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क्रिसमस आया पास में, बच्चे करे पुकार
सान्ता लेकर आएंगे, झोला भर उपहार ।
झोले में उपहार है, और सर पे टोपी लाल
गोलू-मोलू गुड्डे जैसा, सान्ता लगे कमाल ।
क्रिसमस के आते ही बच्चों का मन उत्सुकता से काफी प्रफुल्लित हो उठता है, क्योंकि उन्हें सांता
क्लॉज़ (Santa Claus) के उपहारों का इंतेजार जो रहता है। सांता क्लॉज़ का जिक्र आते ही हमारे
मन में लाल-सफेद कपड़ों में बड़ी-सी सफेद दाढ़ी और लंबे बालों वाले, कंधे पर तोहफों से भरा बड़ा-सा
झोला लटकाए, हाथों में क्रिसमस घंटी लिए, बारहसिंगा की सवारी करते हुए सांता क्लॉज़ की छवि आ
जाती है। सांता क्लॉज़ बच्चों के काफी पसंदीदा व्यक्ति हैं, इसलिए तो कोई भी बच्चा आपको यह
बता सकता है कि सांता क्लॉज़ उत्तरी ध्रुव में रहते हैं।लेकिन क्या आप जानते हैं कि उनकी
ऐतिहासिक यात्रा विश्व की उनकी वार्षिक, एक-रात की परिक्रमा से कहीं अधिक लंबी और शानदार है।
सांता क्लॉज़ की किंवदंती की शुरुआत संत निकोलस (Saint Nicholas) नाम के एक ईसाई महंत से
होती है, जिनका जन्म 280 ईस्वी के आसपास, वर्तमान तुर्की (Turkey) में हुआ था। निकोलस एक
अमीर परिवार से थे, लेकिन उन्होंने गरीब व्यक्तियों और बीमार व्यक्तियों की मदद करने के लिए
अपना सब कुछ दे दिया। उन्होंने एक बार तीन बहनों को शादी के लिए दहेज देकर गुलाम बनने से
बचा लिया।वहीं एक अन्य किंवदंती यह भी है कि एक बार संत निकोलस ने एक सराय में प्रवेश
किया, जिसके रखवाले ने अभी-अभी तीन लड़कों की हत्या की थी और उनके टुकड़े-टुकड़े किए हुए
शवों को तहखाने के बैरल में रखा था। संत निकोलस द्वारा न केवल अपराध को भांप लिया, बल्कि
पीड़ितों को भी जीवित कर दिया। "यह उन कथाओं में से एक है जिसने उन्हें बच्चों का संरक्षक संत
बना दिया।"निकोलस अपने पूरे जीवन में परम पूजनीय रहे थे, और उनकी उदारता और दयालुता की
कथा समय के साथ बढ़ती गई। प्रत्येक 6 दिसंबर को, श्रद्धालु विश्व भर के शहरों में संत निकोलस
दिवस मनाते हैं, जिसमें सबसे बड़ा उत्सव यूरोप में मनाया जाता है। वहीं संत निकोलस की छवियां
वर्तमान सांता क्लॉज़ से काफी भिन्न हैं, वे लाल गाल, सफेद दाढ़ी वाले बूढ़े आदमी की तरह नहीं
दिखते हैं।वास्तविक संत निकोलस के सबसे सम्मोहक छविको प्राचीन कलाकारों द्वारा नहीं बल्कि
आधुनिक फोरेंसिक (Forensic) चेहरे के पुनर्निर्माण का उपयोग करके बनाई गई।
तथा संत निकोलस आज के सांता क्लॉज़ से संबंधित नहीं हैं। लेकिन 1500 के दशक में, प्रोटेस्टेंट
पुनर्गठन (Protestant Reformation) के दौरान, मार्टिन लूथर द्वारा संत निकोलस को निस्र्त्साहित
कर दिया था (क्योंकि उनका मानना था कि किसी भी संत से प्रार्थना करना पवित्रशास्त्र के खिलाफ
था)।लूथर और उनके अनुयायियों ने इस विचार को पेश किया कि "क्राइस्टकाइंड" (Christkind"बाल
यीशु" के लिए जर्मन (German)) सभी अच्छे बच्चों को उपहार देने के लिए गुप्त रूप से क्रिसमस
की पूर्व संध्या पर आएंगे।1840 के दशक में क्राइस्टकाइंड को क्रिस क्रिंगल (Kriss Kringle) में
संशोधित किया गया और कुछ देशों में सांता क्लॉज़ के लिए एक लोकप्रिय उपनाम बन गया। यदि
देखा जाएं तो अभी तक यह बात तो स्पष्ट है कि क्रिसमस की पूर्व संध्या पर संत निकोलस और
क्रिस क्रिंगल के संबंध में उपहार देने की यह परंपरा कैसे विकसित हुई, लेकिन सांता क्लॉज़ के
वर्तमान संस्करण को विकसित होने में अभी भी कुछ समय लगा था।
वहीं19वीं सदी में दो न्यू यॉर्कर (New Yorker) का वर्तमान सांता क्लॉज़ की उत्पत्ति से काफी गहरा
संबंध था। 1822 में, क्लेमेंट क्लार्क मूरे (Clement Clarke Moore) ने अपने छह बच्चों के लिए
एक रमणीय कविता, "ए विजिट फ्रॉम सेंट निकोलस (A Visit From St. Nicholas)" लिखी, जिसे
आज "द नाइट बिफोर क्रिसमस (The Night Before Christmas)" के रूप में जाना जाता है,
जिसमें उनका सांता क्लॉस की घटना को जोड़ने का कोई इरादा नहीं था।यह अगले वर्ष गुमनाम रूप
से प्रकाशित हुई थी, और इसमें मोटे, हंसमुख आठ बारहसिंगा द्वारा संचालित गाड़ी की सवारी करते
