मेरठ- लघु उद्योग क्रांति का शहर

मेरठ

 02-01-2018 03:18 PM
नगरीकरण- शहर व शक्ति

मेरठ शहर कई तरह के उद्योगों के लिये प्रसिद्ध है। मेरठ का सर्राफा और सोने का उद्योग एशिया में अव्वल स्थान का व्यवसाय बाजार है। निर्माण व्यवसाय में भी मेरठ खूब तेजी से बढ़ रहा है। मेरठ भारत के शहरों में क्रीड़ा सामग्री के सर्वोच्च निर्माताओं में से एक है। साथ ही वाद्य यंत्रों के निर्माण में भी यह उच्च स्थान पर है। इन सभी के साथ मेरठ हथकरघा एवं कैची उद्योग में देश में सबसे आगे है। ऐसे बहोत ही कम उद्योग हैं जो मेरठ में मौजूद नहीं और इसी कारण मेरठ को लघु उद्योग क्रांति का शहर कहा गया है। सिर्फ यही नहीं यहाँ के क्रीड़ा सामान (खासकर क्रिकेट का बल्ला) विश्व भर में प्रसिद्ध है, जिसके तहत मेरठ को भारत की क्रीड़ा राजधानी भी कहा गया है।

वर्त्तमान समय के साथ ही गंगा यमुना दोआब में बसा मेरठ, इतिहास के पन्नो में भी काफी महत्वपूर्ण स्थान  बनाए रखा है। मौर्य सम्राट अशोक के समय मेरठ बौद्ध धर्म का केंद्र था वैसे ही समय के साथ यात्रा करते हुए ब्रिटिश काल में दिल्ली चलो का नारा भी यहीं से उठा था। पौराणिक याने महाभारत/रामायण समय के कुछ कथित साक्ष्य यहाँ से मिलते हैं जैसे महाभारत में वर्णित लाक्षागृह तथा रामायण के श्रवण कुमार के माता पिता पर राजा दशरथ ने यही गलती से तीर चलाया था। इनके अलावा मेरठ ने कई विदेशी आक्रमणों का सामना किया है जैसे ग़जनी, घोरी और तिमुर। मुग़ल सल्तनत के चलते यहाँ थोड़ी बहुत शांति प्रस्थापित हुई। अकबर ने यहाँ सिक्कों की टकसाल बनवाई थी। 1857 के क्रांति का पहला पड़ाव यहीं से शुरू हुआ था।

प्रारंग में हमारी यह कोशिश है की हमारी विचैरिक प्रणाली आई-रूल  के तहत और शहर नागरिकता जो विविधता एवं एकता में विश्वास कर संपन्न तथा प्रमाणित है, मेरठ के लिए इस्तेमाल करे

प्रारंग में हमारा लक्ष्य है विश्वस्तरीय सोच, स्थानीय कार्य , स्थानीय भाषा में शहरों के आधार पर डिजिटल शिक्षा द्वारा समाज को शिक्षित करना। संस्कृति एवं प्रकृति का समन्वय साधते हुए प्रारंग से हमारी यही कोशिश है की इसका संपूर्ण लाभ मेरठ के नगरवासियों को हो। इसी हेतु हमने मेरठ के लिए इन्टरनेट द्वार खोले हैं जो आपको मेरठ से जुडी समस्त जानकारी देगा जैसे वहाँ पर उपलब्ध नौकरियाँ, सरकारी सेवाएं, अस्पताल, आपातकालीन व्यवस्थाएं, मनोरंजन के विविध साधन, मौसम का हाल हवाल, खेल विश्व और रोज़ की ताज़ा खबरें और सिर्फ यही नहीं, हमारी स्मार्ट सुविधायों के अंतर्गत स्थान, नागरिकता और कार्य को ध्यान में रखकर, हम आपको वहाँ उपलब्ध डाक एवं बैंकिंग व्यवस्था, परिवहन, रोजगार, भूलेख, शौपिंग तथा विविध उपयोगितायों के बारे में भी जानकारी देंगे। आपके शहर में उपलब्ध सभी सेवासाधन, व्यवस्था, एवं सुविधा की जानकारी आपको एक जगह पर मिल जाएगी- सिर्फ एक ऊँगली की दुरी पर। हमे आशा है की इस प्रयास से मेरठ का फायदा हो और उसकी उन्नति हो।

RECENT POST

  • अपने युग से कहीं आगे थी विंध्य नवपाषाण संस्कृति
    सभ्यताः 10000 ईसापूर्व से 2000 ईसापूर्व

     21-11-2024 09:28 AM


  • चोपता में देखने को मिलती है प्राकृतिक सुंदरता एवं आध्यात्मिकता का अनोखा समावेश
    पर्वत, चोटी व पठार

     20-11-2024 09:29 AM


  • आइए जानें, क़ुतुब मीनार में पाए जाने वाले विभिन्न भाषाओं के शिलालेखों के बारे में
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     19-11-2024 09:22 AM


  • जानें, बेतवा और यमुना नदियों के संगम पर स्थित, हमीरपुर शहर के बारे में
    आधुनिक राज्य: 1947 से अब तक

     18-11-2024 09:31 AM


  • आइए, अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस के मौके पर दौरा करें, हार्वर्ड विश्वविद्यालय का
    वास्तुकला 1 वाह्य भवन

     17-11-2024 09:30 AM


  • जानिए, कौन से जानवर, अपने बच्चों के लिए, बनते हैं बेहतरीन शिक्षक
    व्यवहारिक

     16-11-2024 09:17 AM


  • आइए जानें, उदासियों के ज़रिए, कैसे फैलाया, गुरु नानक ने प्रेम, करुणा और सच्चाई का संदेश
    विचार I - धर्म (मिथक / अनुष्ठान)

     15-11-2024 09:27 AM


  • जानें कैसे, शहरी व ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के बीच अंतर को पाटने का प्रयास चल रहा है
    विचार 2 दर्शनशास्त्र, गणित व दवा

     14-11-2024 09:20 AM


  • जानिए क्यों, मेरठ में गन्ने से निकला बगास, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था के लिए है अहम
    नगरीकरण- शहर व शक्ति

     13-11-2024 09:22 AM


  • हमारे सौर मंडल में, एक बौने ग्रह के रूप में, प्लूटो का क्या है महत्त्व ?
    शुरुआतः 4 अरब ईसापूर्व से 0.2 करोड ईसापूर्व तक

     12-11-2024 09:29 AM






  • © - 2017 All content on this website, such as text, graphics, logos, button icons, software, images and its selection, arrangement, presentation & overall design, is the property of Indoeuropeans India Pvt. Ltd. and protected by international copyright laws.

    login_user_id