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मेरठ शहर की गजक मिठाई बहुत मशहूर है। गुड़ और तिल से बनी यह मिठाई खास कर सर्द मौसम में बनाई जाती है। आयुर्वेद के हिसाब से ठण्ड के मौसम में वात प्रकृति बढ़ जाती है जिसे नियंत्रण में रखने के लिए तिल, गुड़, मूंगफली इत्यादि का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। इनका सेवन शरिर में गर्मी बढ़ाता है तथा यह पोषक तत्वों का अच्छा स्त्रोत हैं। तिल और गुड़ से बनी चीज़े हमारी रोग प्रतिरोधक शक्ति एवं शारीरिक शक्ति बढाती हैं। तिल एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन, कैल्शियम और आयरन का बहुत अच्छा स्त्रोत है जिसके सेवन से हड्डीयाँ मजबूत होती हैं और उच्च रक्तचाप, बदन दर्द इत्यादि नियंत्रण में रहता है। तिल के सेवन से गठिया (आर्थ्राइटिस), रक्तक्षय, सर्दी खांसी और मधुमेह आदि को भी नियंत्रित रखने में फायदा होता है। गुड़ आयरन, सेलेनियम, जिंक और फोलिक एसिड (विटामिन) का स्त्रोत है और कब्ज़, सर्दी खांसी, यकृत की बीमारी, रक्त शुद्धि और रक्तक्षय के इलाज में इस्तेमाल किया जाता है। स्त्रियों के लिए तिल और गुड़ से बनी गजक बहुत ही फायदेमंद है तथा इसका सेवन मासिक स्त्राव और गर्भावस्था में आवश्यक है। सर्दी के मौसम में हम लोहरी और मकर संक्रांति जैसे उत्सव मनाते हैं जिसमे तिल और गुड़ से बने पकवान, मिठाईयां बनाना शुभ माना जाता है। गजक, रेवडी, महाराष्ट्र के तिलगुल के लड्डू यह सभी तिल-गुड़ से बनी अलग-अलग प्रकार की मिठाईयां हैं। मान्यता है की गजक पहले मध्य प्रदेश के मोरेना जिले में बनाई गयी। आज मेरठ में भी गजक बनाई जाती है जहाँ पर ये बहुत प्रसिद्ध है और बड़े चाव से खायी जाती है। आज कल तिल-गुड़ की गज़क के साथ-साथ उसके कई प्रकार हमे देखने मिलते हैं जैसे ड्राई फ्रूट गजक, चोकलेट गजक, गजक की बर्फी आदि। 1. https://www.healthbeckon.com/sesame-seeds-benefits/ 2. https://food.ndtv.com/health/15-jaggery-benefits-ever-wondered-why-our-elders-end-a-meal-with-gur-1270883