मनुष्य कभी भी संतुष्ट नहीं होता है, और यही कारण है कि वह जोखिम भरे कार्यों, अक्सर जो आत्म-विनाशकारी भी होते हैं, को करने का हर संभव प्रयास करता है।विंगसूट फ्लाइंग (Wingsuit flying) कुछ इसी तरह का जोखिम भरा, दिल और दिमाग को स्तब्ध करने वाला खेल है, जो हमें इस तरह से उड़ने देता है जैसा कि हम हमेशा से चाहते थे। 1990 के दशक के बाद ही विंगसूट फ्लाइंग पर्याप्त सुरक्षा उपायों और बेहतर उपकरणों के साथ एक खतरनाक खेल के रूप में सामने आया। अकेले अमेरिका (America) में ही 10 अकादमियां इस खेल का प्रशिक्षण दे रही हैं। लेकिन यहां भारत, जहां दुनिया के सबसे ऊंचे पहाड़ मौजूद हैं, में यह खेल अभी गति पकड़ ही रहा है। स्काईडाइविंग (Skydiving) का खेल, जो विंगसूट फ्लाइंग का आधार है, नियमों के मुद्दे, इन-हाउस (In-house) प्रशिक्षकों की कमी आदि के कारण हमारे देश में अभी तक गति नहीं पकड़ पाया है।विंगसूट बेस (BASE), जिसमें इनमें से किसी की भी आवश्यकता नहीं होती है, के लिए हिमालय की उपस्थिति के कारण काफी संभावनाएं हैं, लेकिन तब अधिकांश पायलटों को अंवेषण के लिए सैन्य मंजूरी की आवश्यकता होती है, इसलिए यह अभी धीमी गति से उभर रहा है। लेकिन जल्द ही यह गति पकड़ लेगा क्योंकि कई लोग इसके बारे में अधिक जानकारी प्राप्त कर रहे हैं और इस गतिविधि को करने के लिए उत्सुक हैं। तो आइए इस वीडियो के जरिए विंगसूट की रोमांचक उड़ान पर एक नजर डालें।