हुए सांता का वर्णन पाया गया।फिर भी, सांता क्लॉज़ को अभी भी कई अलग-अलग तरीकों से चित्रित
किया गया था: नीली, तीन-कोने वाली टोपी पहने हुए एक दुष्ट चरित्र से लेकर विशाल फ्लेमिश
(Flemish)मोजे पहने हुए चौड़ी-चौड़ी टोपी वाले व्यक्ति तक।तभी प्रसिद्ध चित्रकार, थॉमस नास्ट
(Thomas Nast) ने 1881 में सांता का एक हास्यचित्र बनाया जो उस समय की सबसे अधिक पढ़ी
जाने वाली पत्रिका-हार्पर्स वीकली (Harper’s Weekly) में छपा। नास्ट की छवि सांता क्लॉज़ की
निश्चित छवि बन गई जिसे आज हम जानते हैं और प्यार करते हैं।
साथ ही हम में से अधिकांश लोगों ने जरूर यह सुना होगा कि वर्तमान सांता क्लॉज़ का निर्माण
कोका-कोला (Coca Cola) द्वारा किया गया। यह निश्चित रूप से विश्वसनीय है। क्योंकि सांता का
लाल और सफेद कपड़े कोका-कोला के रंगों से मेल खाता है, और पारंपरिक कोका-कोला क्रिसमस
विज्ञापनों में सांता क्लॉज़ के दिखाए गए रूपों में काफी प्रसिद्ध है।चाहे वह सामान्य ज्ञान का एक
साफ-सुथरा टुकड़ा हो या शहरी किंवदंती, लोगों द्वारा निश्चित रूप से यह सोचा जाता है कि क्या यह
कुछ समय के लिए सच है। गूगलमें यदि आप "क्या कोका (Did coca)" खोजेंगे तो आपको प्रारंभिक
खोज के लिए तीन सुझाव दिखाई देंगे : “क्या कोका कोला ने सांता का आविष्कार किया”; “क्या
कोका कोला ने सांता को लाल बनाया”; “क्या कोका कोला ने सांता का आविष्कार किया”।तो
वास्तविकता यह है कि कोका कोला ने सांता क्लॉज़ की आधुनिक छवि का आविष्कार नहीं किया
लेकिन कोका-कोला ने छवि को लोकप्रिय बनाने में मदद की। सांता क्लॉज़ की वास्तविक छवि का
कवि क्लेमेंट क्लार्क मूर और कार्टूनिस्ट थॉमस नास्ट द्वारा किए गए कार्यों से उत्पन्न हुई थी।
ऐसे ही भारत में कई शॉपिंग मॉल (Shopping mall) ग्राहकों का आकर्षण अपनी ओर खींचने के
लिए सांता क्लॉज़ का उपयोग कर रहे हैं। आप देखेंगे कि अधिकांश मॉल में सांता की पोशाक पहने
ग्राहकों को क्रेडिट कार्ड, जियोसिम या स्पा कूपन के साथ-साथ अन्य उत्पादों के लिए हमें लुभाने की
कोशिश करते हैं। दरसल क्रिसमस के उत्साह में लोग सांता को देख अधिक आकर्षित हो जाते हैं,
साथ ही यदि किसी के पास बच्चें हों, तो मॉल में मौजूद विक्रेता उन्हें आकर्षित छूट की पेशकश कर
अपने उत्पादों की बेचने में कामयाब हो जाते हैं। लेकिन जैसा कि हम सभी जानते हैं कि पारंपरिक
रूप सेक्रिसमस की तैयारी में लोग कई नकली वस्तुओं का उपयोग करते थे, लेकिन फिर भी काफी
उत्साह के साथ क्रिसमस को मनाते थे। वहीं दूसरी ओर मॉल अपनी चालाकी के कारण नकली
आनंदहीन क्रिसमस का माहौल उत्पन्न करते हैं, उत्पादों को बेचने के लिए रखे गए सांता, बड़े और
चमकीले पेड़, जिनमें लटकाए गए खाली उपहार, झूठ के प्रतीक को प्रकट करते हैं, और क्रिसमस
कोलकाता में पहले ऐसा नहीं हुआ करता था। क्रिसमस में कोलकाता में मिलने वाला बेर (Plum) का
केक, यहां की विशेषता को दर्शाता है। कोलकाता से कुछ ही दूर मौजूद एक छोटे गाँव के किसान टर्की
(Turkey)को पालते हैं और क्रिसमस के दिन उन्हें यहां बेचने के लिए लाते हैं, जो काफी अधिक भीड़
को आकर्षित करता है। क्रिसमस हमेशा कोलकाता में सर्दियों में मनाया जाने वाला जश्न रहा है,
संक्षिप्त लेकिन शानदार। इसलिए इसे मॉल द्वारा डिस्काउंट कन्वेयर बेल्ट (Discount conveyer
belt) के रूप में देखना अधिक दुखद लगता है।
संदर्भ :-
https://on.natgeo.com/3qpHeEq
https://bit.ly/3Esmv81
https://bit.ly/32uxmRy
https://bit.ly/32rfEi5
चित्र संदर्भ
1. द कमिंग ऑफ फादर क्रिसमस (1894) से बच्चों साथ सांता क्लॉज को दर्शाता एक चित्रण (Rawpixel)
2. संत निकोलस (Saint Nicholas) को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
3.क्रिसमस से पहले की रात, या, क्रिस क्रिंगल की यात्रा को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
4.कोका-कोला क्रिसमस पोस्टर, को दर्शाता एक चित्रण (Geograph Britain and Ireland)
4. क्रिसमस के दौरान सजाए गए बाजार को दर्शाता एक चित्रण (flickr)
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