रामपुर का प्रसिद्ध हब्शी हलवा

मेरठ

 04-01-2018 04:59 PM
स्वाद- खाद्य का इतिहास

रामपुर के नवाब मुहम्मद कल्ब-ए-अली खान (1865-1887) अपने खानदान में सबसे प्रबुद्ध माने जाते थे। अरबी साहित्य के पंडित होने के साथ-साथ वे फारसी और उर्दू में कविता भी लिखते थे। उन्होंने अपने राज्यकाल के समय बहुत से कलाओं को बढ़ावा दिया। पुरावस्तु, पुरानी क़िताबें एवं मुग़ल काल के दस्तावेज़ और चीजें पाने के लिए वे देश-विदेश की सैर करते थे। कहा जाता है की ऐसे ही एक सफ़र के वक़्त उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में पहली बार वहाँ का बना हलवा चखा। वह उनको इतना पसंद आया की वह हलवा बनाने की कृति जानने वाले एक इंसान को लेकर भारत में आये और आज यह हलवा रामपुर की ख़ासियत बन चुका है। हब्शी हलवा ये नाम इसके उद्गम स्थान के साथ-साथ इसके अनूठे रंग से प्रेरित है। हल्का काला-कत्थई रंग का ये हलवा सिर्फ रामपुर ही नहीं बल्कि दिल्ली और विदेश, खास कर सऊदी राष्ट्रों में काफ़ी चाव से खाया जाता है। माना जाता है की रामपुर में इस हलवे की पहली दुकान हकीम अब्दुल हकीम खान ने नसरुल्ला खां बाज़ार में करीब डेढ़ सौ साल पहले लगाई थी। इसे दूध, देसी घी, गेहूं से बना समक, सूजी और खूब सारा सुखा मेवा मिलाकर बनाया जाता है। इसका सही और पूर्ण व्यंजन बनाने का तरीका सिर्फ कुछ ही लोग जानते हैं। रामपुर किचन जो रामपुर के व्यंजनों के लिए प्रसिद्ध हैं वे दिल्ली के रेख़्ता महोत्सव में हर साल हब्शी हलवा  रखते हैं। रामपुर का खाना खास करके हब्शी हलवा अगर उसे अच्छा बढ़ावा मिला तो पुरे देश में प्रसिद्ध हो देश की रूचि में वृद्धि करेगा। 1. रज़ा लाइब्ररी, रामपुर, राज भवन, लखनऊ, उत्तर प्रदेश और भगवन शंकर (आई.ए.एस.), डाइरेक्टर, नॉर्थ सेंट्रल ज़ोन कल्चरल सेंटर, इलाहाबाद 2. http://abyazk.blogspot.in/2009/05/blog-post_31.html

RECENT POST

  • अपने युग से कहीं आगे थी विंध्य नवपाषाण संस्कृति
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:28 AM


  • चोपता में देखने को मिलती है प्राकृतिक सुंदरता एवं आध्यात्मिकता का अनोखा समावेश
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:29 AM


  • आइए जानें, क़ुतुब मीनार में पाए जाने वाले विभिन्न भाषाओं के शिलालेखों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:22 AM


  • जानें, बेतवा और यमुना नदियों के संगम पर स्थित, हमीरपुर शहर के बारे में
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:31 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस के मौके पर दौरा करें, हार्वर्ड विश्वविद्यालय का
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:30 AM


  • जानिए, कौन से जानवर, अपने बच्चों के लिए, बनते हैं बेहतरीन शिक्षक
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:17 AM


  • आइए जानें, उदासियों के ज़रिए, कैसे फैलाया, गुरु नानक ने प्रेम, करुणा और सच्चाई का संदेश
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:27 AM


  • जानें कैसे, शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के बीच अंतर को पाटने का प्रयास चल रहा है
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:20 AM


  • जानिए क्यों, मेरठ में गन्ने से निकला बगास, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के लिए है अहम
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:22 AM


  • हमारे सौर मंडल में, एक बौने ग्रह के रूप में, प्लूटो का क्या है महत्त्व ?
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:29 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id