स्थितियों से निपटने के लिए भी किया जा सकता है।
संदर्भ
https://cnet.co/3npgEuc
https://bit.ly/3u7N4x5
https://bit.ly/3u9LYRc
चित्र संदर्भ
1. तनावग्रस्त महिला को दर्शाता एक चित्रण (Recovery Plus Support)
2. मानसिक स्वास्थ्य में वृद्धि को दर्शाता एक चित्रण (Openclipart)
3. टॉक थेरेपी (talk therapy) को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
4. संज्ञानात्मक व्यवहार थेरेपी - मूल सिद्धांत, को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
5. इंटरनेट आधारित सीबीटी को दर्शाता एक चित्रण (Pixabay)
6. समूह व्यवहार थेरेपी को दर्शाता एक चित्रण (wikimedia)
© - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.